तुम चले गए छोड़कर इस बात पर अब रोया नही करते मोहब्बत और एतबार जैसी बाहियात् बातो पर अपना वक़्त जाया नही करते

खतरनाक लव स्टोरी शायरी

तुम्हारी हर बात झूठी तुम झूठे तुम्हारे वादे झूठे सही   फिर भी दिल जाने क्यों कहता है नही बस तुम्हारी मोहब्बत सच्ची थी

नजर भर के देखो हमे आज जी भर के   अब  नजर न आएंगे  तुम्हें हम उम्र भर को

याद करते  हो हमें   बहुत आजकल  सुना है  बहुत तन्हा हो तुम आजकल

इंतहाँ दर्द की  देखनी है मुझे    देखते हैं कब तक चाहते हैं तुझे

धड़कता है जो  दिल मे धड़कन की तरह     कैसे  भूलूँ  उसे  इतफ़ाक़ की तरह

रूह   में समा   गया जालिम   वो जो मेरा है कातिल

-मुझ पर यूँ मर मिट जाने  का गुमा न  कर  अपनी झूठी मोहबत्त का मुझपर  एहसान न कर

सीसे  की   तरह  बिखर गया   वजूद मेरा  मे  हर एक टुकड़े मे देखा अक्ष अपना तन्हा हूँ हर अक्ष मे

दिल को सजा दिया हमने  गम ए रौनक से  अब गम की क्या औकाद की   की हमें गमजदा करे

इश्क के नाम पर  दिल बहुत  बहलाते हैं लोग   जिंदा  दिलों को  सजा ए मौत  देते हैं लोग

गुजरा वक्त कभी आता नहीं     यादों का कारवां  रुकता नहीं