वायनाड में आई सैलाब की तबाही  जिम्मेदार कौन ?????

वायनाड  में 29 तारीख की मध्य रात्री में अचानक  आई सैलाब  में  100 ज्द्यादा मौत हो गयी और  100 से अधिक गायब हैं 4 गावं  गायब हो गए

क्या आप जानते हैं   वायनाड की ये तबाही  प्रक्रति का कहर नही बल्कि इंसानों के प्रक्रति के साथ खिलवाड़ का नतीजा है

जी हाँ दोस्तों मनुष्य ने अपने भोग के लिए जंगल नष्ट कर दिए हैं  पशु पक्षियों के आवास खत्म कर दिए हैं  जिसके कारण वायनाड जेसे सैलाब  हमारे देश में आए दिन हो रहे हैं

हमारे देश के नेता  भ्रष्ट हो चुके हैं   उनको सिर्फ  अपनी कुर्सी की चिंता है   जबकि आज का सबसे महत्वपूर्ण समस्या  क्लाइमेट चेंज  है  जिसके पीछे प्रक्रति का नाश  और निरंतर जनसंख्या  के भार से  प्रक्रति का दोहन होना है

कभी ये केरला के गावं अपनी प्राक्रतिक सुन्दरता के केंद्र थे जो आज मनुष्य और सरकार की   प्रक्रति के साथ  खिलवाड़  के कारण   ज्मीदोश हो गए हैं

हमारे  पहाड़ और  प्रक्रति को संजोये ये  सुंदर प्रदेश  जो की पहाड़ों  से घिरे होते हैं  उनको विकास के नाम पर  न खोदा जाए ताकि एस तरह की घटना न हो

जब तक सरकार जनसंख्या पर निन्त्र्ण नही करेगी  निरंतर प्रक्रति     भोगने  के लिए नष्ट होती रहेगी  और  वायनाड जैसी घटनाएं निरंतर होती रहेंगी

अगर आप चाहते हैं यह धरती  सुरक्षित रहे तो  अपने जीवन को  सिर्फ भोग में मत  गुजारें  जनसंख्या कम करें और शुद्ध साकाहारी जीवन अपनाएं  जिससे  हमारी धरती पर भार कम होगा और तापमान  में कमी आएगी जिससे क्लाइमेट चेंज  की समस्या कम होगी

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जनता को जागरूक होना होगा की यह प्रक्रति का कहर नही बल्कि हम   मनुष्यों  प्रक्रति की अनदेखी ओ सरकारों  की पर्यावरण  के लिए कोई कानून  नही होने के कारण है

वायनाड जैसी घटना  हमारे देश में रोजमर्रा के किस्से न बनें इसके लिए जनता  को जागरूक होना होगा प्रक्रति के प्रति और सरकार को पर्यावरण  के लिए सख्त कानून बनाने होंगे

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