3मार्च वन्य जीवजंतु दिवस  पर विशेष

3 मार्च 1973 UN 68/205 मेंहुए 'जंगली जीव और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने का दिन सुरु हुआ था

क्या आप जानते हैं  हमने गत वर्षों में 8000 से भी अधिक प्रजातियों को नष्ट कर चुके हैं  3000 से अधियक नष्ट होने की कगार पर हैं

धरती से  नष्ट होते जीव जंतु और जंगल जड़ी  बूटियों को नष्ट करने में एक मात्र  हम मनुष्यों का हाथ है

मनुष्य के उपभोगवाद और  बढ़ती जनसंख्या हमारी इस धरती और इसपर रहने वाले जीवजंतु  के नष्ट होने का कारण है

क्या आप जानते हैं  हमारी धरती पर पर्यावरण और जीव जंतु नष्ट  होने का मतलब सीधा है  की हम खुद को नष्ट कर रहे हैं

शुद्ध  शाकाहारी  और Vegan Diet अपनाने से हम कुछ हद तक जीवों  और उनपर हो रहे अत्याचार को रोक सकते हैं

जल जंगल  जीव जंतु  को बचाइए     मनुष्य  को नष्ट होने से बचाइए

धरतीं  को बचाना है तो नष्ट होते जीवों और जंगल को बचाना है

हम मनुष्यों ने  अपनी धरती और जीव जंतु  के पशु की तरह ब्यवहार किया है

पर्यावरण की रक्षा के लिए  हमें जागरूक होना चाहिए      ताकि इस  धरती  पर मनुष्य  का अस्तित्व नष्ट से रोक सकें

ये धरती  सभी जीव जंतु पेड़ पक्षियों का घर है    उनका भी इस धरती पर बराबर का हक है