विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर नारे व उद्धरण /विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामना2024

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1-विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस


विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर नारे व उद्धरण /विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामना2024दोस्तों आज हम बात करेंगे अपनी प्रक्रति की जी हाँ प्रक्रति हमारे आस पास के वातावरण को हम प्रक्रति कहते हैं जेसे की हवा , जल , जमीन , पेड़ पौधे , जंगल नदी आदि आज आपके लिए प्रक्रति संरक्ष्ण दिवस पर कुछ स्लोगन उद्धरण और qots लेकर आई हूँ विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस प्रति वर्ष 28 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने माँ मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण की सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और प्राक्रतिक संसाधनों को बचाना है

Table of Contents

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर नारे व उद्धरण
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर निबन्ध
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस 28 जुलाई
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पोस्टर
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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इमेज

2-विश्व प्रक्रति संरक्ष्ण का महत्व और उद्देश्य

आइये जानते हैं हमारे जीवन में प्रक्रति संरक्ष्ण का क्या महत्व है दोस्तों आजकल आधुनिकता और भोग विलास के युग में मनुष्य ने अपने प्राक्रतिक संसाधनों जैसे कि पानी, हवा, मिट्टी, वन्यजीव और वनस्पतियों को
नष्ट कर दिया है जबकि प्रकति और प्र्कार्तिक संसाधनों का संरक्ष्ण न केवल हमारे जीवन के लिए, बल्कि पूरी पृथ्वी के लिए आवश्यक है। आज के समय में बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिकीकरण और शहरीकरण के कारण हमारे प्राकृतिक संसाधन नष्ट हो चुके हैं इसका परिणाम है कि कई वन्यजीव और वनस्पतियों की प्रजातियाँ विलुप्ति हो चुकी हैं, और पर्यावरण प्रदूषण गंभीर एक गम्सभीर मस्याएं बन के उभरी है आज हम देख रहे हैं की हमारे जंगल नष्ट हो चुके हैं नदियाँ नालों में बदल चुकी हैं न की नालों में तब्दील हुई हैं बल्कि लुप्त हो चुकी हैं जिसके कारन क्लाइमेट चेंज हो चका हैं काहीं कहीं अत्यधिक वर्षा से पहाड़ के फाड़ दरक चुके हैं तो कहीं सूखे की मार से त्राहि त्राहि मची हुई है जो केवल और केवल मनुष्य के कुर्त्यों का परिणाम है जिससे हम अपना पल्ला झाड के प्रक्रति का तांडव नही कह सकते हैं |

3-प्रकर्ति संरक्ष्ण के उपाय

प्रक्रति संरक्ष्ण केलिए जनसंख्या नियंत्रण –

दोस्तों आज जबकि हमारी प्रक्रति नष्ट होने के करीब पहुँच चुकी है तो उसके लिए केवल एक दिवस को मना के इतिश्री नही कर सकते हम बंद कमरे और AC कमरों में बैठ के प्रक्रति संरक्ष्ण की बात नही कर सकते अब अगर हमने तुरंत ही कोई ठोस कदम नही उठाए तो शायद इस पृथ्वी को नष्ट होने में केवल 10 से 20 वर्ष ही लगें हमें आधुनिकता : की भूख को मिटाना होगा हमारी निरंतर बढती जनसंख्या के उपभोग से जो कचरे का ढेर हमारी धरती को निगल रहा है उस सुरसा का मुहं बंद करना होगा तथा कचरे का पुनर्चक्रण करके हम संसाधनों की बचत कर सकते हैं और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं। लेकिन सबसे पहला कदम हमारे देश को तथा एनी विकसित देशों को जनसंख्या पर नियन्त्रण करना होगा उसके बगैर सारे उपाय शून्य हैं यह एक कतु सत्य है जितने मनुष्य बढ़ेंगे उतने जंगल नष्ट होंगे साथ ही हमें शुद्ध शाकाहारी भोजन तथा दुग्ध से बनी वस्तुं को त्यागना होगा
ऊर्जा की बचत: ऊर्जा के स्रोतों का सीमित उपयोग और ऊर्जा की बचत करके हम प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण कर सकते हैं।
जल संरक्षण: पानी की बचत और सही उपयोग द्वारा हम जल संकट को कम कर सकते हैं।

4-वृक्षारोपण:

मनुष्य ने अपनी बढती आवादी और बढ़ते भोग विलास के कारण जेसे सौन्दर्य संसाधनों की भरमार मांसाहार के कारण प्रक्रति को लगभग नष्ट कर दिया है आज के समय में वृक्षारोपण जेसे एक त्यौहार बन के रह गया और सिर्फ कागजी पुलाव बन के रह गया क्युकी दोस्तों जब हमारी बढती जनसख्या के लिए जंगल काटने ही हैं तो फिर हम जंगल और पेड़ केसे लगा सकते हैं || आज भारत में ही नही बल्कि पूरा विश्व अपने जंगलों को नष्ट कर रहा है विकसित देश आज सबसे कचरा फैलाते हैं जो हमारी धरती को सबसे ज्यदा गैसों का उत्सर्जन करते हैं क्या आप जानते हैं विश्व के फेफड़े कहे जाने वाले अमेज़ॅन के जंगल दिन प्रति दिन नष्ट हो रहेदोस्तों जब हमारे पास जमीन ही नहीं रहेगी तो हम पेड़ और जंगल कहाँ लगाएँगे? हाँ जब हमारी जनसंख्या पर और भोग पर नियंत्रण होगा तब हम अधिक से अधिक पेड़ लगाकर न केवल वातावरण को स्वच्छ बना सकते हैं, बल्कि वन्यजीवों के लिए भी प्राकृतिक आवास प्रदान कर सकते हैं।

5-विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर नारे व उद्धरण
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर नारे व उद्धरण

1

“प्रकृति हमारी माँ है जिसकी की गोद में हमें सच्चा आनंद मिलता है।”

2-

” हमारी प्रकृति का संतुलन तभी रहेगा जब धरती पर जनसंख्या का भार पर नियन्त्रण होगा ।”

3

“प्रकृति की रक्षा, ही नही प्रक्रति का समानं करो पशु पक्षियों की हत्या बंद करो ।”

4

“प्रकृति का सम्मान करें, उसके संसाधनों से प्रक्रति का श्रंगार करें ।”

5

“धरती प्रक्रति की श्रेष्ट उपहार है प्राक्रतिक संसाधन हमारी धरोहर है इसकी रक्षा हमारा कर्तव्य है।”

6

“आओ हम प्रकृति का संरक्षण,करें आने वाली पीढ़ियों का जीवन स्वारें ।”

7

“प्रकृति की रक्षा, हमारे जीवन की सुरक्षा ।”

8

“जीवन भोग के लिए नही मिला है जीवन मुक्ति के मिला है प्रक्रति को सवांरने में ही सच्चा सुख है “

9

“शुद्ध शकाहारी जीवन अपनाएं सादगी से जीवन बिताएं प्राक्रतिक संसाधनों को नष्ट होने से बचाएं “

10

“प्रकृति का सम्मान करें, प्रक्रति तुम्हारा समान्न करेगी ।”

11

“प्रकृति का संरक्षण, धरती को सुरक्षित करें ।”

12

प्रक्रति रहेगी तो धरती रहेगी धरती रहेगी तो धरती पर जिन्दगी रहेगी

13

आओ विश्व प्रक्रति संरक्ष्ण करें जीवन में नए रंग भरें

14

प्रकृति को संरक्षित करने के लिए करो उपाय बढ़ती जनसंख्या नियंत्रण ही पहला उपाय

15

जीवन को सुखी बनाओ शुद्ध शाकाहारी जीवन शैली अपनाओ पर्यावरण को सुरक्षित बनाओ

16

‘ पृथ्वी सभी जीवों का घर है इसपर सबका एकाधिकार है “

17

“प्रकृति का करें समान्न, खुद को करें प्रक्रति संरक्ष्ण पर बलिदान ।”

18

” जल जमीन और जंगल जीव जन्तु प्रक्रति के हैं श्रंगार आओ संरक्षित करें हम प्रक्रति के उपहार “

19

‘प्रक्रति को सुरक्षित करें जीवन में उमंग भरें “

20

प्रक्रति का उपभोग नहीं उपयोग करें जीवन को सुरक्षित करें

21

‘प्रक्रति के साथ मानव ने की है लड़ाई ले रही प्रलय लाकर अंगडाई “

22-

‘प्रक्रति को सुरक्षित करें जीवन में उमंग भरें “

23

“प्रकृति का संरक्षण करना हमारा प्रथम फर्ज है भविष्य का निर्माण करें ।”

24

“जीवन प्रकर्ति के बिना सम्भव नही”

25

“जल जमीन जंगल खत्म हो रहे हैं धरती पर असंख्य जीव जन्तु खत्म हो रहे हैं “

26

“नदी नालों में बदल गयी जंगल खत्म हो गए मानव स्वार्थ में अंधे हो गए “

२७

: प्रक्रति और प्राक्रतिक संसाधनों को नष्ट होने से बचाओ धरती का अस्तित्व बचाओ “

२८

” जिन्दगी में सबकुछ सुंदर होता अगर मनुष्य ने प्रक्रति को नष्ट न किया होता “

29

स्वच्छ प्राकृतिक परिवेश पर सबका अधिकार है ये प्रकृति का सबको उपहार है

30

प्रकर्ति और प्राकर्तिक संसाधन ईश्वर का सुंदर उपहार है

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर निबन्ध

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आज हम विश्व प्रक्रति संरक्षण दिवस की बात करेंगे जो प्रति वर्ष २८ जुलाई को मनाया जाता है हम प्रति वर्ष विश्व प्रति दिवस मनाते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य है इस प्रक्रति को नष्ट होने से बचाने की बात पर विचारविमर्श दोस्तों हमारा जीवन प्रक्रति और धरती के बिना सम्भव नहीं है फिर भी आज हमने अपने स्वार्थ के कारण और बिना सोचे समझे दिन प्रति दिन अपने जंगलों को काट रहे हैं और नदियुं को नष्ट कर रहे हैं पहाड़ हमने खोद दिए हैं धरती पर बढती जनसंख्या के कारण जंगल नष्ट कर्र दिए हैं जिससे धरती पर गर्मी का प्रकोप बढ़ते जा रहा है जिस कारण हमारे बर्फ के पहाड़ पिघल रहे हैं नदी सूख गयी हैं हमने अपनी जमीन कोखनिज पदार्थों के लिए खोदकर नष्ट कर दिया है जंगल कटकर इस धरती पर सारे जीव जन्तुं की प्रजातियाँ नष्ट कर दी हैं हमें अपनी बढती जनसंख्या को रोकना होगा और भोगवादी जीवन से सादगी भरा जीवन जीना होगा शुद्ध शाकाहारी जीवन अपनाना होगा


विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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जल जंगल जमीन पर सभी जीवों का है अधिकार
इनको मारकर जंगल नष्ट कर मत छीनो इनका अधिकार
|| विश्व प्रकर्ति दिवस की हार्दिक शुभकामना

शुद्ध शाकाहारी जीवन अपनाओ
धरती का तापमान घटाओ
|| विश्व प्रकर्ति दिवस की हार्दिक शुभकामना

33

आरहा है विश्व प्रकर्ति संगरक्षण का दिन
करें प्रतिज्ञा प्रकृति संगरक्षण का इस दिन
|| विश्व प्रकर्ति दिवस की हार्दिक शुभकामना

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

34

कटते जंगल बढ़ती उपभोगवादिता रोको
प्राकृतिक संगरक्षण का संकल्प ले लो
|| विश्व प्रकर्ति दिवस की हार्दिक शुभकामना

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इमेज

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इमेज
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इमेज

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विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस इमेज

विश्व पर्यावरण दिवसWorld Environment Day /

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जाग! मानव मत सो भोग विलासिता में होस न खो
जीवन प्रकृति बिन सम्भव नहीं प्रकृति को बचा लो
jaag maanav mat so bhog vilaasita mein hos na kho
jeevan prakrti bin sambhav nahin prakrti ko bacha lo

38

किस गलतफहमी में जी रहे हो
तुम्हारे जंगल नष्ट नहीं हो रहे तुमनष्ट हो रहे हो
तुमने जीवों की हत्या नहीं कर रहे हो
तुम मानवता की हत्या कर रहे हो
kis galataphahamee mein jee rahe ho
tumhaare jangal nasht nahin ho rahe tumanasht ho rahe ho
tumane jeevon kee hatya nahin kar rahe ho
tum maanavata kee hatya kar rahe ho


विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस थीम 2023

2023 की थीम थी “वन और आजीविका: लोगों और ग्रह को बनाए रखना।”

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