Happy Navratri Message In Hindi/नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं शायरी2025हेलो दोस्तों आप सबको नवरात्रि पर्व की बहुत सारी मंगल कामनाएं , दोस्तों नवरात्रि पर्व माँ दुर्गा को समर्पित है नवरात्रि पर्व पर मैं आपके Happy Navratri Message In Hindi/नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं शायरी , लेकर आई हूँ लिए-दुर्गा माता शक्ति की प्रतीक हैं ,
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 21 अक्टूबर से हो रही है. नवरात्रि के इन 9 दिनों में देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. इसे दुर्गा पूजा या दुर्गोत्सव के रूप में भी जाना जाता है. शारदीय नवरात्रि का त्योहार अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाता है. नवरात्रि में दुर्गा मां की विधिवत पूजा और हवन किया जाता है नवरात्रि एक संस्करत शब्द है जिसका अर्थ होता है” नौ रातें ” इन दिनों मे
रात और दिन मे माँ शक्ति के के नौ रूपों की पूजा की जाति है दसवें दिन दसहरा के नाम से प्रसिद्ध है
नवरात्रि मे जगत जननी अबे की नौ रूपों की पूजा की जाति है
1—मां शैलपुत्री
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
-या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम🙏🙏🌹🌹
2 ब्रह्मचारिणी,
दधाना करपद्माभ्याम्, अक्षमालाकमण्डलू.
देवी प्रसीदतु मयि, ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा..
या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

३ — चंद्रघंटा,
पिण्डजप्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकेर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
या देवी सर्वभूतेषु मां चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः🙏🙏🌹🌹
4– कुष्मांडा,
वन्दे वांछित कामर्थेचन्द्रार्घकृतशेखराम्।
सिंहरूढाअष्टभुजा कुष्माण्डायशस्वनीम्॥
सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे
कुष्मांडा स्तुति: मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां कूष्मांडा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

5–स्कंदमाता,
सिंहासनगता नित्यं,पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी,स्कंदमाता यशस्विनी।।
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

6– कात्यायनी
चन्द्रहासोज्जवलकरा शाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।🌹🌹🙏🙏

चन्द्रहासोज्जवलकरा शाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।https://dardejazbaat.in/
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।🌹🌹🙏🙏
7- कालरात्रि\
‘एकवेणी जपाकर्ण, पूरा नग्ना खरास्थिता.
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी, तैलाभ्यक्तशरीरिणी
वामपादोल्लसल्लोह, लताकंटकभूषणा
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा, कालरात्रिभयंकरी’
या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण
संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:

‘एकवेणी जपाकर्ण, पूरा नग्ना खरास्थिता.
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी, तैलाभ्यक्तशरीरिणी
वामपादोल्लसल्लोह, लताकंटकभूषणा
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा, कालरात्रिभयंकरी’https://dardejazbaat.in/
या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण
संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
8 महागौरी
ॐ देवी महागौर्यै नमः॥🙏🙏🙏🌹🌹🙏
श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम🌹🌹🙏🙏:।

ॐ देवी महागौर्यै नमः॥🙏🙏🙏🌹🌹🙏
श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो https://dardejazbaat.in/नम🌹🌹🙏🙏:।
9- सिद्धिदात्र
“ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः”🌹🌹🌹🙏🙏
सिद्ध गंधर्व यखसाद्यैरसुरैरैरपि |
सेव्यमना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी ||
या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता |
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः 🙏🙏
|

“ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः”🌹🌹🌹🙏🙏
सिद्ध गंधर्व यखसाद्यैरसुरैरैरपि |
सेव्यमना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी ||
या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता |
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः 🙏🙏|
नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं शायरी-
1-
आदि अनंत है दुर्गे भवानी की महिमा
शीस झुका करतें हैं नमन तुमको माँ
सकल दुःख हरो हे जग जनंनी दुर्गे माँ
चलें सत्य के मार्ग पर वर ऐसा दे दो माँ||शुभ नवरात्रि||
2-
करते हैं दुर्गे माँ से विनती बार बार
दुर्गां माता का मिले आपको बहुत प्यार3-
हंसी ख़ुशी से रहें आप सबमें बाँटें प्यार
आप सबको मंगल मय हो नवरात्रि का त्यौहार||शुभ नवरात्रि||
3-
दिलों से दिलों की दूरियां मिटें
सदा शांति और सफलता मिले
आओ सब मिल जुलकर प्रार्थना करें
दुर्गा भवानी सबका कष्ट क्लेश हरें|शुभ नवरात्रि||
4-
दया धर्म सत्य के मार्ग पर जो चलते हैं
जो सदा सबके कल्याण की खातिर कर्म करते हैं
माता दुर्गा के करीब सदा ऐसे प्राणी रहते हैं
ऐसे भक्तों पर माँ भवानी खुशियों की वर्षा करती हैं||शुभ नवरात्रि||
5-
माँ दुर्गे की महिमा न्यारी है
रूप जगजनी का मंगलकारी है
अष्ट सिद्धि नव निधि देती माता हमारी हैं
आप सबके मंगल कामना पूरी हो प्रार्थना हमारी है
||शुभ नवरात्रि||
6-
माता दुर्गा प्रचंड शक्ति हैं
शेर सवार हो आई हैं
करें बंदन पूजन इनका
ये शक्ति भक्ति मुक्ति दायनी हैं ||शुभ नवरात्रि||
7-
भक्तों का कल्याण करती हैं
दुष्टों का संघार करती हैं
कर्म फल की दात्री माता हैं
जैसा कर्म करेगा प्राणी फल वैसा देती हैं||शुभ नवरात्रि||
8-
रूप मेरी माता का जितना प्यारा है
शक्ति के आगे उनके झुकता जग सारा है
सजे हैं दुर्गा माता के भवन प्यारा नजारा है
माँ दुर्गे के गुणगान से हर तरफ जयकारा है||शुभ नवरात्रि||
Navratri Shayari Status Quotes
9-
जय माँ दुर्गा शक्ति भक्ति मुक्ति की दायनी की
देव् दानव मानव भक्ति करतें भवानी की 🙏🙏🌹🌹
||शुभ नवरात्रि||
10-
आओ करें शक्ति की पूजा
स्वीकार करो माता हमारी पूजा||शुभ नवरात्रि||

आओ करें शक्ति की पूजा
स्वीकार करो माता हमारी पूजा||शुभ नवरात्रि||
11-
जय जगजननी आदि भवानी
करो सदा कल्याण भवानी
सदा करो कल्याल भवानी
चरणों में कोटि नमन करूंभवानी 🌹🌹🙏🙏
||शुभ नवरात्रि||

12-
हे जग जननी आदि भवानी
हाथ जोड़ के करूं बंदन 🙏🙏
ऐसा दो बरदान भवानी 🌹🌹
मिट जाएं सकल क्लेश भवानी
||शुभ नवरात्रि||

13-
सकल संसार के प्राणी माँ की है संतान ||शुभ नवरात्रि||
करें हम रक्षा प्रकृति प्राणियों की माँ ऐसा दो दो हमको बरदान
14-
माँ तुम हो शक्ति🙏🙏
तुम हो ज्ञान ,और भक्ति
जो आए शरण तुम्हारी
दुःख से पा जाए वो मुक्ति||शुभ नवरात्रि||
15-
आओ करें मिलजुलकर जगजननी की आराधना
आप सब को नवरात्रि पर्व की शुभ कामना ||शुभ नवरात्रि||

16-
दुर्गा मात भवानी की करें स्वागतम मात की🌹🌹🙏🙏
नवरात्रि की आई शुभ बेला लगा है भक्तों का मेला||शुभ नवरात्रि||
17-
भक्त वतस्ला माता सुख सम्पति की दाता 🙏🙏
जो भी शरण जाए इनकी मनवांछित फल पाता Happy Navratri
18-
माँ का भक्त कैसा हो ??
दया धर्म की राह जो चलता हो
माँ की पूजा कैसी हो ??
सब प्राणियूं पर दया हो Happy Navratri
19-
जोर से बोलो जय कारे जो भी मय्या को पुकारे
बड़ी दयालु हैं भवानी पल सारे काज सवाँरे Happy Navratri

20-
मय्या के नवरात्रि आए सब तरफ बजार सज गए
भक्तों ने पंडाल सजाए मिल जुलकर मंगल गाए Happy Navratri
नवरात्रि की शुभकामना संदेश
21.
माँ की आशीर्वाद से जीवन में हो हर रंग बेमिसाल,
नवरात्रि के इस पर्व पर हो खुशियाँ हर एक सवाल।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
22.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ हो,
आपका जीवन हो समृद्ध, हर कदम पर सफलता हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
23.
नवरात्रि का यह पर्व आपके जीवन को खुशियों से भरे,
माँ का आशीर्वाद हर दुख को समाप्त करे।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
24.
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर माँ का आशीर्वाद आपके साथ हो,
आपकी राहों में हमेशा माँ का प्रकाश हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
25.
माँ दुर्गा की कृपा से हर बाधा दूर हो जाए,
आपका जीवन हर दिशा में रौशन हो जाए।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
26.
नवरात्रि के इस शुभ पर्व पर माँ का आशीर्वाद मिले,
आपका जीवन प्यार, समृद्धि और शांति से भरे।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
27.
माँ का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहे,
आपका हर कदम सफलता की ओर बढ़े।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
28.
नवरात्रि के इस पावन पर्व पर माँ दुर्गा का आशीर्वाद आपके साथ हो,
सभी दुख दूर हो जाएं और जीवन में खुशियाँ भर जाएं।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
29.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा आपके जीवन को रोशन करे,
आपके जीवन में हर दिन नवरात्रि जैसी खुशियाँ लाए।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
30.
नवरात्रि के इस पवित्र समय में माँ की कृपा से हर राह आसान हो,
आपका हर कदम माँ के आशीर्वाद से सफलता की ओर बढ़े।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
31.
नवरात्रि की रात्रियों में माँ का आशीर्वाद आपके जीवन को भर दे,
आपके दिल में सुकून और खुशियाँ हमेशा रहें।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
32.
माँ के आशीर्वाद से हर दुःख दूर हो जाए,
आपका जीवन सुकून और शांति से भरा हो जाए।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
33.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद आपके जीवन को समृद्धि दे,
नवरात्रि के इस पवित्र समय पर हर राह में सफलता मिले।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
34.
माँ का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहे,
आपका जीवन हर नवरात्रि की तरह सुहाना हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
35.
माँ दुर्गा के आशीर्वाद से हर मुश्किल आसान हो,
नवरात्रि के इस पावन पर्व पर खुशी का जश्न हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
36.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ हो,
नवरात्रि की हर रात्रि में सुकून और शांति का वास हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
37.
इस नवरात्रि पर माँ का आशीर्वाद आपके घर में आए,
आपका हर कार्य सफलता से भरा हो और आप हमेशा मुस्कुराए।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
38.
माँ के आशीर्वाद से हर दुख दूर हो जाए,
आपकी राहों में खुशियाँ बिछ जाएं।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
39.
नवरात्रि का यह पर्व लाए आपकी ज़िन्दगी में खुशियाँ,
माँ के आशीर्वाद से हो दूर सभी मुश्किलें और उदासियाँ।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
40.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद मिले, सब काम सफल हो जाएं,
आपका हर दिन नवरात्रि की तरह खुशहाल हो जाए।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
41.
माँ दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन हो सुलझा,
सभी दुखों से मिले आपको निजात, हर पल हो ख़ुशियों से भरा।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
42.
नवरात्रि के इस पर्व पर माँ का आशीर्वाद हमेशा साथ हो,
आपका जीवन हर दिन सुकून से भरा हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
43.
माँ दुर्गा की पूजा से हो हर कदम पर सफलता,
नवरात्रि के इस पर्व में माँ का आशीर्वाद मिले हर घड़ी।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
44.
माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ हो,
आपका जीवन हो सुन्दर, आपके हर कदम में शांति हो।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
45.
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर माँ का आशीर्वाद हर दिल को मिले,
आपका जीवन हमेशा माँ के आशीर्वाद से महके।
|| नवरात्रि की शुभकामना ||
माता का स्वरूप न्यारा प्रकृति ही माँ का स्वरूप”
46.
धरती की हर कली, हर पत्ता, माँ का रूप है न्यारा,
जो इसे बचाए रखे, माँ उसका बनाती है सहारा।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
47.
चाँद सितारे, आकाश का रंग, सभी माँ के रूप में बसी,
जो प्रकृति की रक्षा करेगा, माँ से मिलेगा वरदान वसी।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
48.
धरती पर बसी है माँ की हर एक रूप,
जो इसे प्यार से रखे, वह पाता है हर सुख और सौंदर्य का जोश।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
49.
प्रकृति है माँ का रूप, जो देती है जीवन का आधार,
जो इसे बचाए रखे, माँ उसकी हर राह हो आसान और प्यार।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
50.
जिन्हें समझ में आती है माँ की दया और प्रकृति की महिमा,
वह खुद को समर्पित कर देते हैं, सच्ची शक्ति प्राप्त करने की शिक्षा।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
51.
जो भोग विलास से दूर रहे, माँ उसे देती है आशीर्वाद,
प्रकृति के हरे-भरे रंगों में पाई जाती है उसकी सच्ची शांति का राग।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
52.
यह धरती, यह आकाश, ये नदियाँ सब माँ के ही रूप हैं,
जो इन्हें संजोकर रखे, माँ उसे हर कदम पर देती हैं शुभकामनाएं।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
53.
धरती का हर एक संसाधन है माँ का आशीर्वाद,
जो इसे बचाए रखे, उसे मिले जीवन में सच्चा सुख और लाभ।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
54.
माँ का स्वरूप हर जगह है बसा, हर सजीव और निर्जीव में,
जो जीवों पर दया करे, माँ उसे देती है सच्चा प्रेम और विश्वास।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
55.
धरती माँ के चरणों में बसा है हर जीवन का सार,
जो उसे समर्पित हो जाए, उसकी झोली हो पूर्ण और खुशहाल।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
56.
धरती माँ की गोदी में बसी है हर एक दया की धार,
जो उसे अपनाए, उसकी झोली हो खुशियों से भरपूर और विचार।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
57.
प्रकृति से हम सीखें ज्ञान की हर वो राह,
जो सच्चे दिल से उसे समझे, उसकी जीवन में हो विशेष महिमा का आभास।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
58.
माँ के स्वरूप में बसी है शांति और दया,
जो इन्हें समझे, वह जीवन में पाए हर कामयाबी और सुकून की सया।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
59.
प्रकृति में बसी है माँ की असली महिमा,
जो उसका सम्मान करेगा, वही पाएगा सच्चा ज्ञान और दया का भव्य स्वरूप।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
60.
धरती से हमें मिली हर साँस, हर फिजा है माँ का आशीर्वाद,
जो उसकी देखभाल करे, उसे मिलेगा ज्ञान और असीमित सौभाग्य का वरदान।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
61.
जो प्रकृति से प्रेम करता है, उसे माँ का आशीर्वाद मिलता है,
वह जीवन में सच्ची दया और ज्ञान से समृद्ध होता है।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
62.
प्रकृति की हर रूप में बसी है माँ का वास्तविक रूप,
जो उसे बचाए रखे, उसे मिले जीवन में प्रेम, दया और ज्ञान का रूप।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
63.
जो माँ के आशीर्वाद से जीवन को समझे, वह प्राप्त करता है हर सुख का कारक,
प्रकृति की रक्षात्मक शक्ति से मिलता है उसे हर बाधा से निकलने का विकल्प।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
64.
प्रकृति का सौंदर्य है माँ का अटल रूप,
जो इसे संजोता है, उसकी जिंदगी हो जाती है प्रेम और दया से भरी।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
65.
माँ की कृपा से प्रकृति में हर सुख का समावेश है,
जो समझे इसका महत्व, उसे मिलती है जीवन में सच्ची भलाई और श्रेय का प्रवेश।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
66.
धरती माँ की गोदी में बसी है हर ज्ञान की बात,
जो उसे समझे, वह पाए जीवन में सुकून और दया की छाँव के साथ।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
67.
प्रकृति के हर रूप में बसी है माँ की शक्ति और ज्ञान,
जो उसे स्वीकारे, उसकी तक़दीर बदल जाए, और सभी संकंट दूर हो जाएं।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
68.
माँ की भव्यता हर पेड़, हर पहाड़ में बसी है,
जो उसे आदर देगा, वही पाएगा दया और ज्ञान की सबसे बड़ी रसी है।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
69.
प्रकृति से हम सीखें दया की ताकत और ज्ञान का दीपक,
जो इनसे जुड़ा रहे, वही जीवन में पाए सच्चा सुख और शांति का साथ।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||
70.
प्रकृति है माँ का रूप, जो हमें जीवन की सच्चाई सिखाए,
जो उसका सम्मान करेगा, वही सच्चे ज्ञान से अपने जीवन को महकाए।
|| प्रकृति ही माँ का स्वरूप ||