आज है नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिवस

अदम्य साहस के परिचायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म बंगाली परिवार प्रभाती बोस और जानकीनाथ बोस के घर 23 जनवरी 1897 को कटक में हुआ था

“याद रखिए सबसे बड़ा अपराध, अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है।”

”ये हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मोल अपने खून से चुकाएं | हमें अपने बलिदान और परिश्रम से जो आज़ादी मिले, हमारे अंदर उसकी रक्षा करने की ताकत होनी चाहिए |”

“आशा की कोई न कोई किरण होती है, जो हमें कभी जीवन से भटकने नहीं देती।” “सफलता दूर हो सकती है, लेकिन वह मिलती जरूर है।”

“संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया, मुझमें आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ, जो पहले मुझमें नहीं था।”

“सफलता हमेशा असफलता के स्तंभ पर खड़ी होती है। इसीलिए किसी को भी असफलता से घबराना नहीं चाहिए।”

"जो हमेशा अपना जीवन बलिदान करने को तैयार रहता है, वो अजेय है "|

" तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा "

"आजादी दी नहीं जाती, ली जाती है."

"जो अपनी ताकत पर भरोसा करते हैं, वो आगे बढ़ते हैं और उधार की ताकत वाले घायल हो जाते हैं"

" मुझे यह नहीं मालूम कि स्वतंत्रता के इस युद्ध में हम में से कौन -कौन जीवित बचेंगे, परंतु मैं यह जानता हूं कि अंत में विजय हमारी ही होगी"

" मुझे यह नहीं मालूम कि स्वतंत्रता के इस युद्ध में हम में से कौन -कौन जीवित बचेंगे, परंतु मैं यह जानता हूं कि अंत में विजय हमारी ही होगी"