"चुपचाप से रात रोशन होती है, नींद में तेरी हल्की तस्वीर होती है।"
"नींद आती नही मैं जागता रहता हूं, तेरी यादों में अक्सर खो जाता हूं।"
"रात भर सजती रही तेरी यादों की महफ़िल, एक मुद्दत हुआ नीद से रूबरू हुए ।"
"नींद से रिश्ता अब टूटने लगा है, तेरी यादों का असर कुछ यूँ होने लगा है।
"ख्वाब जब हकीकत से मिलने लगते हैं, नींद में तेरी बाहों में सिमटने लगते हैं।"
"सपनों की दुनिया में तेरा बसेरा है, हकीकत और नींद में बस तेरा ही चेहरा है।"
"नींद से कह दो हमें मत सताए, तेरे ख्वाबों की दुनिया मेरा दिल बहलाए ।"
"रात भर जागना अब आदत सी हो गई है, तेरी यादों से दिल की दोस्ती जो हो गई है।"
"रात की तन्हाई और ख्वाबों का मेला, तुझ बिन दिल रहता अकेला "
काश ऐसी भी कोई रात हो रात भर तेरे ख्वाब हों उस रात की फिर सुबह न हो