International Day Of The Girl Child Awareness Quotesअंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर -अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस हर वर्ष 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत 2012 में संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा की गई थी, ताकि दुनिया भर में लड़कियों के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, और समानता को बढ़ावा दिया जा सके।
आज भी अनेक देशों में बेटियाँ भेदभाव, हिंसा, शिक्षा की कमी, बाल विवाह, और शोषण का शिकार होती हैं। इस दिन का उद्देश्य है लड़कियों को सशक्त बनाना, उनकी आवाज़ को बुलंद करना, और समाज में उनके प्रति समानता और सम्मान की भावना जगाना।
🌸 H1 – अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर प्रेरणादायक शायरी

1
बेटी ही तो घर की रौशनी बन जाती है,
जहाँ वो हँसती है, वहाँ खुशियाँ खिल जाती हैं।
2
बेटी बोझ नहीं, भगवान का दिया वरदान है,
उसके बिना अधूरा हर परिवार और जहान है।

3
बेटी की मुस्कान है सबसे प्यारी प्रार्थना,
वो जहाँ जाए, बस दे प्यार की दिशा।
4
बेटी की हँसी में छिपा है सारा संसार,
उसके बिना अधूरा हर त्योहार।
5
बेटी ही तो है माँ का गर्व और पिता की जान,
उसके बिना अधूरा हर अरमान।
6
बेटी की किलकारी में है जीवन का संगीत,
वो ही तो है सृजन की असली प्रतीत।
7
बेटी को उड़ान दो, सपनों को आसमान दो,
वो तुम्हारे नाम को नई पहचान दो।
8
बेटी को मत रोकना, उसे बढ़ने दो,
वो समाज को नई राह दिखाने दो।
9
बेटी ही भविष्य की नींव है मजबूत,
उसे देना चाहिए सम्मान हर सूत।
10
बेटी की मुस्कान में ईश्वर का चेहरा है,
वो ही तो हर घर का सवेरा है।
11
बेटी है आशा, बेटी है प्रकाश,
उसके बिना नहीं किसी घर में उल्लास।
12
बेटी के कदमों से होती है शुरुआत,
हर सपने की मिलती है नई सौगात।
13
जहाँ बेटी का सम्मान होता है,
वहीं हर दिन त्योहार होता है।
14
बेटी ही तो है परिवर्तन की पहचान,
उसके बिना अधूरा हर सम्मान।
15
बेटी की शिक्षा से रोशन हो समाज,
यही है असली विकास का राज़।
16
बेटी का सपना है नया आसमान,
उसे दो हिम्मत और पहचान।
17
बेटी की हँसी में है माँ की दुआ,
वो लाए हर दिन नई खुशियों की हवा।
18
बेटी के अधिकार का करो सम्मान,
यही है मानवता का असली अभियान।
19
बेटी की शक्ति को पहचानो,
उसे जीवन की ऊँचाई तक पहुँचाओ।
20
बेटी है खुद में एक संसार,
उससे ही खिलता है हर परिवार।
📚 H2 – शिक्षा पर जागरूकता शायरी (Education)

21
बेटी को पढ़ाओ, ज्ञान का दीप जलाओ,
वो हर दिशा में उजाला फैलाएगी।
22
शिक्षा है बेटी की पहली पहचान,
यही दिलाएगी उसे सम्मान।
23
बेटी की किताबों में छिपा है उसका उजाला,
ज्ञान से बदल देगी हर हाला।
24
बेटी को शिक्षा से मत रोकना कभी,
उसी से बढ़ेगी उसकी खुशी।
25
पढ़ी-लिखी बेटी बनती है मिसाल,
वो बदल देगी समाज का हाल।
26
शिक्षा है उसका हक़, उसका अधिकार,
यही देगी जीवन को नया आकार।
27
बेटी को दो शिक्षा की उड़ान,
वो ही बनाएगी देश महान।
28
ज्ञान से सशक्त होती है हर नारी,
यही है जीवन की सच्ची तैयारी।
29
बेटी के हाथ में कलम देना,
वो ही बदलेगी भविष्य का चेहरा।
30
जहाँ बेटियाँ पढ़ती हैं मुस्कुराकर,
वहाँ देश बढ़ता है आगे बढ़कर।
31
शिक्षा है बेटी की असली शान,
उसे दो उसका सच्चा सम्मान।
32
बेटी की पढ़ाई में मत लगाओ रुकावट,
यही है बदलाव की सबसे बड़ी हक़ीक़त।
33
ज्ञान की रोशनी से मिटेगा अंधकार,
बेटी बनेगी उज्ज्वल भविष्य का आधार।
34
बेटी पढ़ेगी तो परिवार बढ़ेगा,
ज्ञान से हर सपना सजेगा।

35
शिक्षा से बेटी बनेगी स्वाभिमान,
उससे ही समाज होगा महान।
36
बेटी की किताबों में हैं सपनों के रंग,
उसे दो शिक्षा, न रोको उसके संग।
37
बेटी को दो शिक्षा का वरदान,
यही है सबसे सुंदर सम्मान।
38
शिक्षा से बेटी बनेगी मिसाल,
उसे दो अवसर, यही है सवाल।
39
बेटी पढ़ेगी तो खुशियाँ आएँगी,
उसकी उड़ान से नई राहें बनेंगी।
40
ज्ञान ही बेटी की सबसे बड़ी ताकत है,
उसे पढ़ाना हर परिवार की आदत है।
🩺 H3 – स्वास्थ्य पर जागरूकता शायरी (Health)

41
स्वस्थ बेटी ही सशक्त समाज का आधार है,
उसकी देखभाल ही असली प्यार है।
42
बेटी के स्वास्थ्य में है घर की शांति,
उसकी मुस्कान में छिपी हर आनंद की भ्रांति।
43
उसे दो पोषण और देखभाल का हक़,
यही है उसके जीवन का असली फ़लक।
44
स्वास्थ्य ही बेटी की पहली जरूरत है,
यही उसकी सफलता की जड़ है।
45
बेटी को दो पौष्टिक आहार का साथ,
तभी चलेगी वो मजबूती के साथ।
46
स्वस्थ बेटी ही सशक्त नारी है,
यही तो जीवन की सच्ची तैयारी है।
47
बेटी की सेहत में मत करो लापरवाही,
यही है उसके उज्जवल कल की गवाही।
48
उसकी मुस्कान में छिपा है स्वास्थ्य का रंग,
उसे दो देखभाल, मत करो तंग।
49
बेटी की सेहत पर रखो ध्यान,
यही है मानवता का सच्चा सम्मान।
50
स्वस्थ बेटी, मजबूत समाज,
यही है जीवन का असली राज़।

51
बेटी के स्वास्थ्य से जुड़े हर सवाल,
समाज को देने होंगे सही हल।
52
स्वास्थ्य है उसका पहला अधिकार,
यही दे उसे जीवन का आकार।
53
बेटी को दो सेहत की सौगात,
वो ही लाएगी खुशियों की बरसात।
54
स्वस्थ शरीर में बसता है आत्मविश्वास,
उसे दो स्वास्थ्य, यही है खास।
55
स्वास्थ्य के बिना सपने अधूरे,
बेटी की देखभाल है सबसे ज़रूरी।
56
स्वस्थ बेटी ही सशक्त जीवन की नींव है,
यही तो समाज की सुंदर प्रतीक है।
57
उसे दो सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान,
यही है सच्चे प्रेम का पहचान।
58
बेटी की सेहत पर करो निवेश,
यही है समाज का सच्चा परिवेश।
59
स्वस्थ बेटी बनेगी शक्ति की मिसाल,
यही है समाज का असली सवाल।
60
स्वास्थ्य में ही है हर उजाला,
बेटी को दो देखभाल निराला।
🛡 H4 – सुरक्षा और समानता पर शायरी

61
बेटी की सुरक्षा हर घर की ज़िम्मेदारी,
यही है समाज की असली तैयारी।
62
जहाँ बेटियाँ सुरक्षित हैं,
वहीं जीवन सच्चे अर्थों में सुंदर है।
63
बेटी को दो बराबरी का स्थान,
यही है समाज का सच्चा सम्मान।
64
बेटी की सुरक्षा में ना करो कोताही,
यही है मानवता की सच्ची गवाही।
65
समान अधिकार है बेटी का हक़,
उसे दो आज़ादी और हर फ़लक।
66
बेटी की रक्षा ही सबसे बड़ा धर्म है,
यही हर माँ-बाप का कर्म है।
67
जहाँ बेटियाँ सुरक्षित हों,
वहीं समाज में प्रकाश हो।

68
बेटी की सुरक्षा में ही है शांति,
यही है मानवता की भ्रांति।
69
बेटी को दो सम्मान और हक़,
यही है प्रेम का असली फ़लक।
70
समानता का दीप जलाओ,
बेटियों को बराबरी का हक़ दिलाओ।
71
जहाँ बेटी को मिले सुरक्षा और सम्मान,
वहीं है समाज का असली पहचान।
72
बेटी की सुरक्षा है जीवन का मूल,
यही बनाए हर समाज को फूल।
73
समानता में ही है सुख का वास,
बेटी को दो अधिकार का अहसास।
74
बेटी की रक्षा ही असली विजय है,
यही समाज की सच्ची दिशा है।
75
जहाँ बेटी सुरक्षित है, वहाँ विकास है,
यही तो सच्चे समाज का प्रकाश है।
76
सुरक्षा का अधिकार है बेटी का हक़,
यही देगी समाज को असली फ़लक।
77
बेटी की सुरक्षा है पहला नियम,
यही है समाज का धर्म और क़ायम।
78
बेटी की रक्षा करो हर पल,
यही है जीवन का सबसे बड़ा फल।
79
बेटी की इज़्ज़त में है घर का नाम,
उसे दो सुरक्षा और सम्मान।
80
जहाँ बेटी को मिले सम्मान का आसमान,
वहीं है जीवन का सच्चा गान।
🌱 H5 – विकास और सशक्तिकरण पर शायरी

81
बेटी का विकास ही देश की पहचान है,
उसकी उड़ान ही समाज की शान है।
82
सशक्त बेटी ही सशक्त समाज की मिसाल है,
उसकी सफलता हर दिल को खुशहाल है।
83
बेटी को दो अवसर और सम्मान,
यही है विकास का सच्चा प्रमाण।
84
जहाँ बेटियाँ आगे बढ़ती हैं,
वहीं हर दिशा में रोशनी खिलती है।
85
बेटी को दो बराबरी का अधिकार,
वो ही बदलेगी समाज का विचार।
86
सशक्त बेटी है हर घर की रोशनी,
यही है समाज की सच्ची कहानी।
87
बेटी का विकास है राष्ट्र का विकास,
उसके बिना अधूरा हर प्रयास।
88
सशक्त नारी है सबसे बड़ी शक्ति,
यही है समाज की असली भक्ति।
89
बेटी को दो विकास का साथ,
यही है जीवन का असली रास्ता।
90
जहाँ बेटी सशक्त है, वहाँ समाज समृद्ध है,
यही है सफलता का असली प्रतिबिंब।
91
बेटी के सशक्तिकरण से बनेगी नई पहचान,
वो ही लिखेगी विकास की नई उड़ान।
92
सशक्त नारी है शक्ति का प्रतीक,
यही समाज की सुंदर रीत।

93
बेटी का विकास है हर दिल की चाह,
यही है हर परिवार की राह।
94
बेटी को दो अवसर हर क्षेत्र में,
यही है समानता की रेखा जीवन में।
95
बेटी को दो निर्णय की आज़ादी,
यही है सशक्त समाज की बुनियादी।
96
सशक्त बेटी बनेगी मिसाल,
वो ही देगी दुनिया को नया सवाल।
97
विकास की राह में बेटी का साथ,
यही है सफलता की असली बात।
98
बेटी को दो नेतृत्व का स्थान,
यही है विकास का प्रमाण।
99
जहाँ बेटी सशक्त है, वहाँ समाज महान,
यही है मानवता का सच्चा गान।
100
बेटी की ताकत है उसकी पहचान,
वो ही है समाज की असली जान।
🚫 H6 – शोषण के विरुद्ध जागरूकता शायरी

101
अब नहीं सहेंगी बेटियाँ अन्याय,
उनकी आवाज़ बनेगी बदलाव
102
बेटी की चुप्पी को तोड़ो अब,
उसे दो न्याय और नया सबब।
103
शोषण के विरुद्ध उठे हर आवाज़,
यही है समाज की सच्ची आवाज़।
104
बेटी के हक़ की करो रक्षा,
यही है मानवता की सच्ची परिभाषा।
105
जहाँ शोषण मिटेगा, वहीं सुख फलेगा,
बेटी का जीवन तब ही खिलेगा।
106
बेटी के दर्द को मत अनसुना करो,
उसे न्याय दिलाने का प्रण करो।
107
शोषण के खिलाफ़ उठाओ कदम,
यही है सशक्त समाज का परम।
108
अब बेटी नहीं रहेगी बेबस,
उसकी आवाज़ बनेगी परिवर्तन का सबब।
109
बेटी का अधिकार है न्याय और सम्मान,
यही है समाज का सच्चा गान।
110
शोषण मिटाओ, समानता लाओ,
बेटी को उसका हक़ दिलाओ।
111
अब वक्त है बदलाव का,
हर बेटी के अधिकार का।
112
जहाँ अन्याय होगा, वहाँ आवाज़ उठेगी,
हर बेटी अब सशक्त बनेगी।
113
बेटी के साथ अब कोई अन्याय नहीं,
उसकी चुप्पी अब स्वीकार नहीं।
114
बेटी की रक्षा ही असली धर्म है,
उसका सम्मान ही कर्म है।
115
जहाँ सम्मान मिलेगा, वहाँ प्रेम फलेगा,
जहाँ शोषण मिटेगा, वहाँ उजाला खिलेगा।
116
बेटी की सुरक्षा समाज का आधार,
यही है हर दिल का पुकार।
117
बेटी के आँसुओं का अब हिसाब होगा,
हर अन्याय का जवाब होगा।
118
अब हर बेटी बोलेगी सच,
नहीं झुकेगी किसी के आगे कच्च।
119
शोषण मिटाना ही है असली कार्य,
यही है मानवता का सच्चा संस्कार।
120
बेटी की इज़्ज़त में ही है राष्ट्र का मान,
उसे दो सुरक्षा, सम्मान और पहचान।
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