1००+Aaina Shayari/Mirror Shayari2023-कहते हैं आइना कभी झूट नही बोलता इसिलए इश्क करने वाले आशिकों की और आईने में एक समानता है जितना साफ आइना होता है इतना ही प्यार करने वालों का दिल भी सच्चा और साफ़ होता है ,आईने के नसीब में भी टूटना लिखा होता है , प्यार करने वालों के नसीब में भी टूटना लिखा होता आइना जिस तरह टूट के बिखरता है ऐसे ही इश्क करने वालों का दिल भी टूटकर बिखर जाता है , दोस्तों जब दिल टूटता है , तो इक गीत अक्सर लबों पर आता है “आईने के सौ टुकड़े करके मैंने देखा है एक में भी तन्हा थे सौ में भी अकेले हैं ,” इसीलिए शायद आइना मोहब्बत करने वालों के दिल के करीब होता है, आज मैं अपनी site Dard e jazbaat में आईने पर शायरी ले कर आई हूँ ||
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1-
आईने में समा पाएगी न उनकी सुरत
इस कदर हैं वो बला की खुबसुरत
aaeene mein sama paegee na unakee surat
is kadar hain vobala kee khubasurat
His face will not be reflected in the mirror
INOUGH is so beautiful
2
मत देख आइना ओ जाने जाना
देख के तुझे शरमा जाएगा आइना
mat dekh aaina o jaane jaana
dekh ke tujhe sharama jaega aaina
don’t look in the mirror oh MY DARLING
Mirror will make you blush after seeing me

3
मैं आइना हूँ तू इक नजर देख मुझे
तेरा अक्स नजर आएगा मुझमें
main aaina hoon too ik najar dekh mujhe
tera aks najar aaega mujhamen
I am a mirror, you just look at me
your reflection will be visible in me
4
वो सितमगर था मेरे दिल उससे क्या गिला
ये बेहिसाब हिज्र का दर्द देने को वो हमसे मिला
vo sitamagar tha mere dil usase kya gila
ye behisaab hijr ka dard dene ko vo hamase mila
He was a bitter person, why is my heart angry with him?
He met us to give us this immense pain of Hijra.
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5
अपनी कहानी का अंजाम मालूम न था
उसकी फितरत से दिल अनजान था
इश्क का इनाम हिज्र होना था
दिल 💔 वो सितमगर है मालूम न था
apanee kahaanee ka anjaam maaloom na tha
usakee phitarat se dil anajaan tha
ishk ka inaam hijr hona tha
dil 💔 vo sitamagar hai maaloom na tha
I didn’t know the outcome of my story
The heart was unaware of his nature
Hijra was the reward for love
Heart 💔, I didn’t know he was a Sitamar.
6
इतने करीब से वो सितमगर गुजर गया
बात जब इकरार की आई
वो जालिम मुकर साफ गया
ए दिल ए नादाँ तु उस सितमगर के
इश्क मे क्यों हद से गुजर गया
itane kareeb se vo sitamagar gujar gaya
baat jab ikaraar kee aaee
vo jaalim mukar saaph gaya
e dil e naadaan tu us sitamagar ke
ishk me kyon had se gujar gaya
That sitmar passed so close
When it came to agreement
the cruel man turned back and came clean
O heart, you are an innocent person of that evil person.
Why did I cross my limits in love?
7
जला के दिल मेरा वो सितमगर मुस्कराता है
अभी उसने हमारे इश्क की गहराई देखी है
जलेगा दिल उसका जब
वो मेरे सितम देखेगा \
jala ke dil mera vo sitamagar muskaraata hai
abhee usane hamaare ishk kee gaharaee dekhee hai
jalega dil usaka jab
vo mere sitam dekhega
My heart burns, that dark smile smiles
She has just seen the depth of our love
his heart will burn when
he will see my suffering
8
लबों की तवसूम हो गई है कहीं गुम
आज मुद्दत से आईना से रूबरू हुए हम
labon kee tavasoom ho gaee hai kaheen gum
aaj muddat se aaeena se roobaroo hue ham
The fragrance of my lips has disappeared somewhere
Today we came face to face with the mirror after a long time
9
सीसा ए दिल जब टूट के बिखर जाता है
ऐसे में फिर चैन किसे आता है आता ह
टूटा हुआ सीसा बस जख्म देता है
मत पूछिए टूटा दिल कितना तड़फाता है
seesa e dil jab toot ke bikhar jaata hai
aise mein phir chain kise aata hai aata ha
toota hua seesa bas jakhm deta hai
mat poochhie toota dil kitana tadaphaata hai
When a leaden heart breaks and shatters
Who can feel peace in such a situation?
broken lead just hurts
Don’t ask how much a broken heart hurts
aaina shayari hindi 2 line

10
हम दोनों में एक बात बहुत मिलती है
उसके सितम बेहिब है मेरी मोहब्बत बेहिसाब है
ham donon mein ek baat bahut milatee hai
usake sitam behisaab hai meree mohabbat behisaab hai
We both have a lot in common
His pain is immeasurable, my love is immeasurable
11
तसवूर में उस सितमगर को लाना भी गुनाह था
खैर जाने दो ये सब अपने बस में कहाँ था
tasavoor mein us sitamagar ko laana bhee gunaah tha
khair jaane do ye sab apane bas mein kahaan tha
It was also a crime to bring that Sitamar into the picture.
Well, let it go, all this was in your control.
12
मत देख आइना तू रहम कर आईने पर
देख के रूप तेरा जलन सेआइना रह जाए न टूटकर
मेरा आइना है चेहरा तेरा
कह देता है तेरा हर राज गहरा
13
जैसे आईने में दीखता है सबकुछ साफ़
तेरी आँखें भी बया कर देती हैं तेरे दिल का राज
14
तुझे आईने की जरूरत क्या है
मेरी आखों में देख ले चेहरा तेरा
15
तेरा रूप देख आइना भी शरमा जाता है
तेरा रूप आईने में कहाँ समा पाता है
16.
आईना देखूं तो तेरा ही चेहरा नज़र आता है,
लगता है अब मेरा वजूद भी तुझसे जुड़ा जाता है। 💫
17.
मत देख आइना तू रहम कर आईने पर,
तेरे हुस्न से जलकर कहीं टूट न जाए वो असर। 💔
18.
आईना जब भी देखा तेरा ही अक्स मिला,
अपने चेहरे में तेरा नाम लिखा मिला। 🌙
19.
चेहरे पर मुस्कान है मगर दिल में तूफ़ान है,
आईना भी अब समझ नहीं पाता मेरी जान है। 🪞
20.
तेरी यादों का आईना हर रोज़ दिखता है,
चेहरे पे हंसी, पर अंदर दर्द छिपता है। 💭
21.
आईना भी अब तुझसे सवाल करता है,
क्यों हर चेहरे में तेरा ही ख्याल करता है। 💔
22.
जबसे तू रूठा है, आईना भी बेरंग है,
अब वो चमक नहीं, न कोई उमंग है। 😔
23.
आईना देखूं तो खुद को पहचान नहीं पाता,
तेरे बिन अब कोई रंग मुस्कान नहीं लाता। 🥀
24.
तेरे जाने के बाद चेहरा फीका पड़ गया,
आईना भी अब देख कर चुप रह गया। 💫
25.
हर सुबह आईने में तेरा चेहरा देखता हूँ,
खुद को भूलकर बस तुझी को सोचता हूँ। ❤️🔥
26.
आईना भी तेरा दीवाना हो गया है,
तेरे बिना मेरा चेहरा वीराना हो गया है। 🌫️
27.
चेहरे पे तेरी मुस्कान का साया है,
आईना भी अब तुझ पर आया है। 💞
28.
आईना कहता है, “तू पहले सा नहीं रहा”,
मैंने कहा, “वो चला गया, दिल वहीं रह गया।” 💔
29.
हर दिन आईना देखता हूँ तेरी यादों में,
खुद को ढूंढता हूँ तेरी बातों में। ✨
30.
आईना भी अब मेरी हालत पर रोता है,
हर बार तेरा अक्स सामने होता है। 🪞💧
31.
चेहरा मेरा है पर तस्वीर तेरी बनती है,
आईना देखूं तो धड़कन बढ़ती है। 💘
32.
आईना अब सच्चा दोस्त लगता है,
हर दर्द को चुपचाप कहता है। 🤍
33.
तू जबसे गया, आईना भी बदल गया,
अब वो चेहरा भी मुझे अजनबी लग गया। 🖤
34.
आईने ने कहा, “अब तेरा रंग फीका है”,
मैंने कहा, “वो चला गया, अब सब अधूरा है।” 💔
35.
आईना देखूं तो तेरी झलक दिखती है,
हर सांस में तेरी कसक दिखती है। 🌙
36.
तू है आईना मेरे दिल का,
हर अक्स में बस नाम तेरा। 💫
37.
आईना अब सवाल नहीं करता,
क्योंकि हर जवाब में तेरा नाम आता। 💭
38.
हर सुबह आईना कहता है तेरा हाल,
कितना खोया हूँ तेरे ख्यालों के जाल। 💞
39.
आईना भी अब तुझसे रूठ गया है,
तेरे बिना हर चेहरा झूठ गया है। 🌫️
40.
तेरे बिना आईना भी अधूरा लगे,
हर तस्वीर अब धुंधली सा लगे। 💔
“kyu dekhti ho aaina shayari”
41.
क्यूँ देखती हो आईना रोज़, खुद को क्या खोज रही हो?
क्या उस चेहरे में वो खुशियाँ हैं, जो तुझसे छुप रही हो? 🌙
42.
आईना बोले, “तू हर दिन बदल रही है”,
मैंने कहा, “बस वही ढूँढ रही हूँ, जो खो रही है।” 💭
43.
क्यूँ देखती हो आईना हर सुबह तुझे,
क्या देखती हो अंदर या बस अपनी फरेब की सच्चाई? 🪞
44.
आईना कहता है, “तेरी आँखों में कुछ कह रहा है”,
तू चुप रहती है, दर्द खुद ही बह रहा है। 💔
45.
क्यूँ देखती हो आईना, क्या डर है तुझे खुद से?
हर अक्स में तेरा दर्द, बस तू खुद से लड़ रही है। 🌫️
46.
आईना भी अब सवाल करता है हर पल,
क्यूँ तू मुस्कुराती है, जब दिल है हलचल। 💫
47.
क्यूँ देखती हो आईना रोज़, खोई हुई यादें ताज़ा करने,
या अपने टूटे हुए दिल का आईना सहलाने? 🖤
48.
आईना भी अब तुझसे रूठ गया,
तेरे चेहरे पर वही अक्स अब कम दिखता। 💔
49.
क्यूँ देखती हो आईना, जवाब ढूँढने अपने सवालों का?
क्या उस चेहरे में छुपा है तेरे ख्यालों का हाल? 🌹
50.
आईना भी अब समझ गया तेरा हाल,
तेरे चेहरे की हंसी, अंदर का सैलाब निपटाल। 🌊
51.
क्यूँ देखती हो आईना, क्या खोज रही हो खुद में?
जो खो गया है, वो कहीं और नज़र आए खुद में। 💭
52.
आईना कहता है, “तेरी आँखों में जादू है”,
पर तू देखती हो, बस अपना दर्द बड़ा है। ✨
53.
क्यूँ देखती हो आईना हर पल,
क्या तुझे लगता है कोई जवाब देगा इस छल? 🌑
54.
आईना भी अब चुप हो गया,
तेरे हर सवाल का जवाब खुद में मिला। 🌸
55.
क्यूँ देखती हो आईना, खुद की पहचान पाने?
या खोए हुए लम्हों की यादों में जाने? 💔
56.
आईना कहता है, “तेरा अक्स बदल गया”,
तू मुस्कुराती है, मगर अंदर सब जल गया। 🔥
57.
क्यूँ देखती हो आईना, तेरे चेहरे की परछाईं में,
क्या ढूँढ रही हो खोई हुई कहानी में? 🌫️
58.
आईना भी अब थक गया तुझसे सवाल पूछते-पूछते,
तेरा दर्द ही अब उसकी राह बन गया। 🪞
59.
क्यूँ देखती हो आईना रोज़, अपने टूटे ख्वाबों में?
क्या उम्मीद बची है या सिर्फ़ खोई यादों में? 🌹
60.
आईना भी अब समझ गया तेरा हर राज़,
तेरे चेहरे पर मुस्कान, पर अंदर अंधेरों का साज़। 🌑
“aaina poetry in urdu”
61.
آئینہ کہتا ہے ہر روز تمہارے راز،
پر تم دیکھتی ہو، دل کے اندھیروں کا باز۔ 🖤
62.
کیا دیکھتی ہو ہر صبح آئینے میں؟
کیا تلاش ہے دل کی کہانی میں؟ 🌙
63.
آئینہ بھی اب تم سے سوال کرتا ہے،
کیوں چھپاتی ہو ہر درد کی باتیں؟ 💔
64.
آئینہ کہتا ہے، “تم بدل گئی ہو”،
پر تم دیکھتی ہو، بس وہ پرانی یادیں جو رہ گئی ہیں۔ 🌫️
65.
ہر آئینے میں تمہارا عکس ہے،
پر تمہاری آنکھیں چھپاتی ہیں بے حد غم کا سبق۔ ✨
66.
آئینہ بھی اب تھک گیا،
ہر راز تمہارا جان گیا۔ 🌸
67.
کیا دیکھتی ہو آئینہ میں، اپنی حقیقت؟
یا بس یادیں جو چھپتی ہیں رات کی خموشی میں؟ 🌑
68.
آئینہ کہتا ہے، “تم مسکراتی ہو”،
پر تمہارا دل دھڑکتا ہے خاموشی سے۔ 💔
69.
آئینہ بھی اب تمہارے ساتھ رنجیدہ ہے،
ہر عکس میں تمہاری تنہائی کا فسانہ ہے۔ 🌫️
70.
کیا دیکھتی ہو آئینہ میں، اپنے اندر؟
یا صرف دکھ اور خاموشی کا سفر؟ 🖤
71.
آئینہ کہتا ہے، “تمہاری آنکھیں سب کہہ رہی ہیں”،
پر تم سنبھالتی ہو ہر راز کی زنجیریں۔ 🔗
72.
کیا دیکھتی ہو آئینہ، اپنے ٹوٹے دل میں؟
ہر عکس میں درد اور پیار چھپا ہوا ہے۔ 💔
73.
آئینہ بھی اب تمہارے راز جان گیا،
پر تم خود اپنے جواب تلاش کرتی رہ گئی۔ 🌹
74.
کیا دیکھتی ہو آئینہ، کیا چاہتی ہو خود سے؟
کیا امید باقی ہے یا بس یادیں؟ 🌙
75.
آئینہ کہتا ہے، “ہر دن تم بدل رہی ہو”،
پر تم دیکھتی ہو بس وہ عکس جو رہ گیا۔ 💫
76.
کیا دیکھتی ہو آئینہ، حقیقت یا خیال؟
ہر عکس میں چھپتا ہے تمہارا سوال۔ 🌸
77.
آئینہ بھی اب خاموشی اختیار کر گیا،
تمہارے ہر راز کو بس دل میں رکھ گیا۔ 🖤
78.
کیا دیکھتی ہو آئینہ، اپنی تصویر میں؟
یا بس پرانی یادوں کے عکس میں؟ 🌫️
79.
آئینہ کہتا ہے، “سب کچھ صاف ہے”،
پر تم دیکھتی ہو بس دل کا دھندلا عکس۔ 💔
80.
کیا دیکھتی ہو آئینہ، دل کے زخموں میں؟
یا بس ہر عکس میں محبت کا عکس؟ 🌹