विलुप्त होने की कगार पर प्रजातियाँ शेर, चीता, गैंडा, और समुद्री कछुए जैसी कई प्रजातियाँ तेजी से विलुप्त हो रही हैं। इनके संरक्षण के लिए तुरंत कदम उठाना जरूरी है
ग्रीनलैंड व्हेल का संकट ग्रीनलैंड व्हेल जैसे समुद्री जीव प्रदूषण और शिकार के कारण संकट में हैं। 21वीं सदी में इनकी संख्या 50% तक घट गई है। 🐋
बाघों की घटती संख्या पिछले 100 सालों में बाघों की संख्या 95% कम हो गई है। आज पूरी दुनिया में केवल 3,900 बाघ बचे हैं। 🐅
हांथियों का अस्तित्व संकट में हर 15 मिनट में एक हाथी शिकारियों का शिकार हो जाता है। आज 415,000 हाथी ही बचे हैं, जबकि 100 साल पहले यह संख्या 3 मिलियन थी। 🐘
समुद्री जीवों की गिरती संख्या प्लास्टिक प्रदूषण के कारण हर साल लाखों समुद्री जीव मर रहे हैं। अगर हमने इसे रोका नहीं, तो 2050 तक समुद्र में मछलियों से ज्यादा प्लास्टिक होगा। 🌊
अमूर तेंदुआ (Amur Leopard) स्थिति: गंभीर अवैध शिकार, आवास की हानि, और जंगलों की कटाई संख्या: केवल 100 से भी कम अमूर तेंदुए बचे हैं। यह मुख्य रूप से रूस और चीन के सुदूर पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है।