मुस्कान

मुस्कान

इन मुस्कराते  लबों की   कसीस लाजवाब है       इस चेहरे में अनजाना खिचाव  है

मुस्कान

मुस्कान

छुपा लेते हैं  हर दर्द  मुस्कान के पीछे       ये हुनर मिरे  दर्द ने बखूबी  सीखा दिया मुझे

मुस्कान

मुस्कान

द्रर्द की दास्तान  है मिरि मुस्कान       हर पल सजी रहती है मिरि मुस्कान

मुस्कान

मुस्कान

मुस्कराहट  इन लबों पर यूँ सजाए रखना        हमको  अपना दीवाना बनाए रखना

मुस्कान

मुस्कान

जिंदगी के गमों ने मुझे लाख उलझाया         उलझनों  ने मुझे मुस्काना सिखाया

मुस्कान

मुस्कान

तिरि  मुस्कराने की अदा  कातिलाना है           इस अदा  पर फ़िदा     हर दीवाना है

मुस्कान

मुस्कान

जिंदगी  जीना उसी को आता है          दर्द  में भी जो अक्सर मुस्कराता है

मुस्कान

मुस्कान

सबकुछ तिरि मुस्कान पर सबकुछ  वार दूँ          तिरी चाहत में   तिउझे क्या उपहार दूँ

मुस्कान

मुस्कान

वो कातिल गजब का है         उसकी मुस्कान से कत्ल हो जाते हैं

मुस्कान

मुस्कान

वो एक हस्ता हुआ  चेहरा याद आता है        तिरा मुस्कराना  बहुत याद आता है

मुस्कान

मुस्कान

तुझे जरूरत क्या    कत्ल करने की   इक मुस्कान काफी है कत्ल  होने को

मुस्कान

मुस्कान

यूँ ही उम्र भर मुस्कराते रहना  दूवा यही है सदा खुस रहना