बड़ी मुश्किल में हैं दिल दीवाना   समझता ही नही   तुझे भुलाना चाहूँ  दिल  दीवानगी  को भूलता ही नही

दिल कि हसरत हैं  कि मैं तुझे इतना याद आऊँ      तेरी दीवानगी  में   तुझमैं  समा जाऊँ

ए दिल चल कहीं और  दिल लगाए  यारा  यहाँ दीवानगी   के लिएइश्क  की गलिया बड़ी  संकरी हैं  यारा

इश्क  मे अंजाम की    कब सोचते हैं    दीवाने  शमा  पर अंजाम जलना है ये दीवानगी   का  अंजाम  जानते हैं परवाने

दीवानगी में दिल संभलता  ही नही      दिल को तेरे सिवा  खिन आराम मिलता नही

किसने कहा  की  दर्द  बेचेन  करता है   दीवानगी  में  दर्द  दवा  का काम करता है

एक    तेरी   खवाईश  दिल से जाती नहीं  दीवानों  को  कोई महफ़िल   बहलाती नहीं

तुझे दीवानगी की हद तक चाहा   अंजाम ये है हम हैं तन्हा

दिवान्न्गी  मेरी हद से गुजर गई  इन्तजार में उसकी जिन्दगी गुजर गई

दिल वालों से मत पूछो दीवानगी का हाल        टूट  जाना ही  है दिल का  अंजाम

तमाम उम्र हमको तेरी खवाइश ने रुलाया  तेरी खवाइश ने हमको दिवाना  बनाया

इश्क में दीवानगी का अंजाम हजी जुद्दाई     मोहबत्त में उम्र भर इनाम है तनहाई