सुना है  तं मुझसे प्यार नही नफरत करते हो     चलो  कुछ तो एसा है जो तुम सिर्फ हमसे करते हो

तुम्हारे अंदाज ए  गुफ्तगू  में नफरत झलक रही है    लगता है तुम्हारे सीने में नफरत पल रही है

मेरे प्यार का  सिला अगर तुम्हारी नफरत है  मेरी जान   मुझे तेरी नफरत भी  कबूल है मेरी जान

मोहबत्त ही  यहाँ सबकुछ है ?? किसने इस सहर में  नफरत   की हवा फैलाई है ??

कभी   किसी से नफरत होने  लगे तो उस नफरत को दूर  करें       बेवजह  छोटी  छोटी  बातु के लिए  किसी से नफरत न करें

इन्सान ही हैं हम सब  इंसानियत ज़िंदा रखिए   प्यार  से सबसे मिलिए किसी से नफरत न करिए

इन्सान ही हैं हम सब  इंसानियत ज़िंदा रखिए   प्यार  से सबसे मिलिए किसी से नफरत न करिए

तुझे मुझसे नफरत करनी है तो जी भर के कर  ले            हमने तुझसे प्यार किया है   भला   हम केसे नफरत के लें

आज उसकी आखों में मैंने  मेरे लिए नफरत देखी         गौर से देखा तो उसकी आँखों में किसी और की सुरत दिखी

नफरत से सिर्फ मोहबत्त मिटती  है    मगर मोहबत्त से  नफरत मिटती है  और मोहबत्त बढती जाती है

नफरत  से इन्सान इंसानियत के स्तर से गिर जाता है     खुद  भी चैन से नही  जीता ओरों का भी चैन छीन लेता है

देखो  तुम हमे प्यार नहीं करते तो नफरत ही कर लो  आखिर तुम्हारा कुछ तो  मेरा हो