\ विश्वभर में 41,000 से अधि विश्वभर में 41,000 से अधिक प्रजातियाँ विलुप्ति के खतरे में हैं। इनमें बाघ, हाथी, गैंडे और समुद्री जीवन प्रमुख हैं

शिकार और अवैध व्यापार  शिकार और अवैध व्यापार के कारण हर साल हजारों वन्य जीवों की मृत्यु होती है।

क्या आप जानते हैं?  2010 से अब तक दुनिया में 3% से अधिक जंगल नष्ट हो चुके हैं। इसके साथ कई वन्य जीवों के घर भी खो गए हैं। 🌲

विलुप्त होने की कगार पर प्रजातियाँ शेर, चीता, गैंडा, और समुद्री कछुए जैसी कई प्रजातियाँ तेजी से विलुप्त हो रही हैं। इनके संरक्षण के लिए तुरंत कदम उठाना जरूरी है

ग्रीनलैंड व्हेल का संकट ग्रीनलैंड व्हेल जैसे समुद्री जीव प्रदूषण और शिकार के कारण संकट में हैं। 21वीं सदी में इनकी संख्या 50% तक घट गई है। 🐋

बाघों की घटती संख्या  पिछले 100 सालों में बाघों की संख्या 95% कम हो गई है। आज पूरी दुनिया में केवल 3,900 बाघ बचे हैं। 🐅

गैंडा: का शिकार  शिकार और अवैध शिकार के कारण गैंडों की आबादी तेजी से घट रही है। अफ्रीका में हर साल लगभग 1,000 गैंडों को मार दिया जाता है। 🦏

हांथियों का अस्तित्व संकट में हर 15 मिनट में एक हाथी शिकारियों का शिकार हो जाता है। आज 415,000 हाथी ही बचे हैं, जबकि 100 साल पहले यह संख्या 3 मिलियन थी। 🐘

समुद्री जीवों की गिरती संख्या प्लास्टिक प्रदूषण के कारण हर साल लाखों समुद्री जीव मर रहे हैं। अगर हमने इसे रोका नहीं, तो 2050 तक समुद्र में मछलियों से ज्यादा प्लास्टिक होगा। 🌊

सैला  विलुप्ति के कारण: अवैध शिकार और आवास की हानि संख्या: लगभग 200 से भी कम सैला बचे हैं। इन्हें "एशियाई एकॉर्न" भी कहा जाता है और ये लाओस और वियतनाम के पहाड़ी क्षेत्रों में पाए जाते हैं।

हॉक्सबिल कछुआ (Hawksbill Turtle) स्थिति: गंभीर  संख्या: यह समुद्री कछुआ मांस और खोल के लिए अवैध रूप से मारा जाता है। इसके 20,000 से 23,000 प्रजनन मादाओं की अनुमानित संख्या है।

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अमूर तेंदुआ (Amur Leopard) स्थिति: गंभीर   अवैध शिकार, आवास की हानि, और जंगलों की कटाई संख्या: केवल 100 से भी कम अमूर तेंदुए बचे हैं। यह मुख्य रूप से रूस और चीन के सुदूर पूर्वी क्षेत्रों में पाया जाता है।