SHAYARI ON HINDI DIWAS 2023हिंदी दिवस पर शायरी इमेज -हेल्लो फ्रेंड्स आज बात करेंगे हिंदी दिवस पर हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है और राष्ट्रभाषा को सम्मान देना इसका विकास प्रचार प्रसार करना हमारा नैतिक और मौलिक कर्तब्य है अपने विचार आपके सामने रख रही हूँहिन्दी शब्द का सम्बन्ध संस्कृत शब्द ‘सिन्धु’ से माना जाता है। ‘सिन्धु’ सिन्धु नदी को कहते थे और उसी आधार पर उसके आस-पास की भूमि को सिन्धु घाटी कहते थे ‘ क्युकी सिंधु नदी के तट पर सिन्धु घाटी सभ्यता का विकास हुआ था सिन्धु नदी को कहते थे । यह सिन्धु शब्द इरानी में जाकर ‘ हिन्दू या हिन्दी और फिर ‘हिन्द’ हो गया। बाद में ईरानी धीरे-धीरे भारत के अधिक भागों से परिचित होते गए और इस शब्द के अर्थ में विस्तार होता गया तथा हिन्द शब्द पूरे भारत का वाचक हो गया। इसी में ईरानी का ईक प्रत्यय लगने से (हिन्द+ईक) ‘हिन्दीक’ बना जिसका अर्थ है ‘हिन्द का’। यूनानी शब्द ‘इण्डिका’ या लैटिन ‘इण्डेया’ या अंग्रेजी शब्द ‘इण्डिया’ आदि इस ‘हिन्दीक’ के ही दूसरे रूप हैं। हिन्दी भाषा के लिए इस शब्द का प्राचीनतम प्रयोग शरफ़ुद्दीन यज्दी’ के ‘जफ़रनामा१४२४ मेंम मिलता
हिन्दी राष्ट्र भाषा है हिन्दी के प्रचार प्रसार को ध्यान मे रखते हुए प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया आता है दुनियाँ भर मे बोली जाने वाली भाषाओं में से अंग्रेजी और चीनी भाषा के बाद दुनियाँ मे तीसरी भाषा है हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है।
SHAYARI ON HINDI DIWAS 2023|हिंदी दिवस पर शायरी इमेज
करते हैं सब देश अपनी राष्ट्र भाषा का सम्मान
हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है रहे सदा हम सबको ध्यान
गाँव सहर कस्बों से लेकर देश विदेश सब जान सके
करें प्रयास इतना हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रथमसम्मान मिले
2
कितनी प्यारी हिन्दी हमारी सारे हिन्द को प्यारी
हिंदुस्थानी हम हैं हिन्दी राष्ट्र्भाषा हमारी
3-
मत बांटो तुम हिन्दी को जातिऔर क्षेत्र में
जन जन को प्यारी हिन्दी हो देश और विदेश में
4–
जेसे हम करते हैं बंदन अपने राष्ट्र गान का
और करते बंदन अपने हिन्दुस्थान का
आओ हिन्दी दिवस पर प्रण ले हिन्दी के सम्मान का
रहे सबसे प्रथम स्थान हिन्दी और हिन्दुस्थान का
5–
जेसे हम करते हैं बंदन अपने राष्ट्र गान का
और करते बंदन अपने हिन्दुस्थान का
आओ हिन्दी दिवस पर प्रण ले हिन्दी के सम्मान का
रहे सबसे प्रथम स्थान हिन्दी और हिन्दुस्थान का
6–
हिन्दी हमको प्यारी है
सारे जग से न्यारी है
करें प्यार प्रचार हिन्दी का
राष्ट्रभाषा हिन्दीहमारी है
7–
देश की एकता की पहचान है
हिन्दी हमारी जान है
8-
रहे सदा हिंदी के प्रति जन जन की पहचान
राष्ट्रभाषा हिंदी को मिले उसका समान्न
9–
मैं हिन्दी हूँ गंगा जमुनी संस्कृति की पहचान हूँ
सब मिलजुलकर मेरा करो सम्मान
देश की एकता की हूँ मैं जान
10-
एक राष्ट की हम संतान
हिन्द्दी को दो सदा समान्न
11
सुनो शिक्षक और माता पिता
बच्चों को दे ज्ञान सदा
हिंदी बोलो ज्यादा से ज्यादा
हमारी राष्ट्र भाषा है हिंदी याद रहे सदा
12-
अगर दिलों में हिंदी के प्रति नहीं समान्न है
समझो वो इंसान अंग्रजो का गुलाम है
13-
हिंदी बोलो हिंदी बोलो हिंदी बोलो रे
अंग्रेजी के साथ हिंदी मत तोलो रे
14-
हिनुस्तान में रहते हो अन्न यही का खाते हो
फिर क्यों हिंदी भाषा बोलने से कतराते हो
15-
देश की एकता और समता हिंदी से आएगी
राष्ट्र भाषा से राष्ट में एकता बन पाएगी
16-
हिन्द की माटी से सौंधी खसबू आएगी
हिंदी के सब स्वर व्यंजन संगीर सुनाएंगी
इक सूत्र में हिन्दुस्तान की जनता बंध जाएगी
जिस दिन शिंदी पूर्ण मान और समान्न पाएगी
हिंदी स्लोगन
1 - हिन्दुस्तान को समर्द्ध बनाना है
हिंदी कोअपनाना है
2 - हिंदी अपनाओ मानसिक गुलामी से मुक्ति पाओ
3 --हिंदी हमको प्यारी है राष्ट्रभाषा हमारी है
4- हिदुस्तान हमारी जान है हिंदी इसकी शान है
5 - हिंदी को स्मान्न दिलाना है जन जन को जगाना है
राष्ट्रभाषा हिंदी पर महापुरुषों के विचार
1–“इस विशाल प्रदेश के हर भाग में शिक्षित-अशिक्षित, नागरिक और ग्रामीण सभी हिंदी को समझते हैं।” – राहुल सांकृत्यायन।
“है भव्य भारत ही हमारी मातृभूमि हरी भरी। हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा और लिपि है नागरी।” – मैथिलीशरण गुप्त।
“राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है।” – महात्मा गाँधी।
-“मेरा आग्रहपूर्वक कथन है कि अपनी सारी मानसिक शक्ति हिन्दी के अध्ययन में लगावें।” – विनोबा भावे
-“हिंदी द्वारा सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है।” – स्वामी दयानंद।
“हिंदी हमारे देश और भाषा की प्रभावशाली विरासत है।” – माखनलाल चतुर्वेदी।
“हिंदी साहित्य की नकल पर कोई साहित्य तैयार नहीं होता।” – सूर्य कांत त्रिपाठी निराला।
“हिंदी भाषा और हिंदी साहित्य को सर्वांगसुंदर बनाना हमारा कर्त्तव्य है।” – डॉ. राजेंद्रप्रसाद।
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