Judai Shayari | Judai Shayari In Hindi-हेलो फ्रेंड्स प्रस्तुत है जुदाई शायरी दोस्तों जब दो बेपनाह मोहबत्त करने वाले दिल जुदा हो जाते है तो जुदाई शायरी का जन्म होता है मोहबत्त करने वाले यूँ ही जुदा नहीं हो जाते कभी बेवफाई,तो,कभी मजबूरी का बहाना बना के जुदा हो जाते हैं असल में इस मोहबत्तें में
जिसने सच्ची मोहबत्त की हो वो इस जुदाई की आग में दिन रात जलता है उस दर्द को महसूस कर के आपके लिए जुदाई शायरी लाइ हूँ बहुत मेहनत लगती है दोस्तों शायरी कंटेनिट लिखने में पर अगर दर्शकों को पसंद आ जाए तो हमारी मेहनत जाया नहीं जाते हैं
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Judai Shayari | Judai Shayari In Hindi

1-
हो गया जुदा वो ऐसे मुझसे
जैसे वर्षों से बिछने का इन्तजार हो उसे
जाते जाते नजर भर देखा था हमने उसे
उसने इक बार भी देखा न मुड़के
2
तिरेजुदाई के गम ने इस कदर तोडा मुझको
ना जिंदगी मिली ना तू मिला मुझको
जा बेवफा भुला दिया तुझको
अब तो मरके ही आराम आएगा मुझको
3
आँखों से नींद चली जाती है
दिल का सकूँ चला जाता है
पल पल यादों में दिल जलता है
जुदाई का गम बहुत तड़पाता है
4
💔💔दर्द ए इश्क़ का गम
अश्कों में बह जाए तो अच्छा है
💘💘वर्ना जुदाई का दर्द
मौत बन जाता है💔💔
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5
जुदाई के गम में जलना
जुदाई की तपिस में जलना
इश्क की मंजिल है जुदा होना
इश्क कभी न करना 💔💔

6
तुझे दिल भूलने की कोशिस में
तबाह हो रहा है 💔💔💔💔
मगर हम जुदाई की आग में
बर्बाद हो रहे हैं 💔💔💔
7
दर्द ही दर्द है हमसफ़र बनाने में
तन्हा रहना अच्छा है जमाने में
तू ही इक सख्स न था जमाने में
उम्र यूँ ही तबाह हो रही तुझे भुलाने में

8
दर्द जब हद से गुजर जाता है
दर्द जुदाई का जब तड़पाता ही
मिलने की गुजारिस में दिल तड़पता है
आँखों से रिमझिम सावन बरसता है
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9
जिए जा रहे हैं इस ख्याल में
कुछ तो सकूं मिले तेरे ख्याल से
10
सबनम की बूंदों में सब भर भीगती रही
दर्द ए जुदाई की जलन बुझती नहीं 💔
11
किससे कहें हां ए दिल अपना
नसीब बन गया है जुदाई में तड़पना
12
कोई मंजर दिल को बहलाता नहीं
जुदाई का गम बहुत तड़पाता है 💔💔
13
तुझसे जुदा होके जिन्दा हूँ 💔💔
मैं मेरे हाल से शर्मिंदा हूँ 💔💔
14
कब तक रहेगी ये drd जुदाई 💔
इक रोज मिलेगी साँसों से रिहाई
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14
सकून कहाँ उस दिल को
तड़पाती है जुदाई जिसको
15
न निगाहें मिलती न दिल मिलता
न इश्क़ होता न जुदाई का गम मिलता
16
हम जुदा होकर फना हो गए
वो जुदा होकर खुदा हो गए
17
हुए जा रहे हैं ख़ाक जलके हम
सहा जाता नहीं जुदाई का गम
18
एक तो बेपनाह महोंबत्त उस पर तनहाई
एक तो रंज जुदाई का उसपर कहर बेवफाई
19
ए दिल तूने किस बेवफा से इश्क किय
जुदाई के इक इक पल ने तुझको रुला दिया
20
उस बेवफा ने जन्मों की महोंबत्त को
पलों की जुदाई मे भुला दिया 💔💔
21
बेवफा हमने अब तुझको भुला दिया
रोए इतना की खुद के आँसों को पिय
जा तिरी जुदाई ने सब कुछ सीखा दिया
22
काश तु कहे हाल ए दिल कहानी जुदाई के
कैसे गुजरे मुझ बिन तेरे दिन तनहाई के
23
-ए महोबत्त तू कभी मुक्कमल न हुई
कभी वफ़ा से कभी जुदाई से तन्हा रही
24
था रंग उनके चेहरे का जुदाई मे बेनूर
वो बेवफा ही सही भला इसमें उसका क्या कसूर
25
तु महोंबत्त मे एक मुसाफिर सा था
तुमको तो जुदा होना ही था 💔💔
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26
हमको मालूम था तू जुदा होकर जी लेगा
फिर भी दिल ने तेरी जुस्तजू की
पर ए मालूम न था
तू मुझको जुदा होकर भुला देगा
27
-जाने ये तेरा मेरा किस्सा क्या है
जुदा होके भी हमारे दरमिया क्या है
मुद्दत हुई तुझसे जुदा हुए
तू जुदा होके बाकी मुझमे क्यू है
28
इक इक पल का यहाँ हिसाब क्या करू मैं
इस दिल के जख्मों का किस्सा क्या कहूँ मैं
ये सब से जागते सितारों से पूछ ले
दर्द ए जुदाई का गम क्या कहूँ अपने लबों से
29
आज फिर एक महोबबत का कत्ल हुआ
आज फिर महोंबत्त मे मिली जुदाई
जब जब तड़फ देखता है दर्द ए तनहाई
दिल ने कहा खुदा करे किसी को मिले न जुदाई
30
महोंबत्त तड़फ कसक तनहाई
महोंबत्त नाम है दूजा जुदाई
महोंबत्त अशकों का एक फ़साना जुदाई
जुदाई शायरी हिंदी वॉलपेपर के लिए
31
आज फिर एक मोहब्बत का कत्ल हुआ,
आज फिर मोहब्बत में मिली जुदाई।
जब जब तड़प देखता है दर्द ए तनहाई,
दिल ने कहा खुदा करे किसी को मिले न जुदाई।
32
तेरी यादें अब हर पल तकलीफ देती हैं,
जुदाई के बाद अब तुझे ढूँढते हैं।
दिल में बसी थी तुझसे जुड़ी कोई बात,
अब तो हर याद और हर ख्वाब भी तन्हाई में है।
33
तू था मेरे करीब, अब दूर क्यों हो,
तेरे बिना यह जिंदगी ग़म से भरी क्यों हो।
मुझे छोड़ने के बाद, क्या जी सकोगे तुम,
क्योंकि तुझसे जुदाई ने मेरी दुनिया ही बदल दी।
34
दूरियाँ भी अब इतनी बढ़ गई हैं,
जुदाई के बाद, खामोशियाँ अब सहम गई हैं।
तेरी यादों में खोकर, मैंने दिल को तन्हा किया,
मगर क्या करूँ, मोहब्बत का रास्ता भी जुदाई से जुड़ा था।
35
जब से तू गया है, दिल में सूनापन सा है,
जुदाई के बाद अब कुछ भी नहीं सही सा है।
तेरी यादें अब तकलीफ देने लगी हैं,
तेरे बिना यह दिल अब और भी रोने लगा है।
36
इक सच्ची मोहब्बत में जुदाई का दर्द भी है,
दिल टूट कर भी तुझसे प्यार करता है।
क्या करे दिल, अब वो तेरा नाम भी याद करता है,
पर तेरी जुदाई ने उसे खो दिया है।
37
तेरी जुदाई में हर खुशी गुम हो गई,
तेरे बिना, ये दुनिया पूरी तन्हा हो गई।
दिल में तुझे खोने का ग़म अब तक है,
क्या करना है, ये दर्द अब खुदा से सता है।
38
दूर होते हुए भी, तेरी यादें पास हैं,
जुदाई के बाद दिल में बस खालीपन सा है।
ख्वाबों में आकर तू अब मुझे तड़पाता है,
तेरी जुदाई मुझे हर रात तन्हा कर जाती है।
39
साथ जीने की उम्मीद थी, पर जुदाई मिल गई,
दिल के टुकड़े हुए थे, फिर भी तुमसे मोहब्बत रही।
अब क्या कहूँ, यह जुदाई की दुआ है,
जिसने मेरी उम्मीदों को खत्म कर दिया है।
40
कभी जो मेरे पास था, वो अब दूर हो गया,
जुदाई का दर्द मेरे दिल में घुल गया।
अब सारा वक्त तेरी यादों के बिना सूना है,
हर पल, तेरे बिना दिल की धड़कन भी धुंआ है।
41
तेरे जाने के बाद, दिल में गहरी खामोशी है,
जुदाई का दर्द अब रोज़ एक नयी कहानी है।
कभी खुश था दिल, अब वो हंसी भी खो गई,
तू नहीं तो, अब इस दुनिया में वो रंग भी नहीं है।
42
जब से तू दूर हुआ है, मेरी दुनिया वीरान हो गई,
तेरे बिना जीना अब एक सजा सी हो गई।
तुझे खोकर, दिल अब खुद से बगावत करता है,
कभी साथ होने की उम्मीदें अब बेवजह लगती हैं।
43
तेरी यादों में ही अब मेरा वक्त बीतता है,
जुदाई के बाद, दिल अब बस दर्द में जीता है।
तू जो पास था, अब वह दूर हो गया,
मेरे दिल में तेरी जुदाई का जख्म अब और बढ़ गया।
44
जुदाई के बाद सारा प्यार भी खो गया,
तेरे बिना तो हर रास्ता भी भटकता सा हो गया।
जब से तू गया, दिल में सिर्फ तन्हाई है,
अब तेरी यादें ही बची हैं, बाकी सब रुलाई है।
45
गम तो यही है कि तुझसे अब बिछड़ना पड़ा,
तेरी जुदाई ने दिल को पूरी तरह तोड़ दिया।
ख़ुशियाँ भी अब रंगीन नहीं लगतीं,
तेरी यादें मेरे दिल के भीतर गहरी खुदाई हैं।
46
मुझसे दूर रहते हुए, तू अब ठीक तो है,
क्या तेरे दिल में कभी मुझे याद आता है?
कभी जुदाई की दर्द से गुजर कर देखो,
दिल की हालत क्या होती है, यह तू जान पाएगा।
47
तुझसे जुदाई अब मुझे बेइंतहा चुराई है,
मेरे दिल में ये वियोग एक सुनामी सी आई है।
मेरा दिल अब हर एक पल तुझसे कटी हुई राहों पे गमगीन है,
जुदाई के बाद सारा जहाँ अब एक वीरान सा है।
48
जुदाई की सुबह और शाम सर्दी सी लगती है,
तेरी यादें दिल को दर्द देने सी आती हैं।
अब दिल में हर सुबह और शाम का मायूसियत है,
तू न हो तो दिल हर राह में खो जाता है।
49
कभी कभी दिल ये सवाल करता है,
क्या तेरी जुदाई ने मुझे कुछ सिखाया है?
जब सच्ची मोहब्बत खोने का दर्द सहा,
तब महसूस हुआ जुदाई का असली चेहरा क्या है।
50
तेरी जुदाई अब मुझसे सुलह करने आई है,
दिल में तू फिर से अपनी जगह बना पाया है।
अब हर याद, तुझसे एक और क़दम दूर कर जाती है,
कभी जो पास था, वो आज हर पल दूर हो जाता है।
. उदासी और जुदाई शायरी
51
जो दिल से जुड़े थे, वो अब जुदा हो गए,
उनकी बेरुखी में हम अकेले रह गए।
मोहब्बत में जो सपना था, वो टूट गया,
अब दिल की गहराई में सिर्फ उदासी है।
52
उदासी का बादल मेरे दिल में बसा है,
तेरे बिना ये प्यार अब तनहाई में खो गया है।
हमने तो हर एक पल तुझे सच्चा माना था,
अब तेरी जुदाई ने इस दिल को फिर से तोड़ दिया है।
53
वो जो कभी हमें अपना मानते थे,
अब हमसे दूर हैं, सिर्फ दर्द ही बाकी है।
जुदाई की इस गहरी रात में हम खो गए,
साथ बिताए लम्हे अब सिर्फ यादें बन गए।
54
हमने दिल से तुझसे प्यार किया था,
पर तू हमें बेवफा कर के चला गया।
अब ये उदासी में रंगों की कमी है,
हमारा प्यार अब खामोशियों में खो गया।
55
जबसे तू दूर हुआ है, उदासी ही साथ है,
तेरे बिना यह दिल कभी भी खुश नहीं हो सकता।
जो तू हमारे पास था, वो अब सिर्फ ख्वाबों में है,
जुदाई ने हमें सिर्फ दर्द और तकलीफ दी है।
56
दिल का टूटना अब रोज़ का हिस्सा बन गया,
तेरी जुदाई के बाद, अब हर दिन दुःख में खो गया।
तेरे बिना, इस दिल में बस खामोशियाँ हैं,
वो प्यार जो था, अब सिर्फ उदासी से भरा है।
57
वो दिन याद आते हैं, जब तेरा साथ था,
अब तेरी जुदाई में दिल की धड़कन कम हो गई है।
हर पल तेरी यादों में खोने का दर्द है,
अब इस उदासी के साये में सब कुछ धुंधला सा है।
58
हमें खोकर तुम बहुत खुश हो, यही सही,
पर ये उदासी और जुदाई हमें धीरे-धीरे मारती है।
तुझे हमने खुदा समझा था, लेकिन अब पता चला,
तेरे बिना, दिल में सिर्फ खालीपन और शून्यता है।
59
उदासी में एक और ग़म जुड़ा है,
तू जो मुझे छोड़ गया है, अब दिल में दर्द है।
तेरी यादें अब मुझे अकेला करती हैं,
इस जुदाई ने हमें और भी तन्हा कर दिया है।
60
कभी जो तेरे साथ था, अब उस जगह सिर्फ सूनापन है,
तेरी जुदाई ने दिल में एक गहरी खाई छोड़ दी है।
तू जा चुका है, अब हमारी मोहब्बत का कोई रंग नहीं,
उदासी के इस समंदर में हम अब तक डूबे हुए हैं।
61
उदासी में न कोई सहारा है, न कोई पास,
तेरी जुदाई ने हमें छोड़ दिया है, अकेला और उदास।
कभी हम साथ थे, अब वह लम्हे सिर्फ यादों में हैं,
अब दिल की राहों में, सिर्फ दर्द और जुदाई के निशान हैं।
62
तुझे खोने के बाद, अब सारा जहां बेरंग सा लगता है,
तू जहां था, अब वहां खामोशियाँ हैं।
तेरी जुदाई में जो दर्द हमें मिला,
वो हमारी जिन्दगी का हिस्सा बन गया है।
63
जुदाई की घड़ी में दिल हमेशा तड़पता है,
वो जो कभी पास थे, अब दूर हो गए हैं।
अब सिर्फ यादें हैं और दिल में गहरे घाव हैं,
उदासी ने हमें पूरी तरह से निगल लिया है।
64
कभी खुशी थी, अब हर लम्हा दुख में है,
तू जो गया, अब यह दिल हर कदम पर टूटता है।
जुदाई के बाद का ये अजनबी सन्नाटा है,
उदासी में बस यही हमारा साथी है।
65
दिल में एक गहरी उदासी का सागर है,
तू था, अब वो प्यार और वो ख्वाब सब कुछ खो गया है।
तेरी जुदाई में वो जो प्यार था,
अब हमारी जिंदगी में बस एक सूनापन है।
66
जबसे तू दूर हुआ है, दिल की धड़कन धीमी हो गई,
जुदाई ने हर खुशी को निगल लिया है।
अब सिर्फ इस दिल में गहरे दर्द का एहसास है,
तू चला गया, अब हमारे पास सिर्फ खामोशी है।
67
तेरे बिना यह दिल हमेशा उदास रहता है,
तू जो चला गया, अब यह दिल और भी तन्हा रहता है।
जुदाई ने हमें जो ग़म दिया,
वो हमेशा हमारे साथ रहेगा, कभी खत्म नहीं होगा।
68
तेरी जुदाई की ग़मगीन रातों में,
हमने अपनी तन्हाई को दिल से स्वीकार किया है।
जो कभी पास था, वो अब दूर हो गया,
उदासी की सर्द रातें अब हमें रुला रही हैं।
69
जब से तू दूर हुआ, दिल में सन्नाटा है,
जुदाई की इस चुप्प में बस तू ही सजा है।
तेरी यादें अब हमें हर पल तड़पाती हैं,
जुदाई का ग़म हमें हर वक्त याद दिलाती हैं।
70
जुदाई ने हमें अकेला छोड़ दिया है,
उदासी की गहरी खाई में हम खो गए हैं।
तेरे बिना, यह दिल हर एक पल टूटता है,
यह दर्द अब हमें ज़िंदगी की सजा सा लगता है।
मोहब्बत और जुदाई शायरी
71
मोहब्बत में दर्द के सिवा क्या मिला,
हिस्से में जुदाई और जाम मिला।
72
ख्वाबों में तुझे फिर से पाया था,
किस्मत में तुझे खोने का ग़म मिला।
73
दिल ने जो चाहा था, वो ना मिल सका,
मोहब्बत में ख्वाब और दर्द मिला।
74
मांग लिया था तुझे दिल से खुदा से,
पर जुदाई के बाद अब सिर्फ ग़म मिला।
75
वो लम्हे अब बस यादों में रह गए,
जहां मोहब्बत थी, अब सिर्फ तन्हाई मिली।
76
प्यार किया था जो दिल से तुमसे,
अब जुदाई में वो रिश्ता टूट गया।
77
मेरे दिल में अब वो प्यार नहीं,
तुमसे जुदा होकर जो ग़म मिला है।
78
तेरी यादों में खोकर, जी रहे थे हम,
अब जुदाई में अकेलेपन का जाम मिला।
79
कभी जो एक-दूसरे के थे, अब दूर हो गए,
हमने मोहब्बत में सिर्फ ग़म पाया है।
80
तेरे बिना, दिल की धड़कन अब शांत हो गई,
जुदाई के बाद सिर्फ यादें और ग़म मिला।
81
मोहब्बत में कभी था दिल का पूरा भरा,
अब जुदाई ने तोड़ दिया और ग़म मिला।
82
तू चला गया, और मैंने खुद को खो दिया,
तेरी जुदाई ने दिल को बस दुख और ग़म दिया।
83
कभी साथ थे, अब जुदाई का सामना है,
मोहब्बत की राहों में अब सिर्फ ग़म का एहसास है।
84
हमने चाहा था तुझे दिल से, मगर,
तेरी जुदाई में बस ग़म का एहसास है।
85
मोहब्बत की खुशबू अब सिर्फ यादों में है,
जुदाई के बाद दिल में दर्द और खामोशी है।
86
तू जो था, अब वो नहीं रहा पास,
अब मेरी दुनिया में सिर्फ तन्हाई और ग़म का अहसास है।
87
सपने थे कभी हमारे साथ रहने के,
अब जुदाई में हर दिन बस ग़म ही ग़म मिला है।
88
तेरी जुदाई में जो दर्द मिला था,
वो अब मेरी जिंदगी की सजा बन गया है।
89
मोहब्बत में सब कुछ खोने का डर था,
अब जुदाई ने उस डर को हकीकत में बदल दिया है।
90
मेरे दिल में अब तेरे लिए सिर्फ एक खालीपन है,
तेरी जुदाई के बाद बस ग़म और दर्द का एहसास है।
दर्द ए मोहब्बत और दर्द ए जुदाई
71
मोहब्बत में दर्द के सिवा क्या मिला,
हिस्से में जुदाई और जाम मिला।
72
ख्वाबों में तुझे फिर से पाया था,
किस्मत में तुझे खोने का ग़म मिला।
73
दिल ने जो चाहा था, वो ना मिल सका,
मोहब्बत में ख्वाब और दर्द मिला।
74
मांग लिया था तुझे दिल से खुदा से,
पर जुदाई के बाद अब सिर्फ ग़म मिला।
75
वो लम्हे अब बस यादों में रह गए,
जहां मोहब्बत थी, अब सिर्फ तन्हाई मिली।
76
प्यार किया था जो दिल से तुमसे,
अब जुदाई में वो रिश्ता टूट गया।
77
मेरे दिल में अब वो प्यार नहीं,
तुमसे जुदा होकर जो ग़म मिला है।
78
तेरी यादों में खोकर, जी रहे थे हम,
अब जुदाई में अकेलेपन का जाम मिला।
79
कभी जो एक-दूसरे के थे, अब दूर हो गए,
हमने मोहब्बत में सिर्फ ग़म पाया है।
80
तेरे बिना, दिल की धड़कन अब शांत हो गई,
जुदाई के बाद सिर्फ यादें और ग़म मिला।
81
मोहब्बत में कभी था दिल का पूरा भरा,
अब जुदाई ने तोड़ दिया और ग़म मिला।
82
तू चला गया, और मैंने खुद को खो दिया,
तेरी जुदाई ने दिल को बस दुख और ग़म दिया।
83
कभी साथ थे, अब जुदाई का सामना है,
मोहब्बत की राहों में अब सिर्फ ग़म का एहसास है।
84
हमने चाहा था तुझे दिल से, मगर,
तेरी जुदाई में बस ग़म का एहसास है।
85
मोहब्बत की खुशबू अब सिर्फ यादों में है,
जुदाई के बाद दिल में दर्द और खामोशी है।
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तू जो था, अब वो नहीं रहा पास,
अब मेरी दुनिया में सिर्फ तन्हाई और ग़म का अहसास है।
87
सपने थे कभी हमारे साथ रहने के,
अब जुदाई में हर दिन बस ग़म ही ग़म मिला है।
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तेरी जुदाई में जो दर्द मिला था,
वो अब मेरी जिंदगी की सजा बन गया है।
89
मोहब्बत में सब कुछ खोने का डर था,
अब जुदाई ने उस डर को हकीकत में बदल दिया है।
90
मेरे दिल में अब तेरे लिए सिर्फ एक खालीपन है,
तेरी जुदाई के बाद बस ग़म और दर्द का एहसास है।