28 नवंबर, 2012 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस की स्थापना की गई थी।
क्या आप जानते हैं हर साल लगभग 13 मिलियन हेक्टेयर यानी बहुत बड़े भूभाग जिसमे की इंग्लैण्ड के बराबर देश आ सकता है इतने जंगल नष्ट होते है
क्या आपको ज्ञात और अहसास है जितने जगल नष्ट होते हैं साथ ही नष्ट होती है जैविक विविधता
हजारों पशु पक्षी किट पतंग और अनगिनत प्रजातियाँ जंगलों के नष्ट होने के साथ लुप्त हो गयी है जो प्रक्रति की हानि है
ज्यूँ ज्यूँ मनुष्य की उपभोगता बढती गयी वन नष्ट होते गए जितनी जनसंख्या बढ़ेगी जंगल कटेंगें
जनसंख्या पर नियन्त्रण और उपभोगी मानसिकता पर नियन्त्रण ही एकमात्र उपाय है जंगल बचाने का
वनों के नष्ट होने के कारन धरती का तापमान बढ़ता जा रहा है
धरती का विनास रोकना है वनो को नष्ट होने से रोकना है
वन हमारी धरती की अमूल्य धरोहर है जनसंख्या नियंत्रण ही इनको बचाने का उपाय है