जिन्दगी की बेहद दर्द भरी शायरी

तुम हमारे न हुए तो क्या हुआ  हम तेरे हो गए   माना की  हम जुदा हो गए  जुदाई हो तो क्या महोंबत्त तो दिल मे है

ए दिल तूने किस बेवफा से इश्क किया   जुदाई के  इक इक पल ने तुझको रुला दिया  उस  बेवफा   ने   जन्मों की महोंबत्त को पलों की जुदाई मे भुला दिया

ओ बेवफा  हमने अब तुझको भुला दिया  रोए इतना की खुद के आँसों  को पिया  जा तिरी  जुदाई  ने सब कुछ सीखा दिया

महोंबत्त  तड़फ कसक  तनहाई             महोंबत्त  नाम  है   दूजा   जुदाई          महोंबत्त   अशकों का एक फ़साना जुदाई

आज फिर  एक महोबबत का कत्ल हुआ         आज फिर महोंबत्त मे मिली जुदाई

जब जब तड़फ  देखता है  दर्द ए तनहाई      दिल  ने कहा  खुदा करे किसी को मिले न जुदाई

सफर महोंबत्त का किए जारहे  हैं    तुझ बिन तन्हा जिए जा रहे हैं

मोहबत्त  में तेरे दिए  दर्द का हिसाब क्या करूं मैं   इस दिल के जख्मों का  किस्सा क्या कहूँ मैं

Arrow

एक तो बेपनाह महोंबत्त उस पर तनहाई              एक तो रंज जुदाई का उसपर   कहर बेवफाई

💘 आजकल  मेरी  नींदें कुछ खास है दिन मे तेरा  जिक्र रातों मे तेरे ही  ख्वाब है💘

💔सुनो   क्या तुमको कभी मेरी याद नहीं सताती 💔          भीगी पलकों  के  बीच मेरी सूरत नजर नहीं आती