इन्तजार शायरी इन हिंदी

गुजर रहा है हर पल उसके इंतजार में  वक्त थम सा गया है  इन्ज्जार में

इंतजार है तेरा आज भी      प्यार है तुझसे आज भी      छोड़  गए थे जिस मोड़ पर कभी       इन्तजार  करते  वही तेरा आज भी

जाने कब खत्म होंगी   ये इन्तजार की घड़ियाँ    बढती जा रही  हैं     ये  बैचैनियाँ

इन्तजार इन्तजार सिर्फ इन्तजार  जिन्दगी  गुजर गई  खत्म नही हुआ इंतजार

इक बार आकर बता जा    कब तक  तेरा इंतजार  करें    जीना भूल गए  हैं  तेरे इंतजार में     किस बात की सजा मिल रही  प्यार में

रास्ते ही रस्ते हैं मंजिल  कहीं  नही  इन्तजार  ही इन्तजार  है  तू कहीं नही

मोहबत  करने की सजा मिली  सिर्फ  जिन्दगी  उसके इन्तजार में बीती

क्यूँ  खत्म नही होता  ये इंतजार   आखिर प्यार  में क्यूँ है महज इन्तजार

वो बदल गया  किसी गैर का हो गया     मैं आज भी  उसके इन्तजार करते रह गया

लौट आ  बेवफा  उनन मुझको  तड़पा  यूँ पल पल के इन्तजार में और न जला

हम तो  इन्तजार करते रहेंगे  तू आए न आए         मोहबत्त  की है तो जिन्दगी  इन्तजार  में बीत जाए

शमा जल रही है परवाने के इन्तजार में  हम भी जल रहे हैं तेरे इन्तजार में