राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी|प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता| » Dard E Jazbaat राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी|प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता| राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी|प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता|

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी|प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता|

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राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी |प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता|-हेल्लो दोस्तों आज अपनी site dardejazbaat पर आपके लिए प्र्दुष्ण की बढती समस्या पर पोस्टलेकर आए हैं प्र्दुष्ण आज की सबसे विकट समस्या बन चूका है जिसके लिए हम मनुष्य जिम्मेदार हैं हमने अपने स्वार्थ और भोगवादी मानसिकता से इस धरती को खत्म होने की कगार तक पहुंचा दिया है अभी जब मैं इस पोस्टको लिख रही हूँ ये दिवाली का चौथा दिवस चल रहा है मगर हवा जहरीली बन चुकी है फिर भी लोग अंधाधुंध पठाखे छोड़ रहे हैं इसी विषय पर आज पोस्टहोने वाली है राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी |प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता| पर जरुर पढिये और मेरा उत्साह बढाएं

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर लेख
राष्ट्रीय प्र्दुष्ण दिवस पर शायरी
राष्ट्रीय प्र्दुष्ण दिवस पर स्लोगन
राष्ट्रिय प्र्दुष्ण दिवस पर कविता
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस हर साल मनाया जाता है

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी |प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता|

प्रस्तावना

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस, जिसे 2 दिसंबर को मनाया जाता है, भारतीय पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और प्रदूषण नियंत्रण के महत्व को समझाने के लिए समर्पित है। यह दिन विशेष रूप से उन प्रदूषण से संबंधित मुद्दों को उजागर करने के लिए बनाया गया है जो मानव जीवन और पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।प्रदूषण, यह एक ऐसा शब्द है जो आज की दुनिया में हर किसी की ज़ुबान पर है। वायु, जल और मिट्टी के प्रदूषण ने हमारे जीवन को प्रभावित किया है। इसे नियंत्रित करना हमारी ज़िम्मेदारी है, और इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हम हर साल 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी को अपने पर्यावरण की रक्षा करने के लिए एकजुट होना होगा।

इतिहास


राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का इतिहास भोपाल गैस त्रासदी से जुड़ा हुआ है, जो 2 दिसंबर 1984 को हुई थी। इस घटना में हजारों लोगों की जान गई और लाखों लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हुईं। इस त्रासदी ने हमें यह सिखाया कि पर्यावरण सुरक्षा केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इस घटना ने पर्यावरण सुरक्षा के महत्व को उजागर किया और इसे एक राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैलाना और इसे नियंत्रित करने के उपायों को समझाना है।

उद्देश्य

राष्ट्रिय प्र्दुष्ण नियन्त्रण बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है
१- जागरूकता बढ़ाना- लोगों को प्रदूषण के कारणों और इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव के बारे में शिक्षित करना।
2 नियामक उपायों को समझाना-सरकार की नीतियों और कानूनों को बढ़ावा देना जो प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
3 समुदाय की भागीदारी-नागरिकों को प्रदूषण नियंत्रण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना, जैसे कि सफाई अभियानों, वृक्षारोपण, और अन्य पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में भाग लेना।

गतिविधियाँ


विभिन्न संगठनों और स्कूलों द्वारा रैलियाँ, सेमिनार, और कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं।
प्रदूषण नियंत्रण पर निबंध और चित्र प्रतियोगिताएँ।
स्वच्छता अभियानों का आयोजन।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो लोगों को प्रदूषण के प्रति संवेदनशील बनाने और एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करने का कार्य करता है।

प्रदूषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की शायरी

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस,शायरी |प्रदूषण नियंत्रण दिवस जागरूकता|
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1.


काली धुंध में खो गए हैं सारे ख्वाब,
प्रदूषण की चादर ने ढक लिया है आकाश।
हम सब मिलकर करें ये वादा,
प्र्दुष्ण से मुक्ति का अभियान बने अब खास।
kaali dhund mein kho gaye hain sarekhwaab,
Pradushan ki chadar ne dhak liya hai aakaash.
Hum sab milkar karein ye wada,
prdushn se mukti ka abhiyan bane ab khaas.

2.

सूरज भी उदास है, धुंध में छुपा,
प्रदूषण से पृथ्वी का हर कोना थका।
धरती का दर्द, सुन लो एक बार,
बचाना है इसे, ये हमारा अधिकार।
Suraj bhi udaas hai, dhoondh mein chhupa,
pradushan se prithvi ka har kona thaka.
Dharti ka dard, sun lo ek baar,
bachana hai ise, ye hamara adhikaar.

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3.

पेड़ों की छाँव अब धूमिल हो रही,
प्रकृति की हुंकार हमें समझ नहीं आ रही।
संभल जाओ, कुछ कर लो उपाय,
एसा न हो पछताने के सिवा कुछ नहीं रह जाए।
pedon kee chhaanv ab dhoomil ho rahee,
prakrti kee hunkaar hamen samajh nahin aa rahee.
sambhal jao, kuchh kar lo upaay,
esa na ho pachhataane ke siva kuchh nahin rah jae

5.


धुएँ का बादल छा गया है चारों ओर,
श्वासों में घुल रहा है बस जहर का ज़ोर।
अब तो जागो, अब तो समझो,
प्रदूषण से बचना है, जागरूक बनो ।
dhuen ka baadal chha gaya hai chaaron or,
shvaason mein ghul raha hai bas jahar ka zor.
ab to jaago, ab to samajho,
pradooshan se bachana hai, jaagarook bano .

6.

पेड़, पौधे, फूल सब कह रहे हैं,
हमारे बिना ये धरा अधूरी है,
प्रदूषण को खत्म कर दो, ये संकल्प लो,
स्वच्छता का मार्ग अपनाओ, एक नई धारा बहाओ।
Ped, paudhe, phool sab keh rahe hain,
Hamare bina ye dhara adhoori hai,
Pradushan ko khatam kar do, ye sankalp lo,
Swachhta ka maarg apnao, ek nayi dhaara bahaao.

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7

बंद करो वो मशीनें, जो फैलाती हैं धुंआ,
दूर करो उन नितियों को, जो करती हैं पाप।
हम सबका कर्तव्य है, एक नया राह चुनें,
हम सबको खड़ा होना है आज।प्रदूषण के खिलाफ
band karo vo masheenen, jo phailaatee hain dhuna,
door karo un nitiyon ko, jo karatee hain paap.
ham sabaka kartavy hai, ek naya raah chunen,
ham sabako khada hona hai aaj.pradooshan ke khilaaph

8

पानी भी अब काला सा लगता,
नदी का जीवन रह गया थमता।
हमारी लापरवाही का ये अंजाम,
प्रकृति अब रो रही सरेआम।
paanee bhee ab kaala sa lagata,
nadee ka jeevan rah thamata.
hamaaree laaparavaahee ka ye anjaam,
prakrti ab ro rahee sareaam.

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9

आकाश में उड़ते परिंदे पूछते सवाल,
कहाँ गई वो हवा, क्या हो गया हाल।
धरती से रिश्ता मत तोड़ो,
इसे बचाने का संकल्प लो ।
aakaash mein udate parinde poochhate savaal,
kahaan gaee vo hava, kya ho gaya haal.
dharatee se rishta mat todo,
ise bachaane ka sankalp lo .

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10

चिड़ियों का गीत सुनो, हरियाली की बात करो,
प्रदूषण के बादलों को, तुम दूर भगाओ।
सफाई का दीप जलाओ, रोशनी फैलाओ,
एक नई सुबह आए, यही सपना सजाओ।
Chidiyaon ka geet suno, hariyaali ki baat karo,
Pradushan ke baadalon ko, tum door bhagao.
Safai ka deep jalao, roshni phailao,
Ek nayi subah aaye, yahi sapna sajao.

11

खुशबू थी कभी बागों में, अब धुएं का बसेरा,
प्रकृति भी तरस रही, उसका दर्द है गहरा।
चलो आज से करें ये वादा,
धरती को फिर से करें सजदा ।
khushaboo thee kabhee baagon mein, ab dhuen ka basera,
prakrti bhee taras rahee, usaka dard hai gahara.
chalo aaj se karen ye vaada,
dharatee ko phir se karen sajada

12.


आओ मिलकर करें कुछ ऐसा प्रयास,
प्रदूषण की दीवारें तोड़ें, बढ़ाएं विश्वास।
हर कदम पर करें स्वच्छता का प्रचार,
हम सब मिलकर करें, एक नयी शुरुआत
Aao milkar karein kuch aisa prayaas,
Pradushan ki deewarein todain, badhayein vishwas.
Har kadam par karein swachhta ka prachar,
Hum sab milkar karein, ek nayi shuruaat

13

हरियाली की जगह अब कंक्रीट का राज,
प्रकृति की सांसें हो गईं मजबूर और लाचार।
समय रहते कुछ उपाय कर लो,
वरना कल ये धरती हमसे सवाल करेगी
hariyaalee kee jagah ab kankreet ka raaj,
prakrti kee saansen ho gaeen hain aaj majaboor aur laachaar.
samay rahate kuchh upaay kar lo,
varana kal ye dharatee hamase savaal karegee

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15.

हर सांस में घुलता ज़हर, सोचो ये क्यों हुआ,
पेड़ों को काटकर हमने, अपना ही घर लुटा।
आओ मिलकर बचाएं, हरियाली का संसार,
प्रदूषण को हराकर, लाएं खुशियों की बहार।
Har saans mein ghulta zahar, socho ye kyon hua,
Pedon ko kaatkar humne, apna hi ghar luta.
Aao milkar bachayein, hariyaali ka sansaar,
Pradushan ko harakar, laayein khushiyon ki bahaar.

16.

कभी सोचा है तुमने, ये धरा क्यों रोती है?
प्रदूषण की मार से, हर सांस यहां खोती है।
संकल्प लें आज, इसको बचाना है,
हर पेड़, हर पौधा, हमें फिर से लगाना है।

Kabhi socha hai tumne, ye dhara kyun roti hai?
Pradushan ki maar se, har saans yahan khoti hai.
Sankalp lein aaj, isko bachana hai,
Har ped, har paudha, humein phir se lagana hai

17.

धरती का श्रृंगार था, वो हरा भरा जंगल,
हमने उसे उजाड़ा, अब है बस धुंआ और हलचल।
मिलकर करें प्रयास, हरियाली लौटाएं,
प्रदूषण से मुक्ति की राह, हम सभी अपनाएं।
Dharti ka shringar tha, wo hara bhara jangal,
Humne use ujaada, ab hai bas dhuaan aur halchal.
Milkar karein prayaas, ise hariyaali lautaayein,
Pradushan se mukti ki raah, hum sabhi apnaayein.

18

प्रदूषण का अंधेरा बढ़ता जा रहा है,
हमारे अपनों का स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है।
समय है संभलने का, एक नई सोच लाएं,
स्वच्छता का दीप जलाएं, आशा की किरण पाएं।
Pradushan ka andhera badhta ja raha hai,
Hamare apnon ka swasth bigadta ja raha hai.
Samay hai sambhalne ka, ek nayi soch laayein,
Swachhta ka deep jalaayein, aasha ki kiran paayein.

19

शहरों में घुटन है, गांव भी अब जल रहा,
प्रदूषण की इस आग में, हर जीवन मर रहा।
हम सब मिलकर इसे रोक सकते हैं,
बस स्वच्छता की राह चुन सकते हैं।
Shahron mein ghutan hai, gaon bhi ab jal raha,
Pradushan ki is aag mein, har jeevan mar raha.
Hum sab milkar ise rok sakte hain,
Bas swachhta ki raah chun sakte hain.

20.

आओ करें वो काम, जिससे हो सबका भला,
प्रदूषण मिटाने का लें संकल्प, करें ये खुद से वादा।
हर कोने में हो हरियाली की बात,
प्रकृति का सम्मान हो, हो ये हर एक की ज़ात।.
Aao karein wo kaam, jisse ho sabka bhala,
Pradushan mitane ka lein sankalp, karein ye khud se wada.
Har kone mein ho hariyaali ki baat,
Prakriti ka samman ho, ho ye har ek ki zaat.

21

धुएं के काले बादल, ढकते हैं आसमान,
सांसें हो रही हैं भारी, कहां जाएं इंसान?
आओ बदलें हम इस हालात को,
स्वच्छता को अपनाएं, रोकें इस प्रलय को।.
Dhue ke kaale baadal, dhakte hain aasmaan,
Saansen ho rahi hain bhaari, kahan jayein insaan?
Aao badlein hum is haalaat ko,
Swachhta ko apnaayein, rokein is pralay ko.

22

प्रदूषण की चपेट में, शहरों का हर कोना,
गांव भी अब नहीं बचा, सब तरफ है रोना।
आओ एक नई शुरुआत करें,
प्रकृति को अपना घर मानकर इसे सजाएं।
Pradushan ki chhapet mein, shahron ka har kona,
Gaon bhi ab nahin bacha, sab taraf hai rona.
Aao ek nayi shuruaat karein,
Prakriti ko apna ghar maankar ise sajaayein.

.राष्ट्रीय प्र्दुष्ण नियन्त्रण दिवस स्लोगन

राष्ट्रीय प्र्दुष्ण नियन्त्रण दिवस स्लोगन
राष्ट्रीय प्र्दुष्ण नियन्त्रण दिवस स्लोगन

अपनी धरती को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए कुछ स्लोगन लेकर आए हैं जरुर पढिये जागरूक बनिये

1.
“प्रदूषण मिटाओ, जीवन बचाओ।”
“Pradushan mitaao, jeevan bachao.”

2.
“स्वच्छ हवा का करो सम्मान, प्रदूषण रोकने का लो संकल्प महान।”
“Swachh hawa ka karo sammaan, pradushan rokne ka lo sankalp mahaan.”

3.
“आओ मिलकर प्रदूषण को हराएं, धरती को फिर से हरा-भरा बनाएं।”
“Aao milkar pradushan ko haraayein, dharti ko phir se hara-bhara banaayein.”

4.
“प्रदूषण को दूर भगाएं, स्वस्थ जीवन अपनाएं।”
“Pradushan ko door bhagayein, swasth jeevan apnaayein.”

5.
“हर सांस हो स्वच्छ, हर जीवन हो खुशहाल।”
“Har saans ho swachh, har jeevan ho khushhaal.”

6.
“पर्यावरण की रक्षा ही, आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा है।”
“Paryavaran ki raksha hi, aane wali peedhi ki suraksha hai.”

7.
“प्रदूषण से दूरी बनाएं, धरती को फिर से मुस्कुराएं।”
“Pradushan se doori banaayein, dharti ko phir se muskurayein.”

8.
“हवा को स्वच्छ बनाना है, प्रदूषण को दूर भगाना है।”
“Hawa ko swachh banana hai, pradushan ko door bhagana hai.”

9.
“पेड़ लगाओ, प्रदूषण घटाओ।”
“Ped lagao, pradushan ghatao.”

10.
“स्वच्छता से प्रेम करो, प्रदूषण को दूर करो।”
“Swachhta se prem karo, pradushan ko door karo.”

11.
“प्रदूषण के खिलाफ उठाएं आवाज़, हरियाली को दें अपना साथ।”
“Pradushan ke khilaf uthaayein awaaz, hariyaali ko dein apna saath.”

12.
“प्रदूषण पर लगाम कसें, स्वच्छ धरती का सपना बसें।”
“Pradushan par lagaam kasen, swachh dharti ka sapna basen.”

13.
“हर कदम प्रदूषण रोकें, पर्यावरण को संजीवनी दें।”
“Har kadam pradushan roken, paryavaran ko sanjeevani dein.”

14.
“स्वच्छ धरती, स्वस्थ जीवन, यही है हमारा लक्ष्य।”
“Swachh dharti, swasth jeevan, yahi hai hamara lakshya.”

15.
“प्रदूषण को ना कहें, स्वच्छता को हां कहें।”
“Pradushan ko na kahen, swachhta ko haan kahen.”

16.
“हवा, पानी, मिट्टी को बचाएं, प्रदूषण को जड़ से मिटाएं।”
“Hawa, paani, mitti ko bachayein, pradushan ko jad se mitaayein.”

17.
“प्रदूषण को हर कदम पर रोको, धरती को फिर से सुंदर बनाओ।”
“Pradushan ko har kadam par roko, dharti ko phir se sundar banao.”

18.
“प्रकृति को सजाना है, प्रदूषण को हटाना है।”
“Prakriti ko sajana hai, pradushan ko hatana hai.”

19.
“धरती मां की रक्षा करो, प्रदूषण से इसे बचाओ।”
“Dharti maa ki raksha karo, pradushan se ise bachao.”

20.
“स्वच्छ सांस, स्वस्थ जीवन, प्रदूषण हटाना है हमारा ध्येय।”
“Swachh saans, swasth jeevan, pradushan hatana hai hamara dhyey.”

21.
“पेड़ों की रक्षा करें, प्रदूषण का अंत करें।”
“Pedon ki raksha karein, pradushan ka ant karein.”

22.
“सांसों को स्वच्छ रखना है, प्रदूषण को रोकना है।”
“Saanson ko swachh rakhna hai, pradushan ko rokna hai.”

23.
“आओ मिलकर कदम बढ़ाएं, प्रदूषण मुक्त दुनिया बनाएं।”
“Aao milkar kadam badhayein, pradushan mukt duniya banaayein.”

24.
“प्रदूषण को ना कहें, हरियाली को हां कहें।”
“Pradushan ko na kahen, hariyaali ko haan kahen.”

25.
“खुद भी जागरूक बनें, दूसरों को भी प्रेरित करें।”
“Khud bhi jagrook banen, doosron ko bhi prerit karein.”

26.
“प्रदूषण से मुक्त बनेगा जहां, जब हम सभी मिलकर करेंगे प्रयास यहां।”
“Pradushan se mukt banega jahaan, jab hum sabhi milkar karenge prayaas yahaan.”

27.
“प्रदूषण को मात दें, प्रकृति को सजीव बनाएं।”
“Pradushan ko maat den, prakriti ko sajeev banaayein.”

28.
“प्रदूषण से दूरी, धरती को फिर से दें हरियाली “
“Pradushan se doori, dharti ko phir se den hariyaali \.”

29.
“आओ करें ये छोटा काम, प्रदूषण को करें हम समाप्त।”
“Aao karein ye chhota kaam, pradushan ko karein hum samaapt.”

30.
“धरती का करो मान, प्रदूषण रोकने का लो संकल्प महान।”
“Dharti ka karo maan, pradushan rokne ka lo sankalp mahaan.”

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