Politics Shayari in hindi|राजनीति पर शायरी2023राजनीती पर- शायारी हेल्लो फ्रेंड्स मेरे ब्लॉग Dard e jazbaat मै आज मैं आपके लिए इस आर्टिकल में हमारे देश के राजनेताओं पर शायारी लेकर आई हूँ जेसे की आप सुधि पाठक जानते हैं राजनीति आजकल सबसे बड़ा ब्यापार बन गया है नेता भूल गये हैं की जनता ने उन्हें अपनी सेवा के लिए चुना है ऐसा लगता है मानो अंग्रेज गए अपनी नीति फूट डालो राज करो वाली इन नेताओं दे गये . जनता को जाती, धर्म , रंग , क्षेत्र , भषा , में बांटकर अपनी रोटी सेक रहे हैं कुछ गिने चुने ही इमानदार नेता बच गये मेरा इक ही मकसद है इस आर्टिकल के जरिए इक लेखक कवि सिर्फ अपनी कलम से अपने विचार ब्यक्त कर सकता है , बाकि निर्णयआप पाठकों पर ,
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राजनीति पर शायरी
गांव की राजनीति पर शायरी
धर्म और राजनीति पर शायरी
छात्र राजनीति पर शायरी
घटिया राजनीति पर शायरी
धर्म की राजनीति पर शायरी
गंदी राजनीति पर शायरी
हमारे कवि दुष्यंत कुमार जी कहते हैं
“हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।“

1
उसे प्यास लगी थी पानी नही मिलता
भूख लगी रोटी नही मिलती
वो गरीब है साहेब उसे भूख नही लगती
उसे सिर्फ वोट देने का हक है
2-
मुझे रोजी ,रोटी,रोजगार की तलाश है
उन्हें मेरे वोटर आई डी की प्यास है
3–
वो क्यूँ न बाँटें हमे जात,पात,रूप, रंग, में
साहेब उन्हें जितना है चुनाव में
4–
आज फिर महफिल सजी थी
देश प्रेम, विकास का मुद्दा जोरों पर है
लगता है फिर चुनाव होने वाले हैं
5–
देखो आजकल हर मुद्दा गहरा रहा है
लगता है फिर चुनाव आरहा है
6
उनको आलिशान महलों में रहना है
संसद में हंगामा कर
एक दिन में करोड़ों का नुक्सान करना है
फिर इसका टेक्स जनता से उसूल करना है
7-
हें देश के नेताओं
माँ भारती का कुछ कर्ज चुकाओ
यूँ गोरों की तरह मत लुट मचाओ
गंदी Politics से गंदगी मत फैलाओ
8-
वो कुछ भी करेगा
उलटे सुलटे बयानबाजी करेगा
अपना अकाउंट भरेगा
वो नेता है साहेब उसका कोई क्या करेगा
9-
गिरगिट को भी शर्म गई खुद पर
जब नेताजी को रंग बदलते देखा पल पल
10-
सोचो नेता अगर ईमानदार होते
घूस भ्रष्टाचार में लिप्त न होते
तोजोरियां काले धन से इनके भरे न होते
विकास के नाम पर पांच साल सोते न होते
हवा पानी जंगल जमीन सब निगल गए
नेताओं के भ्रष्टाचार जाने कितनी योजना खा गए
इतना सन्नाटा क्यों है भाई न कोई धरना
प्रदर्शन न कोई हंगामा लगता है चुनाव खत्म हो गए
13-
हर बात पर राजनीति की रोटी मत सेको
कुछ तो आँखों में शर्म का पानी रखो
14-
कह दो इन धन के लोभी नेताओं से
कफन में कोई जेब नही होती
वहां हिसाब होगा जब कर्मो का
कोई भी सजा माफ़ नही होगी
15-
अजब चलन है इस देश की पार्टियों का
जिसने , लूट हत्या, सरे खोटे काम किए
उसको पार्टी ने सबसे पहले टिकट दिए
हद तो तब हुई साहेब जब जनता ने उसे वोट भी दिए
16
काश जनता प्रजातंत्र की भाषा जानती
काश जनता पूर्ण शिक्षित होती
फिर राजनीती इतनी गंदी न होती
देश की हालत बेहतर होती
17-
जब तक जनता पूर्ण जागरूक न होगी
कभी इक अच्छा इन्सान नही चुने
18-
जैसे बरसात में बरसाती मेढक टर्रटराते हैं
ये नेता भी चुनाओं के समय चिल्लाते हैं
19-
कहो नेताजी इन पांच सालों में नजर नही आए ?
अब चुनाव आ गए फिर से आपके दर्शन हुए
19-
ऊँची ऊँची बातें बहुत सरे वादे करेंगे
चुनाव जीत जाने पर कुम्भकर्ण के नाती सो जाएंगे
20
ए सी में सोने वाले उस किसान का दर्द क्या समझेंगे
ये तो किसान के पसीने की कमाई से अपनी तिजोरी भरेंगे
FAQ
राजनीति शायरी दो लाइन
1
खेल रहे हैं नेता राजनीति में खेल
आ गए चुनाव फिर रैलियां रहे पेल
khel rahe hain neta raajaneeti mein khel
aa gae chunaav phir railiyaan rahe pel
2
आजकलो की राजनीति बन गयी ब्यापार
केवल वोट के लिए करते जनता से ब्यवहार
aajakalo kee raajaneeti ban gayee byaapaar
keval vot ke lie karate janata se byavahaar
3
राजनीति में कुर्सी की खातिर भूल गए सब कर्तव्य
नेताओं ने नहीं निभाया जनता और देश के लिए कर्तव्य
raajaneeti mein kursee kee khaatir bhool gae sab kartavy
netaon ne nahin nibhaaya janata aur desh ke lie kartavy
4
राजनीती को बना दिया जंग का मैदान
नेता तो सैतान बने जनता बनी नादान
raajaneetee ko bana diya jang ka maidaan
neta to saitaan bane janata banee naadaan
5
राजनीति तो करेंगे नेता जनता का शोषण कर के
निति एक यही नेताओं की घोटाले करेंगे जी भर के
raajaneeti to karenge neta janata ka shoshan kar ke
niti ek yahee netaon kee ghotaale karenge jee bhar ke
ईमानदार नेता पर शायरी
6
अब तो जैसेसपना बनके रह गए ईमानदार नेता
स्वार्थ में अंधे हो गए बन गए बेईमान नेता
ab to jaisesapana banake rah gae eemaanadaar neta
svaarth mein andhe ho gae ban gae beeemaan neta
7
राजनीति को बना दिया बेईमानी का खेल
नहीं रही ईमानदारी राजनीति केवल खेल
raajaneeti ko bana diya beeemaanee ka khel
nahin rahee eemaanadaaree raajaneeti keval khel
8
ईमानदार नेताओं को राजनीति में लाओ
देश को बर्बाद होने से सब बचाओ
eemaanadaar netaon ko raajaneeti mein lao
desh ko barbaad hone se sab bachao
9
अबकी चुनावों में एक ही नारा
ईमानदार नेता हो हमारा
abakee chunaavon mein ek hee naara
eemaanadaar neta ho hamaara
10
ईमानदार नेता वही होगा जो देश का सच्चा प्रेमी होगा
हमेशा जनता की सेवा में होगा कभी न धन का लोभी होगा
eemaanadaar neta vahee hoga jo desh ka sachcha premee hoga
hamesha janata kee seva mein hoga kabhee na dhan ka lobhee hoga
11
बनो ईमानदार नेता याद रहो सभी नेता
यमराज के यमपुरी में कोई पैसा नहीं चलता
bano eemaanadaar neta yaad raho sabhee neta
yamaraaj ke yamapuree mein koee paisa nahin chalata
12
ईमानदारी से काम करें सभी राजनेता
याद करें कफ़न में कोई जेब नहीं होता
eemaanadaaree se kaam karen sabhee raajaneta
yaad karen kafan mein koee jeb nahin hota
राजनीति शायरी Attitude
13
राजनीति में एक रुतवा होना चाहिए
नेताओं में कुछ कर गुजरने का Attitudeहोना चाहिए
raajaneeti mein ek rutava hona chaahie
netaon mein kuchh kar gujarane ka attitudaihona chaahie
14
समझा दो सभी नेता अपनी जनता को
ईमानदारी से काम करना ही Attitude पसंद है तुमको
samajha do sabhee neta apanee janata ko
eemaanadaaree se kaam karana hee attitudai pasand hai tumako
14
तुम्हारा Attitude बताएगा की तुम काबिल राजनेता हो
या भेड़िये की खाल में छुपे हुए भेड़ हो
tumhaara attitudai bataega kee tum kaabil raajaneta ho
ya bhediye kee khaal mein chhupe hue bhed ho
राजनीतिक दुश्मनी शायरी
15
राजनीति में राजनेता दुश्मनी निभा रहे हैं
देश का हित छोड़ कर दूसरे को नीचा दिखा रहे हैं
raajaneeti mein raajaneta dushmanee nibha rahe hain
desh ka hit chhod kar doosare ko neecha dikha rahe hain
16
बन गयी है राजनीति जंग का मैदान
बन गए हैं स्वार्थ में नेता सभी बेईमान
ban gayee hai raajaneeti jang ka maidaan
ban gae hain svaarth mein neta sabhee beeemaan
राजनीतिक कटाक्ष शायरी
17
आओ आओ सभी बेरोजगार अनपढ़ और अत्याचारी
बन जाओ नेता राजनीति करो ताजपोशी की करो तैयारी
aao aao sabhee berojagaar anapadh aur atyaachaaree
ban jao neta raajaneeti karo taajaposhee kee karo taiyaaree
18
राजनीति में नेताओं की यही योग्यता है
कौन कितना बेईमान और अत्याचारी है
raajaneeti mein netaon kee yahee yogyata hai
kaun kitana beeemaan aur atyaachaaree hai
19
राजनेता राजनीति बेईमानी के पूरक है
बेईमानी के के बिना राजनेता अधूरे हैं
raajaneta raajaneeti beeemaanee ke poorak hai
beeemaanee ke ke bina raajaneta adhoore hain
शानदार राजनीति शायरी
20
देश की आन वान और शान बढ़ाए जो
शानदार राजनेता कहलाए वो
desh kee aan vaan aur shaan badhae jo
shaanadaar raajaneta kahalae wo
21
राजनीति करो तो शानदार करो
वर्ण सभी राजनेता डूब के मरो
raajaneeti karo to shaanadaar karo
varn sabhee raajaneta doob ke maro
22
अबकी बार उसी को जिताओ
राजनीति को सहजानदार बनाओ
abakee baar usee ko jitao
raajaneeti ko sahajaanadaar banao
23
शानदार राजनीति करो
देश को प्रदूषण और शोषण से मुक्त करो
shaanadaar raajaneeti karo
desh ko pradooshan aur shoshan se mukt kar
24
देश के लिए जो राजनीति में आएगा
वही राजनेता शानदार कहलाएगा
desh ke lie jo raajaneeti mein aaega
vahee raajaneta shaanadaar kahalaega
दर्द भरी राजनीति शायरी
25
गरीब और लाचार जनता की हाय मत लो
राजनीति के दम पर किसी को दुःख मत दो
gareeb aur laachaar janata kee haay mat lo
raajaneeti ke dam par kisee ko duhkh mat do
26
राजनेता खा रहे हैं भर पेट योजना
गरीब जनता को नही मिल रहा खाने को चबेना
raajaneta kha rahe hain bhar pet yojana
gareeb janata ko nahee mil raha khaane ko chabena
27
गरीबों का खून चूस कर राजनेता तिजोरी रहे भर
नेता तो मौज करे बेचारी जनता भरती कर
gareebon ka khoon choos kar raajaneta tijoree rahe bhar
neta to mauj kare bechaaree janata bhartee ka
1–Politics Shayari in hindi|युवा राजनीति शायरी— आज के युवा नेता और अपना भविष्य बनाने वाले नौजवानों के लिए चंद शायरी प्रतुत हैं | आजके युवाओं पर देश का भार निर्भर है , उनको राजनीती में आकर देश को नए आयाम पर ले जाना चाहिए |
21
उठो युवा देश के राजनीती में प्राण भरदो
मुर्दा पड़ी है बेईमानी से इसको जिन्दा कर दो

२२–
देश कहता पुकारके कोई एसा युवा आए
गुलाम पड़ा है प्रजातंत्र अब तो करे कोई स्वतंत्र कराए
23-
बूढ़े हो गए सत्ता के खिलाड़ी बेमानी की राह चलते चलते
युवा राजनीति में आओ देश का भाग बदलने
24-
याद करो देश के युवा राजनेता आज़ादी की लड़ाई
क्या यही देश की दशा करने को वीरों ने जान गवाई
25–
युवा आज का अगर राह इमानदारी की चले
फिर किसकी मजाल प्रजातंत्र कमजोर पड़े
2-Politics Shayari in hindi|बेशर्म राजनीति शायरी
26-
ये नेता बड़े खुदगर्ज हैं
बेमानी का इनको मर्ज है
27
चुनाव से पहले ये नेता गलियों के
चक्कर रोज लगाती हैं
वोटों के लिए जनता को बाप बनाते हैं
कुर्सी के मिलते ही वादे सब भूल जाते हैं ||
28
जीतने के लिए ये नेता बेशर्म इतने बन जाते हैं
झूठे वादे झूटी कसमे खाते हैं
मिलते ही राजनीति की कुर्सी
गधे की सिंग से गायब हो जाते हैं
धरना प्रदर्शन शायरी–
हेल्लो फ्रेंड्स धरना प्रदर्शन शायरी में यही संदेश है की प्रजातंत्र हमे मोलिक अधिकार देकर अपने अधिकारों क सही इस्तेमाल करने की राह दिखाता है
29-
मात्र धरना प्रदर्शन से राजनीति नही सुधरेगी
सही ब्यक्ति का चुनाव करो राजनीति से कचरा साफ़ करो
maatr dharana pradarshan se raajaneeti nahee sudharegee
sahee byakti ka chunaav karo raajaneeti se kachara saaf karo
Politics will not improve just by protesting
choose the right person clean the garbage from politics
30-
धरना करो प्रदर्शन करो
जो बन सकता है वो करो
देश की हालत सुधारों
जनता तुम जागरूक बनो
dharana karo pradarshan karo
jo ban sakata hai vo karo
desh kee haalat sudhaaron
janata tum jaagarook bano
protest protest
do what you can
improve the condition of the country
public you be aware
31
–
धरना प्रदर्शन जरुर करो
जनता तुम जागरूक बनो
प्रजातंत्र का सदुपयोग करो
याद रहे राष्ट्रीय सम्पति मत नष्ट करो
dharana pradarshan jarur karo
janata tum jaagarook bano
prajaatantr ka sadupayog karo
yaad rahe raashtreey sampati mat nasht karo
do protest
public you be aware
make good use of democracy
remember don’t destroy national property

32-
धरना प्रदर्शन बताता है
की तुम बिरोध कर सकते हो
तुम में वो काबलियत है
देश को सही दिशा दे सको
dharana pradarshan bataata hai
kee tum birodh kar sakate ho
tum mein vo kaabaliyat hai
desh ko sahee disha de sako
picketing tells
that you can resist
you have that ability
give right direction to the country
33
धरना करो प्रदर्शन करो कुछ भी करो
देश से गन्दगी दूर करो रानीति में प्राण भरदो||
protest, protest, do anything
Remove filth from the country and infuse life into politics
dharana karo pradarshan karo kuchh bhee karo
desh se gandagee door karo raaneeti mein praan bharado
34
जनता प्रजातंत्र की जान है देश जनता की जान है
अपने देश हित के लिए धरना प्रदर्शन करना धर्म है
janata prajaatantr kee jaan hai desh janata kee jaan hai
apane desh hit ke lie dharana pradarshan karana dharm hai
People are the life of democracy. Country is the life of the people.
Protesting for the interest of our country is religion
35
आजकल पौल्टीक्स बनाम राजनीती खेल ही नही बल्कि जबर्दस्त ड्रामा बन कर रह गई है इसमें अहम भूमिका नेताओं और पार्टियों के साथ देश की जनता का भी है , वो कहते हैं , न यथा राजा तथा प्रजा कितनी आश्चर्य की बात है की जनता के बिना प्रजातंत्र नही चल सकता परन्तु उसी जनता को ये नेता लोग सरेआम वेबकूफ बनाते हैं , अगर जनता चाहे तो , इन नेताओं को इक दिन में जमीन पर ले आए , परन्तु कहीं न कहीं अज्ञानता , और स्वार्थ के वश होकर जनता अपना ही नुक्सान कर बैठती हैइसीलिए पोल्तिक्स आजकल खेल बन कर रह गयी इसी को दर्शाते हुए मैंने इक कविता लिखी है जिसका शीर्षक है पोल्तिक्स इक खेल .
हिन्दी कविता पालिक्स इक खेल

हिन्दी कविता पालिक्स इक खेल
देखो पालटिक्स का खेल
रैलियों में ठेलम ठेल
जनता का निकता तेल
नेताओं की ठेलम ठेल
चलता इनका गजब का खेल
गिरगिट को भी करदें फेल
मिलजुलकर ये खेलें खेल
पलपल बदलें रंग अनेक
शिक्षा मे चाहे रहे हों फेल
चाहे वर्षों सड़े हों जेल
पर पैसों से रहे भरी जेब
दिल के चाहे हों ऑरणजेब
पल भर में ये बदले बयान की भाषा
चरित्र की नहीं को इनकी परिभाषा
जनता से केवल वोट की आशा
कार्य से मिलती सदा निरासा
जब जब फर्ज निभाने की बारी आए
एक दूजे पर उंगली उठाएं
संसद में करते हंगामा
चरित्र इनका एक दम ड्रामा
संकट बिपदा सूखा भूख सताए
जनता भूखी प्यास से तड़फ जाए
देख तमासा ये बातें बनाएं
एक दूजे पर इल्जाम लगाएं
पर इनको क्यू दोष दें भाई
जब जनता जनार्दन आँख मूड कर सोई
देश बचा सकता न कोई
जब जब जनता रहेगी सोई
जब जब आएं वोटों के दिन
शराब पैसा बाटें गिन गिन
शराब पैसा खूब पाते वोटों के दिन
फिर पाँच साल तक गिनते इनके दर्शन के दिन
जाग ही जनता जनार्दन
जात धर्म पैसा इन का न गईं
शिक्षा चरित्र ज्ञान पहचान
पतजातंत्र मे डाल दे जान
हेल्लो फ्रेंड्स ये कविता बदल्त्ता देश हमारे देश की राजनीती और देश पर सही बैठती है. , दोस्तों देश को आगे बढाने में सभी का बराबर का भाग होता है परन्तु नेता जो की कुर्सी पर आसीन होते हैं ,वे सख्त निर्णय और हितकारी निर्णय लेकर देश को उंचा उठाते हुए देश का विकास कर सकते हैं ,वहीं जनता अपने अधिकारों को ध्यान में रखते हुए , सही नेता का चुनाव केर के संसद में भेज सकती है ,और अपने सवाल पूछ सकती हैं
36
HINDI KVITA BADLTA DESHहिन्दी कविता बदलता देश {व्यंग}

कुर्सी की चाहत मैं दौलत की भूख मे
बदलता देश दिखावे की
चकचौध पशचमी बराबरी
ने बदला परिवेश
संस्करती की थाथी को
भुलाता देश परहित छोड़ निज
स्वार्थ मे बदलता देश
राजनीति को ब्यापार
संसद मे खरीददारी करता देश
मीडिया को खरीद खुद
के गुणगान कराता देश
धन दौलत को सर्वस्व
मानता देश बिकती मीडिया
टी आर पी की भूख मे बदलता देश
धर्म के आडंबर मे
भटकता देश
इंसानियत को भुलाता
देश मजहब की दीवार
खड़ी करता देश
क्षेत्र भाषा रंग बोली
को बाँट बदलता देश
Political Status
37
रह गई राजनीति केवल कुर्सी की भूख
मिट नही रही राजनेताओं की दौलत की भूख
rah gaee raajaneeti keval kursee kee bhookh
mit nahee rahee raajanetaon kee daulat kee bhookh
38
कर दिया देश और जनता को स्वार्थ में बर्बाद
आखिर कब तक करेंगे देश को राजनेता बर्बाद
kar diya desh aur janata ko svaarth mein barbaad
aakhir kab tak karenge desh ko raajaneta barbaad
39
बाँट रहे हैं जनता को धर्म के नाम पर
शर्म आती नहीं इनको वोट के नाम पर
baant rahe hain janata ko dharm ke naam par
sharm aatee nahin inako vot ke naam par
40
“जो देश को उठाते, वो पीछे रह जाते,
बस गद्दी के पीछे, नेता झूठ फैलाते।”
“Jo desh ko uthaate, wo peeche reh jaate,
Bas gaddi ke peeche, neta jhooth phailaate.”
41
“वोट की सियासत में, देश कहीं खो गया,
हर कोई बस अपनी झोली भरने में ही खो गया।”
“Vote ki siyasat mein, desh kahin kho gaya,
Har koi bas apni jholi bharne mein hi kho gaya.”
42
“नेताओं का खेल, बस अपने लिए ही होता है,
जनता की आवाज़ में सच्चाई मिलता सिर्फ धोखा है।”
“Netao ka khel, bas apne liye hi hota hai,
Janta ki awaaz mein sachchai kam, sirf dhokha ota hai.”
43
“देश का दर्द तो बस चुनावी मंच तक है,
जीतने के बाद फिर किसे जनता की चिंताहै।”??
“Desh ka dard toh bas chunavi manch hai,??
Jeetne ke baad phir kise janta ki chinta tak hai.”
44
“वो वादे बड़े-बड़े, जो चुनाव में होते हैं किए,
जीत के बाद सब भूल, कुर्सी पे आराम से सोये ।”
“Wo waade bade-bade, jo chunav mein hote hain kiye,
Jeet ke baad sab bhool, kursi pe aaraam se soye.”
45
“हर किसी का अपना स्वार्थ, ये खेल राजनीति का है,
देश के हित में कौन है, अब ये किसे पता है?”
“Har kisi ka apna swarth, ye khel rajneeti ka hai,
Desh ke hit mein kaun hai, ab ye kise pata hai?”
46
“जहाँ नेता बनते मसीहा, वहीं जनता बनती बेमानी,
जब तक स्वार्थ का पर्दा है, तब तक ये ही है कहानी।”
“Jahaan neta bante masiha, wahi janta banti bemani,
Jab tak swarth ka parda hai, tab tak ye hai kahani.”
47
“चुनाव के दिनों में आते वो दिलासा देने,
लेकिन सत्ता में आते ही, भूल जाते वो ]वादे निभाने ।”
“Chunav ke dinon mein aate wo dilasa dene,
Lekin satta mein aate hi, bhool jaate wo wadenibhaane
48
“देश के नाम पर कितने सपने दिखाए जाते हैं,
लेकिन असल में सब अपने फायदे उठाए जाते हैं।”
“Desh ke naam par kitne sapne dikhaye jaate hain,
Lekin asal mein sab apne faayde uthaye jaate hain.”
49
“राष्ट्र की बातें बस भाषणों में हैं ,
सत्ता मिलते ही नेता भूल जाते हैं”
“Rashtra ki baatein bas bhashanon mein hai
Satta milte hi neta bhool jaate hain i.”
50
“नेताओं की इस राजनीति में देश की भावना खो रही,
जनता की उम्मीदें हर चुनाव में बस सो रही।”
“Netao ki is rajneeti mein desh ki bhavna kho rahi,
Janta ki ummeedein har chunav mein bas so rahi.”
Politics Shayari in Hindi
50. राजनीति के खेल में सब कुछ जायज़ नहीं होता,
लेकिन जनता की उम्मीद कभी भी खत्म नहीं होती।
51. नेता अपनी कुर्सी बचाने के लिए सब कुछ करते हैं,
लेकिन जनता की आवाज़ कहीं खो जाती है।
52. सत्ता की लालच में लोग अक्सर झूठ बोलते हैं,
लेकिन एक दिन वह झूठ खुद ही सामने आ जाता है।
53. राजनीति में जो सिर्फ अपने फायदे के लिए खेलते हैं,
वो कभी भी जनता का दिल नहीं जीत सकते।
54. जो नेता जनता के साथ नहीं चलते,
वो कभी भी सत्ता में टिक नहीं सकते।
55. राजनीति का रास्ता अब सीधा नहीं है,
लेकिन जनता की आवाज़ हमेशा मजबूत रहती है।
56. सत्ता की कुर्सी पर बैठे लोग कभी ये नहीं समझ पाते,
कि जिनका ख्याल रखते हैं, वही उनका सबसे बड़ा सहारा होते हैं।
57. राजनीति में अगर झूठ का इस्तेमाल किया जाए,
तो जनता के दिलों से विश्वास हमेशा खो जाता है।
58. अगर नेता ईमानदारी से काम करें,
तो राजनीति का चेहरा पूरी तरह बदल सकता है।
59. सत्ता में रहने वालों को ये कभी नहीं भूलना चाहिए,
कि जनता की ताकत सबसे बड़ी होती है।
60. राजनीति में जितनी मर्जी चालाकी हो,
लेकिन जनता की सोच कहीं से कमजोर नहीं होती।
61. नेता जितनी मर्जी जनता को धोखा दे लें,
लेकिन एक दिन उनका असली चेहरा सामने आ ही जाता है।
62. सत्ता में बैठा हर नेता अपनी शक्ति भूल जाता है,
लेकिन जनता के सामने उसकी असलियत सामने आ जाती है।
63. राजनीति की दुनिया बड़ी चकाचौंध होती है,
लेकिन सच हमेशा जनता के सामने होता है।
64. नेता झूठ बोलते हैं और सत्ता में बने रहते हैं,
लेकिन जनता कभी न कभी सच्चाई जान ही लेती है।
65. राजनीति का खेल है बड़ा ही कठिन,
लेकिन जनता की भावना कभी न हारती है।
66. सत्ता की कुर्सी को पाने के लिए लोग कुछ भी करते हैं,
लेकिन जब जनता की नज़रें बुरी होती हैं, तो कोई नहीं बचता।
67. राजनीति में जो अपनी बात सही नहीं कहते,
वो कभी भी जनता का भरोसा नहीं जीत सकते।
68. नेता अपनी राजनीति में अच्छे दिखने की कोशिश करते हैं,
लेकिन उनकी असलियत जनता के सामने आ ही जाती है।
69. राजनीति में हमेशा सच्चाई की जीत होती है,
चाहे वो कुछ भी क्यों न हो।
70. जो नेता खुद को सबसे बड़ा समझते हैं,
वो जनता के दिल में कभी जगह नहीं बना सकते।
Politics Shayari in Urdu
71. سیاست میں جو اپنے مفاد کے لئے جھوٹ بولتے ہیں,
وہ کبھی بھی عوام کا دل نہیں جیت سکتے۔
72. اقتدار کی لالچ میں لوگ بہت کچھ کر گزرتے ہیں,
مگر سچ آخرکار سامنے آ ہی جاتا ہے۔
73. سیاست میں اگر کسی نے دھوکہ دیا,
تو وہ ایک دن عوام کے سامنے بے نقاب ہو جائے گا۔
74. سیاست میں ہمیشہ سچ کا راستہ اپنایا جائے,
کیونکہ یہی راستہ عوام کا دل جیتتا ہے۔
75. جو سیاست دان عوام کی نہیں سنتے,
وہ کبھی اقتدار میں نہیں رہ سکتے۔
76. اقتدار کی کرسی سے کبھی غافل نہ ہو,
کیونکہ یہ کرسی عوام کے ووٹ سے ملتی ہے۔
77. سیاست میں جو جھوٹ بولتا ہے,
وہ کبھی بھی عوام کی نظر میں سچ نہیں بن سکتا۔
78. سیاست کا راستہ اگر صاف ہو,
تو عوام کا اعتماد ہمیشہ قائم رہتا ہے۔
79. سیاست میں اگر جھوٹ بولنا شروع کر دیا جائے,
تو سچ بہت جلد عوام کے سامنے آ جاتا ہے۔
80. جو سیاست میں عوام کی فلاح کو نہیں سمجھتے,
وہ کبھی بھی اقتدار میں نہیں رہ سکتے۔
81. سیاست میں اگر جھوٹ بولا جائے,
تو وہ بہت جلد عوام کے سامنے آ جاتا ہے۔
82. سیاست میں سچائی کا راستہ اپنانا ضروری ہے,
کیونکہ عوام ہمیشہ سچ کو پسند کرتے ہیں۔
83. سیاست میں اگر نیت صاف ہو تو کامیابی ملتی ہے,
ورنہ اقتدار ایک دن چھن جاتا ہے۔
84. جو سیاست دان عوام کی فکر کرتا ہے,
وہ ہمیشہ کامیاب رہتا ہے۔
85. سیاست میں سچ کا ہمیشہ راج ہوتا ہے,
چاہے جتنا بھی زور لگا لیا جائے۔
86. سیاست میں جھوٹ بولنے سے کوئی نہیں بچتا,
ایک دن سچ سامنے آ ہی جاتا ہے۔
87. اقتدار کے کھیل میں عوام کی اہمیت کو سمجھنا ضروری ہے,
کیونکہ عوام کی طاقت سے بڑی کوئی ताकत नहीं होती۔
88. سیاست میں ہمیشہ عوام کی فلاح اور بہبود کی بات करनी चाहिए,
کیونکہ یہی اصل سیاست ہوتی ہے۔
89. سیاست میں جو جھوٹ بولتے ہیں,
وہ کبھی بھی عوام کا دل نہیں جیت سکتے۔
90. سیاست میں جو جھوٹ بولا جاتا ہے,
وہ کبھی نہ کبھی بے نقاب ہو ہی جاتا ہے۔
Politics Shayari in English
91. Politics is full of deceit and lies,
But truth will always open people’s eyes.
92. Power may change, but truth stays,
Guiding people through all the maze.
93. In the game of politics, deception is high,
But truth and justice will never die.
94. A politician’s real strength lies in honesty,
Not in promises or empty publicity.
95. The people’s voice is louder than the elite,
For truth and justice can’t be beat.
96. Politics may test a man’s true might,
But honesty and justice will always shine bright.
97. Power may corrupt, but truth is pure,
For justice and honesty always endure.
98. Politicians may try to fool the crowd,
But truth will always speak out loud.
99. The road of politics is full of strife,
But truth will always guide the life.
100. In politics, power may come and go,
But truth and justice will always grow.
Attitude Politics Shayari
101. सत्ता में बैठकर अपनी ताकत दिखाने वाले,
एक दिन जनता के सामने गिरने वाले।
102. जो सत्ता के खेल में खुद को सबसे बड़ा समझे,
वह एक दिन अपनी ही नजरों में छोटा हो जाता है।
103. राजनीति का असली चेहरा वही दिखाता है,
जो जनता की उम्मीदों पर खरा उतरता है।
104. सत्ता का नशा जितना बढ़ता है,
उतना ही आदमी अपने आप से दूर होता जाता है।
105. राजनीति में जो सिर्फ खुद को बड़ा समझे,
वो कभी भी जनता का दिल नहीं जीत सकते।
106. राजनीति का खेल अब दिखावे का नहीं,
सच्चाई और नीयत पर चलने वाला सच्चा नेता होता है।
107. सत्ता की कुर्सी पर बैठकर कभी भी घमंड न करें,
क्योंकि सत्ता कभी भी चली जाती है, पर सच्चाई कभी नहीं।
108. राजनीति में जो अपने मन का करता है,
वो जनता के दिल में कभी जगह नहीं बना सकता।
109. राजनीति का खेल जितना कठिन हो,
अगर नीयत साफ हो तो वह कभी भी हार नहीं सकता।
110. सत्ता में बैठे लोग ये न भूलें,
जनता का दिल जीतने से बड़ा कुछ नहीं होता।
Politics Shayari in Hindi
111. राजनीति में जो झूठ बोलते हैं,
वो कभी भी जनता का दिल नहीं जीत सकते।
112. जो नेता जनता की भावनाओं से खेलते हैं,
वो खुद ही एक दिन धोखा खा जाते हैं।
113. राजनीति के रास्ते कभी आसान नहीं होते,
लेकिन जनता के बीच सच्चाई हमेशा जीतती है।
114. सत्ता की कुर्सी पर बैठने के बाद,
नेता भूल जाते हैं कि वे जनता के सेवक हैं।
115. राजनीति का खेल अब जनता की समझ में आता है,
जो चुनाव में अपनी ताकत दिखाते हैं, वो सत्ता में टिकते नहीं।
116. जो नेता झूठ बोलते हैं,
वो कभी भी देश का भला नहीं कर सकते।
117. सत्ता की ताकत से कभी घमंड नहीं करना चाहिए,
क्योंकि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाती है।
118. राजनीति में जितनी मर्जी चालाकी हो,
लेकिन जनता का दिल जीतने के लिए सच्चाई की ज़रूरत होती है।
119. सत्ता में बैठे लोग जनता के बारे में भूल जाते हैं,
लेकिन जनता कभी भी उनकी असलियत जान जाती है।
120. जो नेता सत्ता में होते हुए जनता से कट जाते हैं,
वो कभी भी सत्ता में टिक नहीं सकते।
121. राजनीति का असली मतलब जनता की सेवा है,
लेकिन सत्ता पाने के बाद नेता इसे भूल जाते हैं।
122. जो नेता हमेशा झूठ बोलते हैं,
वो कभी भी देश का भला नहीं कर सकते।
123. राजनीति में अगर सच्चाई और ईमानदारी हो,
तो जनता के दिलों में हमेशा जगह मिलती है।
124. सत्ता के नशे में जो नेता अपने रास्ते से भटक जाते हैं,
वो एक दिन गिर जाते हैं।
125. जो नेता जनता के साथ नहीं चलते,
वो कभी भी सत्ता में नहीं रह सकते।
126. राजनीति के रास्ते में जब तक जनता का साथ न हो,
तब तक कोई भी नेता सफलता की ऊँचाइयों तक नहीं पहुँच सकता।
127. सत्ता की कुर्सी पर बैठने से पहले नेताओं को ये याद रखना चाहिए,
कि जनता की ताकत सबसे बड़ी होती है।
128. जो नेता जनता की आवाज़ सुनते हैं,
वो हमेशा सत्ता में बने रहते हैं।
129. राजनीति में हमेशा सच्चाई की जीत होती है,
चाहे वो कुछ भी क्यों न हो।
130. जो नेता सिर्फ अपने फायदे के लिए काम करते हैं,
वो जनता का दिल कभी नहीं जीत सकते।
Politics Shayari in Urd
131. سیاست میں جو جھوٹ بولتے ہیں,
وہ کبھی بھی عوام کا دل نہیں جیت سکتے۔
132. جو سیاست دان عوام کی فلاح کے بارے میں نہیں سوچتے,
وہ کبھی بھی اقتدار میں نہیں رہ سکتے۔
133. اقتدار کی کرسی پر بیٹھ کر جو عوام کی پرواہ نہیں کرتے,
وہ ایک دن اپنی کرسی سے ہاتھ دھو بیٹھتے ہیں۔
134. سیاست میں جھوٹ بولنے والوں کا انجام کبھی اچھا نہیں ہوتا,
کیونکہ سچ ہمیشہ سامنے آ ہی جاتا ہے۔
135. سیاست کا راستہ کبھی آسان نہیں ہوتا,
لیکن سچ کا راستہ ہمیشہ طاقتور ہوتا ہے۔
136. جو سیاست دان عوام کی آواز نہیں سنتے,
وہ اقتدار میں کبھی نہیں رہ سکتے۔
137. سیاست میں جتنے بھی فراڈ ہوں,
لیکن ایک دن عوام کی طاقت سامنے آ ہی جاتی ہے۔
138. سیاست میں جو اپنے فائدے کے لئے عوام کو بیوقوف بناتے ہیں,
وہ ایک دن خود ہی بے نقاب ہو جاتے ہیں۔
139. جو سیاست دان اپنی حقیقت چھپاتے ہیں,
وہ کبھی بھی عوام کے دل میں جگہ نہیں بنا سکتے۔
140. اقتدار کے ناز و نعمت کے درمیان,
سچ ہمیشہ عوام کے ساتھ ہوتا ہے۔
141. سیاست میں جب تک عوام کا ساتھ نہ ہو,
تب تک اقتدار میں رہنا مشکل ہوتا ہے۔
142. سیاست میں جو جھوٹ بولتے ہیں,
وہ عوام کے سامنے کبھی بھی سچ نہیں بن سکتے۔
143. اقتدار میں رہ کر جو عوام کے بارے میں نہیں سوچتے,
وہ ایک دن اقتدار سے محروم ہو جاتے ہیں۔
144. سیاست میں جتنا بھی جھوٹ بول لیا جائے,
ایک دن سچ سامنے آ ہی جاتا ہے۔
145. جو سیاست میں سچ کو اہمیت دیتے ہیں,
وہ ہمیشہ عوام کے دل میں جگہ بناتے ہیں۔
146. سیاست میں عوام کی آواز ہمیشہ بلند ہوتی ہے,
اور یہ آواز کبھی جھک نہیں سکتی۔
147. جو سیاست میں عوام کے لئے نہیں سوچتے,
وہ اقتدار میں کبھی بھی کامیاب نہیں ہو سکتے۔
148. سیاست میں جب تک عوام کا ساتھ نہ ہو,
کامیابی کا کوئی امکان نہیں ہوتا۔
149. سیاست میں جو عوام کی فلاح کے بارے میں نہیں سوچتے,
وہ اقتدار میں کبھی بھی کامیاب نہیں ہو سکتے۔
150. سیاست میں سچائی کا راستہ اپنانا ضروری ہے,
کیونکہ عوام ہمیشہ سچ کو پسند کرتے ہیں۔
Politics Shayari in English
151. Politics may be full of lies and deceit,
But truth will always rise and beat.
152. Power may be temporary, but truth is eternal,
In politics, honesty is always external.
153. Politicians may manipulate the truth,
But the people’s voice will always be the proof.
154. In politics, lies may win for a while,
But truth and justice will always be on trial.
155. The people’s voice is louder than the lies,
And it always reveals the truth behind the disguise.
156. Politics may be a game of power and might,
But the people’s trust will always shine bright.
157. Lies may spread, but truth will prevail,
In the end, justice will never fail.
158. Power may come, but truth will always stay,
In politics, truth will always lead the way.
159. Politicians may try to fool the crowd,
But truth will always speak loud and proud.
160. Politics may test the spirit of the people,
But truth and justice will always be the steeple.
161. Politicians may build castles with lies,
But the people’s trust is a fortress that never dies.
162. Politics may seem unfair and unjust,
But in the end, truth and honesty are a must.
163. Lies in politics can never last,
Because the truth is always vast.
164. In politics, honesty is the real strength,
For it has the power to go the distance and length.
165. Politicians may fool the people for a while,
But truth will always prevail in the end with a smile.
166. Politics may test the power of the state,
But truth and justice are never late.
167. The people’s trust is what makes politics strong,
And truth is what keeps it from going wrong.
168. Power may change, but truth remains,
In politics, it always sustains.
169. The game of politics may be full of lies,
But truth will always open people’s eyes.
170. The path of politics may be unclear,
But truth and justice will always appear.
Attitude Politics Shayar
171. सत्ता के नशे में जो नेता खो जाते हैं,
वो एक दिन सत्ता से बाहर हो जाते हैं।
172. राजनीति में जो लोग सच्चाई से भागते हैं,
वो कभी भी जनता का दिल नहीं जीत सकते।
173. सत्ता में बैठे लोग जब जनता से कट जाते हैं,
तो एक दिन उन्हें पछताना पड़ता है।
174. जो नेता अपनी ईमानदारी से जनता का दिल जीतते हैं,
वो राजनीति में हमेशा विजयी रहते हैं।
175. सत्ता का नशा कभी भी किसी को नहीं छोड़ता,
लेकिन सच्चाई कभी नहीं हारती।
176. राजनीति में जो लोग अपनी कुर्सी के लिए सब कुछ कर लेते हैं,
वो कभी भी जनता का प्यार नहीं पा सकते।
177. जो नेता हमेशा अपने फायदे के लिए काम करते हैं,
वो जनता का भरोसा कभी नहीं जीत सकते।
178. राजनीति में सच्चाई से भागना नहीं चाहिए,
क्योंकि वही सच्चाई अंत में जीतती है।
179. जो नेता जनता के दिल में जगह बनाते हैं,
वो कभी सत्ता से बाहर नहीं होते।
180. सत्ता की कुर्सी पर बैठे लोग कभी ये नहीं समझ पाते,
कि जनता की ताकत हमेशा बड़ी होती है।