"चार साहिबजादे, गुरु गोबिंद सिंह जी के पुत्र, आज भी हमें सिखाते हैं धर्म, सत्य और बलिदान का अर्थ।"
गुरु गोबिंद सिंह जी के चार अनमोल रत्न "साहिबजादे: अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह, और फतेह सिंह – वीरता और विश्वास की प्रतिमूर्ति।"
छोटे साहिबजादों की अदम्य निष्ठा "जोरावर सिंह (9 वर्ष) और फतेह सिंह (6 वर्ष) ने अपनी नन्ही उम्र में किला जैसे साहस का परिचय दिया।"
धर्म की खातिर कड़ा इम्तिहान "छोटे साहिबजादों को जिंदा दीवार में चुनवाने का फरमान सुनाया गया, लेकिन उनके हौसले को कोई झुका न सका।"
साहस की नई परिभाषा "उनके शब्द गूंज उठे: 'सिर कटा सकते हैं, पर धर्म नहीं छोड़ सकते।'"
कच्चे अंगूठे का खेल "जोरावर और फतेह ने जालिमों की हर चाल को अपने विश्वास से विफल कर दिया।"
दीवार में चुनवा दिए गए छोटे साहिबजादे "यह बलिदान धर्म और मानवता के लिए सबसे बड़ा उदाहरण है।"
साहिबजादों की गाथा, हर दिल में "यह सिर्फ एक इतिहास नहीं, यह हर सिख और भारतीय की आत्मा में बसता है।"
साहिबजादों का बलिदान अमर है "आइए, हम उनके बलिदान को नमन करें और उनके सिद्धांतों पर चलें।"