Sorry Shayari

sorry  यार  बेवजह ही तुझसेउम्मीद लगा बैठे   अपना चैन  सकूँ गवां बैठे

sorry  कभी मुझसे दिल  दुखा हो तो   वरना तुमने तो मेरा  दिल दुखाया  ही नहीं दिल भी तोड़ा है

इक  बात  कहूं  यार जो रिश्ता  sorry बोलने से भी न सम्भले उस रिश्ते   में कोई गुंजाईश  नहीं  बची  समझो

sorry जरूर बोलो  पर अपने आत्मसम्मान   को गिरने   मत दो

हम उसे sorry  बोलते रह गए    उसे  तो जाना था  चले गए

माफ़ी  उससे मांगी जाती है   जिसे आपकी कदर हो

जिसे मोहबत्त होगी तुमसे  वो जरूर  मान जाएगा रूठ के

जिन रिश्तों को टूटना होता है  वो माफ़ी मांगने से भी  टूट ही जाता है

उसके नजरों में सॉरी की क्या कीमत होती   वो जरूर मान जाता अगर उसको मोहबत्त होती

तेरे सॉरी बोलने से कैसे माफ़ करदूँ  तूने  गलती नहीं बेवफाई की मुझसे

कैसे  माफ़ करूँ उसे उसने मेरा ऐतबार तोडा है

सॉरी गलती तेरी नहीं थी मेरी थी  जो तुझपर भरोसा  करने की गलती की