LETAST 50+ SAFAR SHAYARI INHINDI|सफर शायरी हिंदी मेंदोस्तों आज बात करते हैं travel shayarयानी सफर शायरी की जिंदगी इक सफर ही तो है और इस सफर में जाने हम हर समय क्या पाने के लिए सफर करते हैं , जब इंसान जन्म लेता है तो बड़ा होने का सफर स्कूल जाने का सफर , फिर भविष्य बनाने का सफर , फिर कुछ ख़ुशी पाने का सफर , कभी ट्रेन से कभी बस से तो कभी हवाई यात्रा से , जो भी हो इस सफर में जुडी होती हैं कुछ खट्टी मीठी यादें ,सफर में छुपी हैं अनगिनत मौसमों की कहानी,
मिलते हैं गर्मियों के तपते सूरज, बरसात की बूँदें, ठंडी हवाएँ और बिते हुए मौसमों की यादें।सफर के पन्नों में लिखी है जीवन की कहानी,
हर रोज़ नया अद्भुत अध्याय, हर पल एक नया चर्चा।
ये सफर ही तो है जो हमें बड़े से बड़े चुनौतियों का सामना करने की हिम्मत देता है इसी का नाम है जिंदगी का सफर , जो भी हो सफर हमेशा करते रहना चाहिए , क्युकी , कहते हैं
“”सैर कर दुनियां की गालिफ़ जिंदगानी फिर कहाँ
जिंदगानी गर रही तो नौजवानी फिर कहाँ”
आज आपके लिए शायरी के प्रकार निम्न लिखित है
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LETAST 50+ SAFAR SHAYARI INHINDI|सफर शायरी हिंदी में
सफर मुश्किल सही चलते रहिए
बेहद हसीन जिंदगी है चलते रहिए|||
2–
सफर पर निकले हैं तो धुप भी होगी
कहीं तूफ़ान तो कहीं बरसात भी होगी
मुश्किलों से घबराकर रुकना क्यों
इन्हीं मुश्किलों के आगे मंजिल भी होगी||
3-
स फर ही तो मंजिल का रास्ता है
सफर ही जिंदगी का हौसला है
सफर में कांटे मिलें या फूल गम नहीं है
हौंसले पर्वत से हमारे कम नहीं हैं||
4–
सफर में मिलेंगे दोस्त भी दुश्मन भी
नजर रखना इन्हे परखने की
हमसफ़र बनकर साथ चलेंगे
मुश्किल वक़्त में हाथ छुड़ा लेंगे|||
5-
क्या कहूँ ए दोस्तों सफर ए
जिंदगी कैसे बसर होती है
दिन भर सफर की थकन
रातों को तन्हाई में बसर होती है
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6–
सफर में कोई तो ऐसा हमसफ़र मिले
दर्द दिल का जिसे बेझिझक कह सके|
7
मिलते हैं सफर में कुछ लोग इस तरह
पहचान हो जैसे जन्मों की इस तरह||
8-
मंजिल भी मिलेगी सब्र तो कर
पहले सफर निकलो तो सफर पर||
9-
सफर में थक गए हैं पैर तो गम न कर मुसाफिर
हौसलों की उड़ान थकने न देना जारी रख सफर||
10-
चलते चलते तक गए हैं कदम
मिलेगी मंजिल इक रोज यकीन कर||
11
हर बार सफर पर निकलते हैं सभी
मंजिल की तलाश में भटकते हैं सभी||
12-
अजीब है ये जिंदगी जिसमे सफर ही सफर है
सफर में इक हौसला ही हमसफ़र है||
13-
मुसाफिर हैं सब सफर में मजिल की तलाश में
किसी को और ज्यादा तो किसी को रोटी की तलाश है||
14-
जिंदगी कब आराम से बसर होती है
सफर से सुरु सफर में खत्म होती है ||
15-
निकला था मुसाफिर जाने किसकी तलाश में
यूँ ही गुजर गयी जिंदगी मंजिल की प्यास में ||
16-
सफर पर निकलो तो सही
मजिल मिले न मिले तजुर्बा जरूर मिलेगा ||
17-
मुसाफिर हूँ सफर पर हूँ थकता हूँ
रुकता हूँ फिर चल पड़ता हूँ||
19–
अभी तो दो कदम हुए सफर पर निकले हुए||
तुम अभी से लगते हो क्यूँ थके हु
20-
जिन्दगी महज इक सफर बन के रह गयी
यूँ ही मजिल की तलास में बसर हो रही ||
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21-
जिन्दगी को क्यों महज सफर में जिए ??
कभी तो इसे एडवेंचर की तरह जिए ||
मुसाफिर होते नही रुकने के लिए
सफर मिला नही मुश्किलों से डरने के लिए ||
22-
जिंदगी को ऐसे जियो
जैसे आखरी सफर में हो ||
23-
जिंदगी मुसीबतो में भी मुस्करा के जीते हैं||
सफर में हैं खतरों से खेलते हैं||
24-
सफर पर निकले हैं तो मुश्किलों से क्या डरना
भला डर डर के जीके क्या करना ||
25
चले हैं सफर में मत पूछो कब आओगे
मुसाफिर हैं मुश्किल के साये में फना होंगे ||
26-
सफर करने वाले जिंदगी जिंदादिली से जीते हैं||
लाख मुश्किलें हो मुस्करा के जीते हैं||travel shayari in hindi
27-
मैं सफर में हूँ चल मेरे साथ साथ मेरे हमसफ़र
मुश्किलें लाख आएं कट जाएगा ये सफर |||
28-
मंजिल का निशा नहीं सफर जारी है
मुसाफिर हैं खतरों के खिलाड़ी हैं
भला हमने कब हार मानी है
चलते चलते तक गए थे फिर चलने की तैयारी है
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29-
निकले थे तन्हा सफर में
हर सह साथ चलती मिली
कभी घनी धुप मिली
तो कहीं घनी छावं मिली ||
30–
मिलते हैं किरदार सफर में अजनबी की तरह
वो बिछड़े जब हमसे लगे अपनों की तरह ||
31
इस सफर में में अकेला कहाँ हूँ हर तरफ
प्रक्रति के नजारे हैं नीले आकास में तारे है||
5 Latest stsafr shayari -जिंदगी का सफर शायरी
32
जिन्दगी हर मोड़ पर चुनौती
खड़ा कर मजे लेती है
क्यूँन हम भी चुनौती के मजे लेलें||
33-
ए जिंदगी तेरा सफर रुकता ही नहीं
हर रोज इक नया रास्ता मजिल का ठिकाना नहीं |
34–
मुमकिन है जिंदगी मैं सफर में थक जाऊं
तुझे जीने का हौसला मुझे रुकने नहीं देता
35-
जिंदगी मुश्किलों से भरा सफर
इसके बिना जिंदगी का बसर न ही नहीं सही
36–
सफर तो सुहाना जरूर होता
इ हमसफ़र साथ अगर तारा मिल गया होता38–
37-
आरजू थी हाथो में तेरा हाथ होता
गम में ना सही खुसी में तो तेरा साथ होता
38–
येअंबर ये धरती ये मौसम ये नजारे
कहते हैं मुझसे हम हैं तुम्हारे
थकना न कभी बैठ कर किनारे
मिलेगी मजिल चलता रह प्यारे||
39-
जिंदगी इक सफर है मुसाफिर हर सख्स यहां
जब भी मिलो तो मुस्करा के मिलना यहां
कौन भला कयामत तक रहेगा यहाँ
सफर है जाने कब कौन कब बिछ्डेगा यहां
40
जिंदगी के सफर में जो थक जाए मैं वो मुसाफिर नहीं
हार जाऊं मुश्किलों से मैं वो कायर नहीं ||
41-
चलूँगा थकूंगा रुकूंगा फिर चलूँगा
मैं सफर में हूँ चलता रहूंगा||
42-
कभी तो जिंदगी का सफर मंजिल तक पहुंचाएगा
आखिर ये सफर कहीं तो थमेगा||
43-
सफर में चलोगे तो मंजिल मिलेगी
आखिर ये जिंदगी कब तक आजमाएगी ||
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44-
सफर ने सिखाया बहुत सा तजुर्बा
रुक जाते थक कर तो होता न तजुर्बा||
45-
जिंदगी तू इक सफर है हम मुसाफिर तेरे
कभी तो पुरे कर ख्वाब मेरे ||
6 Latast safr shayari -यात्रा शायरी
46–
बीती जा रही है सफर में जिंदगी
हैरान हूँ तेरी चाह में जिंदगी
तू सफर है हम मुसाफिर जिंदगी
कहीं तो पनाह दे जिंदगी||
47–
तेरी चाह ने जिंदगी ये क्या किया
उम्र भर मुझे मुसाफिर बना दिया
FAQसफर ए-जिंदगी
48
करते हैं सफर हम जिंदगी
तेरी राह के हम मुसाफिर ए जिंदगी
चलेंगे तब तक जब तक है जिंदगी
पता नहीं कब हो शाम ए जिंदगी
49-
मैं सफर में हूँ जिंदगी का लुफ्त ही सफर में है
चलते चलते सफर में धरती अंबर मेरे हमसफ़र हैं
घूमने पर शायरी in Hind
50-
जिंदगी का लुफ्त घूमने में है
घूमो सफर करो तो जिंदगी मजे में है
jindagee ka lupht ghoomane mein hai
ghoomo saphar karo to jindagee maje mein hai
51–
जो मजा जिंदगी में सफर में चलने का है
वो कहीं थक कर रुकने में कहाँ
चलते चलते सिखाती है जिंदगी
हर तरफ नजारे प्यारे हैं यहां
jo maja jindagee mein saphar mein ghoomane ka hai
vo kahaan thak kar kaheen mein
jeena sikhaatee hai jindagee
har taraph najaare dost hain yahaan