प्यार भरी शायरी /Love Shayari
प्यार में कब किसे होश रहता है हो जाए जिसे ये कमबख्त प्यार वो अक्सर बेहोश रहता है
एक ही सूरत आखों में रहती है एक ही नाम लबों पर होता है दिल जब भी जिक्र करता है बस सिर्फ जिक्र तेरा होता है
प्यार जब भी हुआ जिसे हुआ फिर कभी वो सकून से न रहा
इतना तो कांच भी टूट के नहीं बिखरता जितना इंसान प्यार में धोखा खा के बिखरता है
प्यार में कुछ मिले न मिले उम्र भर इन्तजार का दर्द जरूर मिलता है
कुछ दर्द जीते जी नहीं भुलाए जाते जैसे की बेवफाई का दर्द ये दर्द मौत के बाद भुलाए जाते हैं
कास इस दिल को तुझसे प्यार न होता फिर ना आंसूं बहते न दर्द होता💔💔
या रब कभी किसी को प्यार न हो अगर हो तो बेवफा से न हो 💔💔
तुझसे दिल नवाजी की उम्मीद क्या करते साहिल पर आसियाने नहीं बनते
मत पूछिए मेरीउदासी का सबब साहेब गलती से मोहबत्त कर बैठे थे साहेब
टूटकर दुबारा घर बनते हैं 💔 टूटे हुए दिल फिर कभी नहीं जुड़ते