छिप के वॉर कायर करते हैं हम बदमासी बेशक करते हैं कायर नहीं है
धोके से वारा धोकेबाज करता है हम सामने से बात करते हैं
बात प्यार से मान लोगे तो फायदे में रहोगे बदमासी हमारी झेल नहीं सकोगे
बहुत सोचा तुमको सराफत से मनाऊं तुम्हारी तो नसों में बेईमानी है क्यों न बदमासी पर उत्तर जाऊं
आखों में आँखें डाल के बात करते हैं हम जब बात लकरते हैं तो पत्थर भी पिघलते हैं
उसकी बेवफाई का जवाब नहीं दिया तो उसने हमे शरीफ समझ के जलील किया
देख एक बात ध्यान से सुन ले तू न हमारी दोस्ती के काबिल है न दुश्मनी के
अभी तो बात सराफत से हो रही है तो सामने कड़े हो बदमासी पर उतरेंगे तो नजर भी नहीं आओगे
देख इससे पहले की मैं अपनी सराफत भूल जाऊं मान जाओ बदमासी से पेश आऊंगा तो टिक नहीं पाओगे
सूना है आजकल बहुत उड़ रहे हो सर्राफत से मानोगे या बदमासी देखोगे
हमने कब कहा की तुम हमसे दर के रहो तुम सराफत से मान जाओ और जिन्दा रहो