पहला प्यार  शायरी

पहला प्यार दिल में रह जाता है  दिल तुझे  भूल नहीं  सकता है

पहली मोहबत्त की पहली खुमारी जाती नहीं     तुम्हारी सूरत मुझसे भुलाई जाती नहीं

वो नजर का [पहली बार मिलना   छुप छुप के तेरा दीदार करना

पहले प्यार  का  मिलना सबको नसीब नहीं होता    सबको   अपने महबूब का साथ नसीब नहीं होता

कभी  तुम से बिछड़ने का सोचा नहीं     तू पहली मोहबत्त है   तुझे भूलता नहीं

यूँ ही रहना मेरी नजर् के पास    तुझ बिन दिल रहता है उदास

आज फिर याद आई  उस  बेवफा की    वो ही तो मेरी पहली मोहबत्त थी

आज भी  उस मोड़ पर खड़े हैं हम  जिस मोड़ पर  वो छोड़ गया था कभी

कभी  किसी का दिल मत दुखाना   पहली मोहबत्त को कभी मत ठुकराना

तुम मेरे दिल में समाए हो ऐसे    सागर में पानी समाया हो जैसे

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तुझे भूल जाना मेरे बस की बात नहीं    पहले प्यार   की पहली नजर  की खासियत यही

मुझे भी बता दे  कैसे भुला जाता है  मुझे हर पल पहला पयार याद  आता है