"हर साल, लाखों वन्यजीवों को इंसानी लालच के चलते मौत का सामना करना पड़ता है। आइए, देखें कि ये मासूम प्राणी कैसे शिकार बनते हैं।"

हाथी: "हर साल करीब 20,000 हाथियों का शिकार सिर्फ उनके दांतों के लिए किया जाता है। आइवरी की मांग के कारण  हाथी  प्रकृति से गायब होते जा रहे हैं।"

गैंडा: "गैंडों की आबादी में भारी गिरावट, क्योंकि हर साल लगभग 1,000 गैंडे उनके सींग के लिए मारे जाते हैं। दवाइयों और सजावट में इस्तेमाल होने वाली इन सींगों की कीमत सोने से भी ज्यादा है।"

हिरण: "अवैध शिकार और मांस की मांग के चलते हर साल हजारों हिरण मारे जाते हैं। हिरणों की प्राकृतिक संतुलन में बड़ी भूमिका होती है, लेकिन उनका जीवन खतरे में है।"

बाघ: "बाघों की संख्या खतरे में है। हर साल लगभग 100 बाघों को उनकी खाल और हड्डियों के लिए मारा जाता है। पारंपरिक दवाओं के नाम पर ये बेजुबान शिकार बनते हैं।"

पैंगोलिन: "दुनिया में सबसे ज्यादा तस्करी किया जाने वाला जानवर पैंगोलिन है। हर साल 200,000 से ज्यादा पैंगोलिन उनकी खाल और मांस के लिए मारे जाते हैं।"

शार्क: "हर साल लगभग 100 मिलियन शार्क सिर्फ उनके पंखों के लिए मारी जाती हैं। शार्क फिन सूप की मांग इन महासागर के शासकों को खत्म कर रही है।

समुद्री कछुए: वैज्ञानिक अध्ययन और संरक्षण संगठनों के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 40,000 से 50,000 समुद्री कछुए हर साल मारे जाते हैं।

ध्रुवीय भालू: "ग्लोबल वार्मिंग और शिकार की वजह से ध्रुवीय भालू की आबादी भी घट रही है। हर साल लगभग 500 ध्रुवीय भालू शिकार का शिकार बनते हैं

गिद्ध: "गिद्ध, जो प्राकृतिक सफाई करने वाले होते हैं, ज़हर और शिकार के चलते हर साल हजारों की संख्या में मारे जाते हैं। गिद्धों की 99% प्रजातियाँ लुप्तप्राय हो चुकी हैं।"

अफ्रीकी शेर: "हर साल करीब 600 अफ्रीकी शेरों को 'ट्रॉफी हंटिंग' के नाम पर मारा जाता है। शिकारी इन्हें खेल समझकर इनकी ज़िंदगी छीन लेते हैं।"

Arrow

आज लगभग 37,000 प्रजातियाँ संकट में हैं। आइए जिमेद्दर बनें इन बेजुबानों की आवाज बने