**"मोहब्बत की एक तन्हा कहानी"**
💔 **मोहब्बत का असर कुछ ऐसा है...** **दूर होकर भी मेरे आसपास है।**
**किताब खोलूं, पन्नों से उसकी खुशबू आती है।**
🖤 **ये कैसा असर है मोहब्बत का...** **जो तन्हाई को भी उसका बना देता है।**
"तुम मिलो तो पूछना है तुझसे..." किस बात की शिकायत थी मुझसे?
"तेरी ख़ामोशी ने ही सब कह दिया," तेरी जिन्दगी अब कोई और बन गया ।
"रिश्ते तो बहुत हैं ज़िंदगी में," पर तुझ जैसा सुकून कहीं नहीं है।
"खुश रहो अब अपनी दुनिया में," अब हम नहीं तेरी दुनियां में ।
"तेरे बाद किसी से दिल नहीं लगा," फिर किसी और का हो न सका।"
✨ **कहानी अधूरी है... पर एहसास मुकम्मल।**