Aitbaar Shayari Status|ऐतबार शायरी – जैसे जिंदगी के लिए साँसें जरूरी होती हैं , जैसे जीने के लिए भोजन , पानी हवा जरूरी है , ऐसे ही मोहबत्त के लिए ऐतबार जरूरी है मोहब्बतबकरने वाले का जब ऐतबार टूटता है तो सामझो दिल टूट कर बिखर जाता है ,बेशक मोहबत्त तो ता उम्र खत्म नहीं होती ,परन्तु ऐतबार फिर कभी किसी पे नहीं रहता , दोस्तों जो आपको बेहद चाहता है ,कभी उसके ऐतबार को मत तोडना भले ही उसे सच्चाई से जरूर दुःख होगा पर अगरऐतबार , यानी भरोसा यकीन विश्वास , टूट गया तो आप उसके ज़िंदा लाश होने के लिए जिम्मेदार हो जाओगे तो आज का ये आर्टिकल | ऐतबार शायरी /Aitbaar Shayari Status पर आपके लिए लाइ हूँ
ऐतबार शायरी
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1
किसी पर वेवजह एतबार न करना
तन्हा रहना एतबार न करना
रातों को जगकर् आहें न भरना
किसी वेवफ़ा पर एतबार न करना
kisee par vevajah etabaar na karan
tanha rahana etabaar na karana
raaton ko jagakar aahen na bharana
kisee vevafa par etabaar na karana
2
प्यार मैं अगर शर्त एतबार की होती
फिर कभी किसी से महोबत्त न होती
तुझ पर नहीं तेरे प्यार पर एतबार था
तेरी दिल्लगी पर नहीं तेरी तड़फ पर एतबार था
pyaar main agar shart etabaar kee hotee
phir kabhee kisee se mahobatt na hotee
tujh par nahin tere pyaar par etabaar tha
teree dillagee par nahin teree tadaph par etabaar tha
3-
महोबत तन्हा है एतबार के बिना
हम भी तन्हा हैं तेरे बिना
तनहाई मे मुस्किल है जीना
खुद को खो दिया एतबार के बिना
mahobat tanha hai etabaar ke bina
ham bhee tanha hain tere bina
tanahaee me muskil hai jeena
khud ko kho diya etabaar ke bina

4
साहिल को मौजों से कोई खौफ नहीं होता
डरता है साहिल सागर की रुसवाई से
इश्क बेखौफ करते हैं दिल वाले
डर लगता है अक्सर सनम की बेवफाई से
saahil ko maujon se koee khauph nahin hota
darata hai saahil saagar kee rusavaee se
ishk bekhauph karate hain dil vaale
dar lagata hai aksar sanam kee bevaphaee se
5
इतना तोड़ा तेरी बेवफाई ने की
एतबार महोंबत्त से उठ गया –
जाने क्यू तेरे बेवफाई से सनम
मैं इस दुनियाँ मैं जी रहा
itana toda teree bevaphaee ne kee
etabaar mahombatt se uth gaya –
jaane kyoo tere bevaphaee se sanam
main is duniyaan main jee raha
Aitbaar Quotes in Hindi
aitbaar shayari in hindi

6
उसका ऐतबार कभी मत करना
जो रहते तुम्हारे साथ हैं
होना सबका चाहते हैं
ऐसे धोकेबाजों पर कभी इश्क न करना
usaka aitabaar kabhee mat karana
jo rahate tumhaare saath hain
hona sabaka chaahate hain
aise dhokebaajon par kabhee ishk na karana
7
गजब का किस्सा था मेरे प्यार का
खुद से भी ज्यादा एतबार था उसका
gajab ka kissa tha mere pyaar ka
khud se bhee jyaada etabaar tha usaka
8
तेरा एतबार करना मेरी भूल थी
मर जाते तन्हा तो अच्छा था
तेरा प्यार झूठा सही
तेरे प्यार पर मेरा एतबार तो सच्चा था
tera etabaar karana meree bhool thee
mar jaate tanha to achchha tha
tera pyaar jhootha sahee
tere pyaar par mera etabaar to sachcha tha
9
हम तेरे सहर से बहुत दूर चले जाएंगे
बेवफा कभी तुझको नजर नहीं आएंगे
ham tere sahar se bahut door chale jaenge
bevapha kabhee tujhako najar nahin aaenge
10
किसी बेवफा से एतबार की सजा मौत से कम नहीं
डूब जाती है महोबत्त भवर मे कहीं
kisee bevapha se etabaar kee saja maut se kam nahin
doob jaatee hai mahobatt bhavar me kaheen
11
सच्चे दिल वालों की सबसे बड़ी कमजोरी है
वो हर किसी पर ऐतबार कर लेते हैं 💔💔
sachche dil vaalon kee sabase badee kamajoree hai
vo har kisee par aitabaar kar lete hain
12
तुझसे सीखायत कैसी खता मेरी है
तूने दिलग्गी की मैंने तो मोहब्बत की है
तुझे गुनहगार क्यों कौन
तेरा ऐतबार क्यों कर करूँ
tujhase sikhait kisee khata meree hai
toone dilaggee kee mainne to mohabbat kee hai
tujhe gunahagaar kyon kaun
tera aitabaar kyon kar karoon
13-
कत्ल तो होना लाजमी था मोहबत्त में ऐतबार का
सजा मोहब्बत की जुदाई थी यही तो हस्र होना था प्यार का
katl to hona laajamee tha mohabatt mein aitabaar ka
saja mohabbat kee judaee thee yahee to hasr hona tha pyaar ka
14
मुझे तुझपे ऐतबार करने की सजा तो मिली
हाँ तुझसे प्यार की सजा तो मिली
mujhe tujhape aitabaar karane kee saja to milee
haan tujhase pyaar kee saja to milee
15-
किस हद तक किया था उसे प्यार और उसका ऐतबार
वो हमें बेवफाई का जहर देता रहा और ऐतबार का कत्ल होता रहा
kis had tak kiya tha use pyaar aur usaka aitabaar
vo hamen bevaphaee ka jahar deta raha aur aitabaar ka katl hota raha
16
सच्ची मोहब्बत में न इजहार होता है
ना इकरार होता है बस प्यार और ऐतबार होता है
sachchee mohabbat mein na ijahaar hota hai
na ikaraar hota hai bas pyaar aur aitabaar hota hai
17-
मोहब्ब्त के सफर में कभी रूठ जाना
कभी मना लेना मान जाना
सबकुछ करना
भूल के भी ऐतबार का कत्ल मत करना
mohabbt ke saphar mein kabhee rooth jaana
kabhee mana lena maan jaana
sabakuchh karana
bhool ke bhee aitabaar ka katl mat karana
18-
ऐतबार किसका करें यहां
हर शख्स नकाब में है यहां
aitabaar kisaka karen yahaan
har shakhs nakaab mein hai yahaan
19-
कर बैठे इक बेवफा से प्यार
अब न करेगा दिल किसी का ऐतबार
kar baithe ik bevapha se pyaar
ab na karega dil kisee ka aitabaar
20
बहुत मुश्किल से ऐतबार की डोर बधती है
किसी बेवफा से प्यार में दिल टूट जाता है
bahut mushkil se aitabaar kee dor badhatee hai
kisee bevapha se pyaar mein dil toot jaata hai
aitbaar shayari 2 lines in hindi

21
तिरा ऐतबार क्या करते तू इस काबिल नहीं
तुझसे इश्क़ हो गया वर्ण तू इश्क़ के काविल नहीं
tira aitabaar kya karate too is kaabil nahin
tujhase ishq ho gaya varn too ishq ke kaavil nahin
22
ऐतबार कर के मरे हैं तेरा
सारी उम्र ऐतबार कर के मरे हैं तेरा
aitabaar kar ke mare hain tera
saaree umr aitabaar kar ke mare hain tera
23
तू धोकेबाज है तूने ऐतबार का कत्ल कर दिया
तेरे कारण दुनिया से ऐतबार उठ गया
too dhokebaaj hai toone aitabaar ka katl kar diya
tere kaaran duniya se aitabaar uth gaya
24
ऐतबार करूँ वो भी तेरा ?
कभी नहीं तूने बिच राह में हाथ छोड़ा है मेरा
aitabaar karoon vo bhee tera ?
kabhee nahin toone bich raah mein haath chhoda hai mera
25
दर्द ही दर्द है तेरे प्यार में
कैसे ऐतबार करूँ तिरा में
dard hee dard hai tere pyaar mein
kaise aitabaar karoon tira mei
26
ऐतबार किया था तुझ पर खुद से भी ज्यादा,
दर्द दिया इतना कि मौत भी हार जाए।
27
तूने जो विश्वास तोड़ा, वो पल नहीं भूलता,
हर साँस में तेरी याद, हर पल में तन्हाई है।
28
ऐतबार का फूल खिला था मेरे दिल में,
तूने कांटे दे दिए और दिल रूहानी जल गया।
29
तुझ पर ऐतबार किया, लेकिन तू बेवफा निकली,
मेरी दुनिया वीरान हो गई, दिल टूट गया।
30
इतना ऐतबार किया कि खुद को भूल गया,
तेरे झूठे वादों में खुद को खो दिया।
31
दिल ने तुझ पर ऐतबार रखा,
और तूने दर्द के सागर में छोड़ दिया।
32
ऐतबार किया था हर ख्वाब में तेरा,
तूने धोखा दिया और रातें तन्हा कर दी।
33
तेरे ऐतबार ने मुझे जीना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने मुझे मरना सिखाया।
34
ऐतबार किया इतना कि खुदा भी शर्मिंदा हुआ,
तेरे जुल्म ने मेरी रूह को चीर दिया।
35
तुझ पर ऐतबार किया, और तूने धड़कनें चुराई,
दिल की दीवारें अब वीरान हो गईं।
36
ऐतबार का ख्वाब देखा था तेरे नाम से,
तूने टूट कर दी, दर्द के साथ खेला।
37
तुझसे ऐतबार किया, और तूने झूठ बोला,
मेरी हर खुशी अब बस एक याद बन गई।
38
ऐतबार किया तो खुदा भी सहम गया,
तेरी बेवफाई ने हर पल को जला दिया।
39
दिल ने तुझ पर ऐतबार किया,
और तूने खुद को भी भुला दिया।
40
इतना ऐतबार किया कि खुद से डर गया,
तेरी यादों ने रातों को आग बना दिया।
41
ऐतबार किया था, पर तूने समझा मज़ाक,
मेरी तन्हाई अब तेरा ही नाम लेती है।
42
तेरे ऐतबार ने मेरी दुनिया बसा दी थी,
तेरी बेवफाई ने उसे उजाड़ दिया।
43
ऐतबार किया इतना कि खुद की हद पार हो गई,
तेरे वादों ने मुझे रुला दिया।
44
दिल ने ऐतबार किया और तूने धोखा दिया,
अब हर धड़कन तुझे याद करती है, जीती नहीं।
45
ऐतबार किया तुझ पर, खुद को भी खो दिया,
तेरे जख्म अब मेरी पहचान बन गए हैं।
“aibaar shayari 2 lines in urduatus”
46
ایتبار کیا تھا تجھ پر دل کی ہر دھڑکن سے،
تو نے توڑ دیا اور چھوڑ دیا خالی ہاتھوں سے۔
47
دل نے اعتبار رکھا، جان سے زیادہ،
تیرے جھوٹ نے جلا دیا امید کا دیا۔
48
اعتبار کی راہوں میں میں نے خود کو کھو دیا،
اور تو بے پرواہی میں مسکرا گئی۔
49
ایمانداری سے دل دیا، مگر تُو نے دھوکہ دیا،
ہر لمحہ یادوں کے زخموں میں ڈوبا رہتا ہوں۔
50
اعتبار کی روشنی سے رشتہ بنایا،
تو نے اندھیروں میں ڈال دیا دل کو تنہا۔
51
تجھ پر اعتبار کیا، دل کی گہرائیوں سے،
تو نے تیزی سے مارا، اور دل ٹوٹ گیا۔
52
اعتبار کیا، جان سے بھی زیادہ،
تو نے کھیل لیا اور چھوڑ دیا خالی۔
53
دل نے تجھ پر پورا اعتماد کیا،
تو نے صرف وعدے توڑ کر دکھایا درد۔
54
ایمانداری کے ساتھ تعلق بنایا،
تو نے بے وفائی کی چاقو سے اسے کاٹ دیا۔
55
اعتماد نے دل کو سکون دیا،
تیرے دھوکہ نے ہر خوشی ختم کر دی۔
56
ایمانداری سے رشتے سنوارے،
تو نے بے خبری میں ہر پل توڑ دیا۔
57
اعتبار کے بغیر محبت ادھوری لگتی ہے،
پر تجھ پر اعتبار کرکے زندگی جل گئی۔
58
دل نے اعتبار کیا، تو نے دھوکہ دیا،
اب ہر رات صرف تنہائی کا سایہ ہے۔
59
اعتماد کی چادر میں دل کو لپیٹا،
تو نے زخم دے کر اسے برباد کر دیا۔
60
ایمانداری سے دل دیا، تو نے توڑ دیا،
اب ہر یاد بس درد کے گہرے سمندر میں ہے۔
61
اعتماد نے ہر خواب کو سچ کر دکھایا،
پر تو نے ایک جھٹکے میں سب کچھ برباد کر دیا۔
62
دل نے اعتبار کیا، جان کی طرح عزیز،
تو نے دھوکہ دے کر سب کچھ ختم کر دیا۔
63
اعتبار کیا، تو نے مسکرا کر دکھایا،
کہ یہ رشتہ صرف کھیل ہے تیرے لئے۔
64
اعتماد کا پھول دیا، تو نے کانٹے چبھا دیے،
دل کی ہر دھڑکن اب تیری یادوں میں روتی ہے۔
65
ایمانداری سے دل جیتا، پر تُو بے وفا نکلی،
اب ہر لمحہ بس تیری کمی کا صدمہ ہے۔
aibaar shayari 2 lines in urduatus”
66
ऐतबार किया था तुझ पर खुद से ज्यादा,
तूने तोड़ दिया और छोड़ दिया तनहा सा।
67
दिल ने ऐतबार रखा हर पल में तेरे लिए,
तूने धड़कनों की आवाज़ भी चुरा ली।
68
ऐतबार का फूल खिला था मेरे अंदर,
तूने कांटे दे दिए और सब कुछ खाक कर दिया।
69
तेरे झूठे वादों पर ऐतबार किया,
पर तूने बस खिलौना बना दिया मेरा दिल।
70
ऐतबार किया, पर तूने समझा मज़ाक,
मेरी तन्हाई अब सिर्फ तेरी याद लेती है।
71
दिल ने ऐतबार किया और तूने धोखा दिया,
अब हर मुस्कान भी दर्द में बदल जाती है।
72
ऐतबार किया तुझ पर, खुद को भी भुला दिया,
तेरे जख्म अब मेरी पहचान बन गए हैं।
73
इतना ऐतबार किया कि खुदा भी शर्मिंदा हुआ,
तेरी बेवफाई ने मेरी रूह को चीर दिया।
74
ऐतबार का सपना देखा था तेरे नाम से,
तूने तोड़ कर दिया, दर्द के साथ खेला।
75
दिल ने ऐतबार किया, और तूने झूठ बोला,
मेरी हर खुशी अब बस एक याद बन गई।
76
ऐतबार किया था, पर तूने समझा मज़ाक,
मेरी तन्हाई अब तेरा ही नाम लेती है।
77
तेरे ऐतबार ने मुझे जीना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने मुझे मरना सिखाया।
78
ऐतबार किया, तो खुदा भी सहम गया,
तेरी बेवफाई ने हर पल को जला दिया।
79
दिल ने तुझ पर ऐतबार किया,
और तूने खुद को भी भुला दिया।
80
इतना ऐतबार किया कि खुद से डर गया,
तेरी यादों ने रातों को आग बना दिया।
81
ऐतबार किया था तुझ पर हर सांस में,
तूने तोड़ दिया और छोड़ दिया वीरान दिल में।
82
तेरे ऐतबार ने मुझे हँसना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने रोना सिखाया।
83
ऐतबार किया, तो दिल ने खो दिया सब कुछ,
तेरी यादों के दरिया में खुद डूब गया।
84
दिल ने ऐतबार किया, और तूने धोखा दिया,
अब हर धड़कन तुझे याद करती है, जीती नहीं।
85
ऐतबार किया तुझ पर, खुद को भी खो दिया,
तेरे जख्म अब मेरी पहचान बन गए हैं।
“ऐतबार शायरी rekhta”
66
ऐतबार किया था तुझ पर खुद से ज्यादा,
तूने तोड़ दिया और छोड़ दिया तनहा सा।
67
दिल ने ऐतबार रखा हर पल में तेरे लिए,
तूने धड़कनों की आवाज़ भी चुरा ली।
68
ऐतबार का फूल खिला था मेरे अंदर,
तूने कांटे दे दिए और सब कुछ खाक कर दिया।
69
तेरे झूठे वादों पर ऐतबार किया,
पर तूने बस खिलौना बना दिया मेरा दिल।
70
ऐतबार किया, पर तूने समझा मज़ाक,
मेरी तन्हाई अब सिर्फ तेरी याद लेती है।
71
दिल ने ऐतबार किया और तूने धोखा दिया,
अब हर मुस्कान भी दर्द में बदल जाती है।
72
ऐतबार किया तुझ पर, खुद को भी भुला दिया,
तेरे जख्म अब मेरी पहचान बन गए हैं।
73
इतना ऐतबार किया कि खुदा भी शर्मिंदा हुआ,
तेरी बेवफाई ने मेरी रूह को चीर दिया।
74
ऐतबार का सपना देखा था तेरे नाम से,
तूने तोड़ कर दिया, दर्द के साथ खेला।
75
दिल ने ऐतबार किया, और तूने झूठ बोला,
मेरी हर खुशी अब बस एक याद बन गई।
76
ऐतबार किया था, पर तूने समझा मज़ाक,
मेरी तन्हाई अब तेरा ही नाम लेती है।
77
तेरे ऐतबार ने मुझे जीना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने मुझे मरना सिखाया।
78
ऐतबार किया, तो खुदा भी सहम गया,
तेरी बेवफाई ने हर पल को जला दिया।
79
दिल ने तुझ पर ऐतबार किया,
और तूने खुद को भी भुला दिया।
80
इतना ऐतबार किया कि खुद से डर गया,
तेरी यादों ने रातों को आग बना दिया।
81
ऐतबार किया था तुझ पर हर सांस में,
तूने तोड़ दिया और छोड़ दिया वीरान दिल में।
82
तेरे ऐतबार ने मुझे हँसना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने रोना सिखाया।
83
ऐतबार किया, तो दिल ने खो दिया सब कुछ,
तेरी यादों के दरिया में खुद डूब गया।
84
दिल ने ऐतबार किया, और तूने धोखा दिया,
अब हर धड़कन तुझे याद करती है, जीती नहीं।
85
ऐतबार किया तुझ पर, खुद को भी खो दिया,
तेरे जख्म अब मेरी पहचान बन गए हैं।
“झूठा वादा शायरी”
86
तुम्हारे झूठे वादों पर ऐतबार किया,
पर तुमने सिर्फ़ ख्वाब तोड़ दिए।
87
वादा किया था साथ निभाने का,
पर तुमने छोड़ दिया और तन्हा कर दिया।
88
तुम्हारे झूठे वादों ने दिल को जलाया,
अब हर खुशी बस यादों में ढली है।
89
वादा किया था प्यार करने का,
पर तुम्हारे शब्द झूठे, और दिल टूट गया।
90
तुम्हारे झूठे वादों ने रूह को चीर दिया,
अब हर सांस सिर्फ दर्द में बदलती है।
91
मैंने माना था हर वादा तेरा सच्चा,
तुमने तो हर ख्वाब को अधूरा कर दिया।
92
तुम्हारे झूठे वादों पर ऐतबार किया,
पर हर पल सिर्फ तन्हाई मिली मुझे।
93
वादा किया था, पर निभाया नहीं,
दिल की दुनिया वीरान हो गई तेरी वजह से।
94
तुम्हारे झूठे वादों ने मेरा ऐतबार तोड़ा,
और छोड़ दिया मुझे अकेला और टूटे हुए।
95
मैंने हर वादा तुझसे सच माना,
तुमने तो सिर्फ धोखा दिया, और हँसते रहे।
96
तुम्हारे झूठे वादों ने रातों को लंबा कर दिया,
अब हर सपना सिर्फ दर्द में बदल जाता है।
97
वादा किया था साथ चलने का,
पर तुमने राह छोड़ दी और दिल टूट गया।
98
तुम्हारे झूठे वादों पर ऐतबार किया,
अब हर मुस्कान भी बस रोने लगी है।
99
मैंने माना था हर वादा तेरा,
पर तुमने खेल बना दिया और दिल तोड़ दिया।
100
तुम्हारे झूठे वादों ने मुझे जीना सिखाया,
लेकिन मरना भी तुम्हारे बिना सिखा दिया।
101
वादा किया था कि हमेशा साथ रहोगे,
पर तुमने छोड़ दिया और दिल वीरान हो गया।
102
तुम्हारे झूठे वादों ने भरोसा तोड़ा,
अब हर खुशी बस एक दर्द बन गई है।
103
मैंने माना था हर वादा तेरा सच्चा,
तुमने सिर्फ दिल के टुकड़े किए हैं।
104
तुम्हारे झूठे वादों ने रातें मेरी चुरा ली,
और हर दिन बस दर्द की परछाई रह गई।
105
वादा किया था जो निभाना चाहिए था,
तुमने तो सिर्फ झूठ और फरेब दिखाए।
“प्यार का वादा शायरी”
106
प्यार का वादा किया था तुझसे दिल की गहराई से,
तूने छोड़ दिया और तोड़ दिया तन्हा मुझे
107
तेरे प्यार के वादों पर ऐतबार किया,
हर याद बस दर्द की तरह जिया
108
वादा किया था हमेशा साथ निभाने का,
तूने धोखा दिया और टूट गया। रिश्ता
109
प्यार का वादा था जो निभाया नहीं गया,
हर ख्वाब बस अधूरी याद बन गया।
110
तूने प्यार का वादा किया, मगर निभाया नहीं,
दिल की दुनिया वीरान और खाली रह गई।
111
प्यार के वादों पर ऐतबार किया था,
पर तूने सिर्फ़ धोखा और दर्द दिया।
112
वादा किया था संग हर खुशी बांटने का,
पर तूने छोड़ दिया और दिल तन्हा कर दिया।
113
तेरे प्यार के वादों ने दिल को जला दिया,
हर खुशी बस यादों में दब गई।
114
प्यार का वादा करके तूने धोखा दिया,
दिल अब सिर्फ़ तेरी कमी महसूस करता है।
115
मैंने माना था हर वादा तेरा सच्चा,
तूने तो बस हँसते हुए दिल तोड़ा।
116
तेरे प्यार का वादा निभाने की उम्मीद थी,
पर तूने छोड़ दिया और दर्द दे दिया।
117
वादा किया था कि हमेशा साथ रहोगे,
पर तूने धोखा दिया और अकेला छोड़ दिया।
118
प्यार के वादों पर ऐतबार किया,
अब हर पल बस तन्हाई के साथ है।
119
तूने प्यार का वादा किया, पर निभाया नहीं,
हर रात बस तेरी यादों में रोती है।
120
मैंने माना था हर वादा तेरा सच है,
पर तूने धोखा देकर सब कुछ बर्बाद कर दिया।
121
प्यार के वादों ने दिल को जीना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने मरना भी सिखाया।
122
वादा किया था संग हर दुख सहने का,
पर तूने छोड़ दिया और दिल जल गया।
123
तेरे प्यार के वादों ने भरोसा तोड़ा,
अब हर खुशी बस दर्द की परछाई है।
124
प्यार का वादा निभाने की उम्मीद थी,
तूने सिर्फ़ झूठ और बेवफाई दिखाई।
125
मैंने ऐतबार किया हर प्यार भरे वादे पर,
अब याद बस दिल को तड़पाती है।
“दोस्ती का वादा शायरी”
126
दोस्ती का वादा किया था तुझसे दिल की गहराई से,
पर तूने छोड़ दिया और तन्हाई दे गई।
127
वादा किया था हमेशा साथ निभाने का,
पर तूने धोखा दिया और यादें छोड़ दी।
128
दोस्ती के वादों पर ऐतबार किया,
अब हर पल बस खालीपन सा लगता है।
129
तूने वादा किया साथ हर खुशी बांटने का,
पर छोड़ दिया और दिल वीरान कर दिया।
130
दोस्ती का वादा निभाने की उम्मीद थी,
पर तूने बस हँसते हुए धोखा दिया।
131
वादा किया था हर मुश्किल में साथ देने का,
पर तूने अकेला छोड़ दिया और दिल दुखाया।
132
दोस्ती के वादों पर ऐतबार किया,
अब हर हँसी बस दर्द में बदल जाती है।
133
तेरे वादों ने दिल को सजाया था,
पर तूने टूटकर छोड़ दिया।
134
दोस्ती का वादा किया, पर निभाया नहीं,
हर याद बस तन्हाई की आग में जलती है।
135
वादा किया था संग हर पल जीने का,
पर तूने धोखा दिया और दिल को घायल कर दिया।
136
दोस्ती के वादों पर ऐतबार रखा,
तूने सिर्फ़ धोखा और खामोशी दी।
137
वादा किया था हर दुख में सहारा बनने का,
पर तूने छोड़ दिया और दर्द दे गया।
138
दोस्ती का वादा निभाने की आस थी,
पर तूने सिर्फ़ तन्हाई दिखाई।
139
तेरे वादों पर ऐतबार किया,
अब हर खुशी बस यादों में छुप गई है।
140
दोस्ती का वादा निभाया नहीं गया,
हर लम्हा बस दर्द और यादों में कटता है।
141
मैंने माना था हर वादा तेरा सच्चा,
तूने बस धोखा देकर दिल को तोड़ा।
142
दोस्ती के वादों ने जीना सिखाया,
तेरी बेवफाई ने रोना सिखाया।
143
वादा किया था संग हर खुशी बांटने का,
पर तूने छोड़ दिया और यादों में खो दिया।
144
दोस्ती के वादों पर ऐतबार किया,
अब हर दिन बस दर्द में बदल जाता है।
145
तूने दोस्ती का वादा किया, पर निभाया नहीं,
हर रात बस तेरी कमी महसूस करती है।
“ऐतबार का अर्थ”
146
ऐतबार का अर्थ सिर्फ भरोसा नहीं,
यह दिल की गहराई और मोहब्बत का नाम है।
147
जहाँ ऐतबार होता है, वहाँ रिश्ते पक्के होते हैं,
वरना हर ख्वाब बस अधूरी याद बन जाता है।
148
ऐतबार का अर्थ है हर पल दिल से जोड़ना,
बिना इसे हर रिश्ता खाली और फीका लगता है।
149
दिल ने ऐतबार रखा, इसलिए जिंदगी रौशन हुई,
वरना हर खुशी बस तन्हाई बन जाती है।
150
ऐतबार का अर्थ सिर्फ कहना नहीं, निभाना भी है,
वरना हर वादा सिर्फ शब्द बनकर रह जाता है।
151
जहाँ ऐतबार है वहाँ हर दुख आसान लगता है,
वरना हर राह कांटों भरी लगती है।
152
ऐतबार का अर्थ है प्यार की असली पहचान,
जो टूटे नहीं, जो हमेशा साथ रहे।
153
दिल में ऐतबार होना ही रिश्तों की जान है,
वरना हर पल खाली और बेरंग सा लगता है।
154
ऐतबार का अर्थ है हर वादे को निभाना,
हर खुशी और ग़म में साथ खड़ा रहना।
155
जहाँ ऐतबार नहीं वहाँ मोहब्बत अधूरी है,
हर मुस्कान बस दर्द की कहानी सुनाती है।
156
ऐतबार का अर्थ है दिल की पूरी सच्चाई,
बिना इसे हर रिश्ता झूठ और खेल लगता है।
157
दिल ने ऐतबार किया, इसलिए हर पल आसान हुआ,
वरना हर कदम पर डर और शंका छाई रहती।
158
ऐतबार का अर्थ है भरोसा और विश्वास का मेल,
जो टूटे नहीं और हमेशा साथ रहे।
159
जहाँ ऐतबार होता है वहाँ हर खुशी मुकम्मल है,
वरना हर ख्वाब अधूरा और फीका लगता है।
160
ऐतबार का अर्थ है दिल से निभाना हर रिश्ता,
वरना सब कुछ सिर्फ़ नाम के लिए होता है।
161
दिल में ऐतबार होना ही असली ताकत है,
बिना इसे हर रिश्ते की नींव हिलती है।
162
ऐतबार का अर्थ है हर मुश्किल में साथ खड़ा होना,
और हर सुख में मुस्कुराना एक साथ।
163
जहाँ ऐतबार है वहाँ हर पल सुरक्षित है,
वरना हर कदम पर डर और तन्हाई रहती है।
164
ऐतबार का अर्थ है भरोसे की मिठास,
जो दिल को जोड़ती है और हर जख्म भर देती है।
165
दिल ने ऐतबार रखा, इसलिए हर लम्हा जीता,
वरना हर याद बस दर्द और तन्हाई है।