Baat Nahi Karne Ki Shayari|बात नहीं करने की शायरी-इस पोस्ट में हम बात करेंगे “बात नहीं करने की शायरी” के उन लम्हों की, जब अपने खास से दूरियों का एहसास होने लगता है। कभी किसी का फुर्सत न मिलना, कभी गुस्सा और कभी महज़ खामोशी, ये सभी भावनाएँ दिल पर गहरा असर डालती हैं। इस कलेक्शन में ऐसे ही दिल को छू लेने वाले शेर और शायरी शामिल हैं, जो उस दर्द को बयां करती हैं जो तब महसूस होता है जब कोई अपना आपसे बात नहीं करता। चाहे वह किसी की बेरुखी हो, उदासीनता हो या महज व्यस्तता, इस शायरी के हर शेर में आपको अपनी कहानी नजर आएगी।चाहे किसी को फुर्सत में भी हमारी याद न आना हो या गुस्से में बात न करना, इन शायरियों में हर वह दर्द और भावना समाहित है, जो इंसान एक टूटे हुए रिश्ते में महसूस करता है। अगर आप भी किसी के इंतजार में हैं या किसी के बेरुखी का दर्द सह रहे हैं, तो यह शायरी आपके दिल की आवाज़ बनेगी।
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Baat Nahi Karne Ki Shayari|बात नहीं करने की शायरी
1
बात नहीं करती अब वो पहले की तरह,
किसी और में शायद खो गई है मेरी हमसफर।
Baat nahi karti ab wo pehle ki tarah,
Kisi aur mein shayad kho gayi hai merihumsafar.
2
दिल तो करता है हर रोज़ उनसे बात करें,
पर अब वो हमें जवाब भी नहीं देते हम क्या करें ।
Dil to karta hai har roz unse baat karein,
Par ab wo hume jawab bhi nahi dete. humkaya karein
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3.
दिल में तुम हो, पर फुर्सत नहीं मिलती,
ख्वाबों में खोकर ज़िंदगी है निकलती।
4.
हर पल की भागदौड़ में बेमोल हो गई हमारी बातें,
कभी फुर्सत मिले तो फिर, सुनाऊं तुम्हें अपनी हालतें।
5.
तेरी यादों में गुम हूँ, पर वक्त की कमी है,
फुर्सत हो तो, तुझसे कुछ अनकही बातें कहूँ।
6.
मेरे पास वक्त नहीं, पर दिल में एक सवाल है,
क्या तुम भी यही महसूस करते हो, जब तक हम दूर हैं सवाल है?
7.
फुर्सत की बातें अब, इन उलझनों में खो गई हैं,
पर तुझसे दूर रहकर भी, कुछ बातें तो रोज़ हो गई हैं।
8.
वो लम्हे, जब हम बिना किसी फुर्सत के बात करते थे,
अब हर पल वो ख्वाहिश हमारे दिल में पंख लगाती है।
9.
तेरे बिना खाली है दिल, पर फिर भी काम में खो जाते हैं,
फुर्सत मिले तो फिर हम तुझसे अपने दिल के राज़ बतलाते हैं।
10.
अब न वक्त है, न फुर्सत, फिर भी तुम साथ हो,
हर पल में तुम हो, बस कोई कहने की बात नहीं होती है।
11.
तुमसे दूर होकर भी, तुम्हारी यादें पास हैं,
फुर्सत नहीं मिलती, लेकिन दिल में तुम्हारे सवाल हैं।
12.
कभी कभी लगता है, दिल की बातें हवा में खो जाती हैं,
फुर्सत मिले तो शायद, कुछ अनकही बातें तुमसे कह पाती हैं।
13.
हमेशा एक ही सवाल दिल में चलता है,
क्या तुम भी सोचते हो, जब हम चुप रहते हैं?
14.
तुमसे दूर रहकर भी, तुम्हारी खुशबू महकती है,
फुर्सत मिले तो मैं, इन यादों में खो जाती हूँ।
15.
मुझे फुर्सत नहीं है, पर तुम तो मेरी हर धड़कन में हो,
तुमसे बातें करने की चाहत, दिन-रात मुझे जोड़े रखती है।
16.
कामों में उलझे रहने पर, तुम याद आते हो,
फुर्सत मिले तो बस तुमसे, सच्ची बातें बताऊं मैं।
17.
वक्त के साथ अब बातें कम हो गई हैं,
लेकिन दिल में हर पल तुम्हारी यादें गूंजती हैं।
18.
तेरे बिना दिन कटते नहीं, लेकिन फुर्सत मिलती नहीं,
तुझे सोचता हूँ, फिर भी तुमसे बात करने का वक्त नहीं।
19.
दिल की बातें नहीं कह पाता, लेकिन वो अहसास तुम तक पहुँच जाता है,
फुर्सत मिले तो इन चुप्पियों में, तुम्हारे लिए सारा दर्द बयाँ कर जाता है।
20.
फुर्सत नहीं होती, मगर तेरी यादों का असर तो रहता है,
तू दूर है फिर भी दिल के करीब रहता है।
21
फुर्सत हो तो शायद याद आएगी हमारी,
आजकल उसे बात करने की फुर्सत नहीं मिलती।
Fursat ho to shayad yaad aayegi hamari,
Aajkal use baat karne ki fursat nahi milti.
22
कहने को दोस्त है पर बात करने का वक़्त नहीं,
जैसे हम किसी कोने में रखी एक पुरानी चीज़ हों।
Kehne ko dost hai par baat karne ka waqt nahi,
Jaise hum kisi kone mein rakhi ek purani cheez hon.
Heart Touching Baat Nahi Karne Ki Shayari
21.
कभी कभी लगता है, तुम्हारे बिना सब अधूरा है,
बातें नहीं कर पाता, लेकिन दिल में तुम्हारा नाम हर पल है।
22.
तुमसे दूर होकर, हर दिन कुछ खाली सा लगता है,
चुपचाप रहकर भी, दिल तुम्हें रोज़ ढूँढ़ता है।
23.
तुमसे बात न कर पाना, सबसे बड़ा दुख है मेरे लिए,
यह खामोशी भी एक ज़हर है, जो बस धीरे-धीरे बहता है।
24.
मुझे शब्द नहीं मिलते, दिल की बात कहने के लिए,
लेकिन तुम्हारे बिना, हर पल कुछ अधूरा सा लगता है।
25.
तुमसे मिलने की चाहत तो हमेशा रहती है,
पर फुर्सत नहीं मिलती, बस यही उलझन है।
26.
तुमसे बात करना, अब एक ख्वाब सा लगता है,
मगर दिल की गहराई से, तुम कभी दूर नहीं जाते हो।
27.
तेरी यादों में खोकर, हर दिन एक नया सवाल है,
बात नहीं कर पाता, लेकिन दिल की खामोशी में दर्द है।
28.
तुमसे कुछ न कह पाना, मुझे बहुत दर्द देता है,
दिल के अंदर एक तूफान सा चलता है, जो कभी शांत नहीं होता।
29.
हमारे बीच की खामोशी भी अब एक कहानी बन गई है,
बातें नहीं होतीं, लेकिन दिल से दिल की आवाज़ सुनाई देती है।
30.
तेरे बिना जीना अब नामुमकिन सा लगता है,
बातें नहीं कर पाता, लेकिन दिल की चुप्पियों में तेरा नाम हर पल गूंजता है।
31
उनकी यादों से अब दिल भर गया है,
मगर बात न करने से दर्द और गहरा हो गया है।
Unki yaadon se ab dil bhar gaya hai,
Magar baat na karne se dard aur gehra ho gaya hai.
32
हर रोज़ उम्मीद में रहते हैं उनके मैसेज का,
पर शायद अब हमारा नाम ही भुला दिया है।
Har roz umeed mein rehte hain unke message ka,
Par shayad ab hamara naam hi bhula diya hai.
33
गुस्से में तो वो हमें हर रोज़ नजरअंदाज कर जाती है,
मगर जरूरत पड़ने पर हम ही याद आते हैं।
Gusse mein to wo humein har roz nazarandaaz kar jaati hai,
Magar zaroorat padne par hum hi yaad aate hain.
मतलबी बन गए हैं लोग इस जमाने में,
जब जरूरत हो तभी हमारा नाम याद आता है।
Matlabi ban gaye hain log is zamane mein,
Jab zaroorat ho tabhi hamara naam yaad aata hai.
35
रिश्तों में बिखराव का कारण भी वही है,
क्योंकि अब बात नहीं करते वो अपने कहने वाले से।
Rishton mein bikharav ka kaaran bhi wahi hai,
Kyunki ab baat nahi karte wo apne kehne wale se.
३६
दिल की तड़प उनकी बेरुखी ने बढ़ा दी,
अब तो बस यही ख्वाहिश है, वो एक बार बात कर ले।
Dil ki tadap unki berukhi ne badha di,
Ab to bas yahi khwahish hai, wo ek baar baat kar le.
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37
उनकी चुप्पी अब हमें खामोश कर गई
दिल की बात जुबां पर कभी आ नहीं पाई।
Unki chuppi ab humein khamosh kar gayi ,
Dil ki baat zubaan par kabhi aa nahi paayi.
38
बात नहीं करते वो, हमें समझते शायद पराया,
सच है कि दिल टूटने का एहसास यही लाया।
Baat nahi karte wo, humein samajhte shayad paraya,
Sach hai ki dil tootne ka ehsaas yahi laaya.
Girl Baat Nahi Karne Ki Shayari
39
उसके बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है,
पर वो बात न करे तो रूह भी तड़पती है।
Uske bina zindagi adhuri si lagti hai,
Par wo baat na kare to rooh bhi tadapti hai.
40
चाहते तो हैं उससे हर दिन बातें करना,
पर उसके मिजाज में आजकल बहुत बदलाव है।
Chahte to hain usse har din baatein karna,
Par uske mijaaz mein aajkal bahut badlaav hai.
41
जब काम निकल गया, तो नाम भी भूल गए,
मतलबी दुनिया के लोग ऐसे ही बदल जाते हैं।
Jab kaam nikal gaya, to naam bhi bhool gaye,
Matlabi duniya ke log aise hi badal jaate hain.
45
आजकल जरूरतें ही रिश्तों का मोल बताती हैं,
बात न करना भी उन्हीं जरूरतों की एक निशानी है।
Aajkal zaruratein hi rishton ka mol batati hain,
Baat na karna bhi unhi zaruraton ki ek nishani hai.
46
फुर्सत के लम्हों में हमें याद करने का वादा,
पर जब फुर्सत आई, तो किसी और का हो गया था इरादा।
Fursat ke lamhon mein humein yaad karne ka waada,
Par jab fursat aayi, to kisi aur ka ho gaya tha irada.
47
हर किसी को अपनी जरूरत में ढूंढ़ा उसने,
पर जब हमारी बारी आई, तो फुर्सत में ही भुला दिया।
Har kisi ko apni zaroorat mein dhoondha usne,
Par jab hamari baari aayi, to fursat mein hi bhula diya.
48
बात-बात पर जो पहले हंसते थे साथ में,
अब वो फुर्सत का बहाना बनाकर चुप हैं रात में।
Baat-baat par jo pehle hanste the saath mein,
Ab wo fursat ka bahaana banakar chup hain raat mein.
49
कभी घंटों हमारी बातों में मसरूफ थे,
आज तो वो फुर्सत भी बहाना लगने लगी है।
Kabhi ghanton hamari baaton mein masroof the,
Aaj to wo fursat bhi bahaana lagne lagi hai.
उनके खामोश रहने से दिल तड़प उठा है,
जैसे कोई अपना दूर जाकर पराया हो गया है।
Unke khamosh rehne se dil tadap utha hai,
Jaise koi apna door jaakar paraya ho gaya hai.
50
रिश्ते में पहले जैसी गर्माहट नहीं रही,
अब तो बस एक अजनबी सा सन्नाटा छाया है।
Rishte mein pehle jaisi garmahat nahi rahi,
Ab to bas ek ajnabi sa sannata chhaya hai.
51
हले हर रोज़ घंटों बातें होती थी,
अब वो फुर्सत का बहाना बना कर निकल जाती हैं।
Pehle har roz ghanton baatein hoti thi,
Ab wo fursat ka bahaana banakar nikal jaati hain.
52
जिसे कभी दिल का हाल बताते थे,
अब वही हमारे सवालों से नज़रें चुरा रही है।
Jise kabhi dil ka haal batate the,
Ab wahi hamare sawalon se nazar chura rahi hai.
53
कभी उनकी खामोशी को भी प्यार समझते थे,
अब वही खामोशी हमारे दर्द की वजह बन गई है।
Kabhi unki khamoshi ko bhi pyaar samajhte the,
Ab wahi khamoshi hamare dard ki wajah ban gayi hai.
54
उनकी बेरुखी में एक कहानी छुपी है,
शायद वो भी किसी दर्द से गुज़र रहे हैं।
Unki berukhi mein ek kahani chhupi hai,
Shayad wo bhi kisi dard se guzar rahe hain.
Matlabi Duniya Baat Nahi Karne Ki Shayari
55
अब हर किसी को बस मतलब से वास्ता है,
काम निकल गया तो भुला दिया जाता है।
Ab har kisi ko bas matlab se vaasta hai,
Kaam nikal gaya to bhula diya jata hai.
56
जब जरूरत थी तो साथ थे वो हर घड़ी,
अब तो दूरियों ने मानो हक़ ही छीन लिया।
Jab zaroorat thi to saath the wo har ghadi,
Ab to dooriyon ne maano haq hi cheen liya.
57
Sad Heart Touching Baat Nahi Karne Ki Shayari
कभी उनकी आवाज़ से दिल को सुकून मिलता था,
आज उनकी खामोशी से दिल टूटता है।
Kabhi unki awaaz se dil ko sukoon milta tha,
Aaj unki khamoshi se dil toot’ta hai.
58
रात की खामोशी में उनकी यादें आती हैं,
पर बात न करने की उनकी आदत हमें सताती है।
Raat ki khamoshi mein unki yaadein aati hain,
Par baat na karne ki unki aadat hume satati hai.
59
Girl Baat Nahi Karne Ki Shayari
जिससे कभी दिल की हर बात कह दी थी,
अब वही हमें याद तक नहीं करती।
Jisse kabhi dil ki har baat keh di thi,
Ab wahi hume yaad tak nahi karti.
60
खुदा करे कि उसे कभी न फुर्सत मिले,
बात करने का समय न देना भी अब उसकी अदा है।
Khuda kare ki use kabhi na fursat mile,
Baat karne ka samay na dena bhi ab uski ada hai.
61
खामोशी की भी एक जुबां होती है,
हमने तो हर चुप्पी में उनकी बात महसूस की है।
Khamoshi ki bhi ek zubaan hoti hai,
Hamne to har chuppi mein unki baat mehsoos ki hai.
62
कभी उनके बिना रहने का ख्याल भी ना था,
अब उनकी बेरुखी से तनहाई का एहसास होता है।
Kabhi unke bina rehne ka khayal bhi na tha,
Ab unki berukhi se tanhaayi ka ehsaas hota hai.
63
जब भी उनके पास वक़्त होता है,
हमेशा ही कोई बहाना बनाकर वो हमें छोड़ देते हैं।
Jab bhi unke paas waqt hota hai,
Hamesha hi koi bahana banakar wo hume chhod dete hain.
६४
उनके पास फुर्सत नहीं, मगर चाहत बहुत थी,
ये उनकी मोहब्बत में भी थोड़ा ग़लतफहमी थी।
Unke paas fursat nahi, magar chahat bahut thi,
Ye unki mohabbat mein bhi thodi ghalatfahmi thi.
65
कभी वो फुर्सत में हमसे दिल की बातें करते थे,
अब फुर्सत का बहाना बनाकर चुप रहते हैं।
Kabhi wo fursat mein humse dil ki baatein karte the,
Ab fursat ka bahaana banakar chup rehte hain.
66
कभी उनके लिए हमारा होना ही सब कुछ था,
अब उनके पास हमसे बात करने का भी वक्त नहीं।
Kabhi unke liye hamara hona hi sab kuch tha,
Ab unke paas humse baat karne ka bhi waqt nahi.
67
जब मतलब था तो हर बात दिल से थी,
अब गुस्से में हमें नजरअंदाज कर रहे हैं।
Jab matlab tha to har baat dil se thi,
Ab gusse mein hume nazarandaz kar rahe hain.
68
उनके गुस्से में छुपी है एक दूरी की कहानी,
जिसमें अब हमारी कोई जगह नहीं।
Unke gusse mein chhupi hai ek doori ki kahani,
Jismein ab hamari koi jagah nahi.
Sad Baat Nahi Karne Ki Shayari
दिल ने उनसे मोहब्बत इतनी की,
अब उनकी बेरुखी से हर रोज़ टूटते हैं।
Dil ne unse mohabbat itni ki,
Ab unki berukhi se har roz toot’te hain.
खामोशियों में दर्द छुपाना सीख लिया हमने,
उनकी बेरुखी ने हमें खुद में ही कैद कर दिया।
Khamoshiyon mein dard chhupana seekh liya humne,
Unki berukhi ne hume khud mein hi kaid kar diya.
Girl Baat Nahi Karne Ki Shayari
वो जो कभी हमारी जान हुआ करती थी,
अब उनकी खामोशी हमें अजनबी बना रही है।
Wo jo kabhi hamari jaan hua karti thi,
Ab unki khamoshi hume ajnabi bana rahi hai.
पहले हर पल साथ होती थी वो,
अब उसकी खामोशी में एक अलग सी बात है।
Pehle har pal saath hoti thi wo,
Ab uski khamoshi mein ek alag si baat hai.
कभी उनकी हंसी से हम मुस्कुराते थे,
अब उनकी बेरुखी से आँसू बहाते हैं।
Kabhi unki hasi se hum muskurate the,
Ab unki berukhi se aansoo bahaate hain.
उनकी यादों में ही अब दिल को चैन मिलता है,
क्योंकि वो खुद से अब दूरियां बनाने लगे हैं।
Unki yaadon mein hi ab dil ko chain milta hai,
Kyunki wo khud se ab dooriyan banane lage hain.
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जब भी उनसे मिलने का ख्याल आता है,
फुर्सत का बहाना बना कर वो दूर हो जाते हैं।
Jab bhi unse milne ka khayal aata hai,
Fursat ka bahana banakar wo door ho jate hain.
उनकी फुर्सत में अब हम नहीं आते,
शायद वो हमें अब भूलना चाहते हैं।
Unki fursat mein ab hum nahi aate,
Shayad wo hume ab bhulna chahte hain.
कभी हर पल में वो हमें याद करते थे,
अब हम उनके वक्त में कहीं खो गए हैं।
Kabhi har pal mein wo hume yaad karte the,
Ab hum unke waqt mein kahin kho gaye hain.
दिल में उनके लिए जो प्यार था वो कहाँ खो गया,
अब तो उनकी खामोशी में भी दर्द दिखाई देता है।
Dil mein unke liye jo pyaar tha wo kahaan kho gaya,
Ab to unki khamoshi mein bhi dard dikhai deta hai.