लक्षद्वीप  की यात्रा

लक्षद्वीप हमारे ही देश का एक केंद्र प्र्शातित प्रदेश हैं ,पर आजकल यह खासा चर्चे में इसलिए है क्युकी यहां हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी यात्रा परं गए

लक्षद्वीप भारत का एक केंद्र प्रसासित प्रदेश है साथ ही यह एक जिला भी है , लक्षद्वीप संस्कृत शब्द से बना है लक्ष +लाख +द्वीप + लाख द्वीप द्वीपों के का समूह

,क्या आप जानते हैं लक्षदीप को पहले लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि के नाम से जानते थे

इस की राजधानी कवरत्ती है, और यह द्वीपसमूह केरल उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र के अन्तर्गत आता है

लक्षद्वीप की अधिकांश आबादी मलयालम बोलती है

लोगों का मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना और नारियल की खेती है,

पुरातात्विक साक्ष्य बताते हैं कि पाँचवीं और छठी शताब्दी ईस्वी के दौरान इस क्षेत्र में बौद्ध धर्म प्रचलन में था

661 ईस्वी में उबैदुल्लाह द्वारा इस्लाम को लक्षद्वीप पर लाया गया

यहां पुर्तगाली आए थे जो यहां से भगा दिए गए अरब यात्री इब्न-बतूता की कहानियों में द्वीपों का भी विस्तार से उल्लेख है

खरे जो भी हो पता नही मालद्विप के मंत्री को  प्रधानमन्त्री की यात्रा से मिर्ची लगी हुई है जो उन्हने उलटे सुलटे बयान दिए

ख़ैर जो भी हो  समुद्र में उत्तर के प्रधानमंत्री ने अपने साहसिक यात्रा का अच्छा खासा  उदाहरण दिया

साथ ही  प्रधानमंत्री  की यात्रा से  युवा  लक्षद्वीप की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं

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