"विकास या विनाश? फैसला आपको करना है"

🌳 हर मिनट 27 हेक्टेयर जंगल काटे जाते हैं। सोचिए, क्या बचेगा भविष्य में?

हर साल भारत में 1.5 मिलियन हेक्टेयर जंगल खत्म हो जाते हैं। पेड़ कटते हैं, साँसें घटती हैं।

🦁 पिछले 50 सालों में 69% वन्यजीवों की खत्म ी आबादहो चुकी है। कुदरत की चुप्पी मौत की आहट है।

भारत में हर साल वायु प्रदूषण से 12 लाख से ज्यादा मौतें होती हैं। हवा में ज़हर है।

💧 2030 तक भारत की 40% आबादी को पीने का पानी नहीं मिलेगा। सूखा भविष्य इंतजार कर रहा है।

🌡️ वैश्विक तापमान में अब तक 1.1°C वृद्धि हो चुकी है। गर्मी अब केवल मौसम नहीं, चेतावनी है।

🧊 हिमालय की 75% बर्फ़ीली चोटियाँ 2100 तक गायब हो सकती हैं। बर्फ़ पिघल रही है, भविष्य भी

🌀 2022 में भारत में 16 बड़ी जलवायु आपदाएं आईं। बाढ़, सूखा और तूफान अब आम हैं।

🧃 हर मिनट 10 लाख प्लास्टिक बोतलें खरीदी जाती हैं। धरती प्लास्टिक के बोझ तले दब रही है।

🔥 अमेज़न का 17% जंगल कट चुका है। "धरती के फेफड़े" सिकुड़ते जा रहे हैं।

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💡 "सस्टेनेबल डेवलपमेंट" ही समाधान है – जहाँ विकास हो, लेकिन प्रकृति की रक्षा के साथ।