दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

यह त्योहार भगवान राम द्वारा रावण के वध की याद में मनाया जाता है।

दशहरे पर रावण दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

दशहरे के दिन, बुरे कर्मों का अंत और सत्य की जीत का संदेश मिलता है।

दशहरा हमें जीवन में सच्चाई, ईमानदारी, और धैर्य का पालन सिखाता है।

रावण के दस सिर उसके अहंकार, क्रोध, और अन्य बुराइयों का प्रतीक हैं। जो हर इन्सान के भीतर होते हैं आओ हम अपने भीतर की बुराई को जला दें

दशहरा हमें अनुशासन, कर्तव्य, और धर्म का पालन सिखाता है। "धर्म का मार्ग चुनें, अधर्म को त्यागें।"

दशहरे के इस पावन पर्व पर, आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएँ।

"  दसहरा प्रेणा देता है जो  सत्य की राह पर चलता है, उसे कोई नहीं पराजित नही कर  सकता।"

"  भगवान राम  का जीवन की कहानी   हमें   सिखाती है कि सत्य और न्याय का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए।"

दशहरे पर शस्त्रों का पूजन भी होता है, जो आत्मरक्षा और साहस का प्रतीक है।

दशहरे पर देवी दुर्गा की  पूजा होती है, जो शक्ति और विजय की देवी मानी जाती हैं। "माँ दुर्गा की कृपा से आपके जीवन में हमेशा शक्ति और विजय हो।