शांति दुनिया का सबसे बड़ा खजाना है। इसके बिना कोई भी समाज और देश आगे नहीं बढ़ सकता
हम सबको शांति का संदेश फैलाना चाहिए, ताकि पूरी दुनिया में प्यार और समझदारी हो।
शांति से ही एकता और समृद्धि आती है। जब हम एकजुट होते हैं, तभी सच्ची शांति आती है।
दयालुता शांति का एक रूप है। जब हम दयालु होते हैं, तब हम अपने आसपास शांति बना सकते हैं
अगर हमारे दिल में शांति होगी, तो हम बाहरी दुनिया में भी शांति महसूस करेंगे।
वैश्विक शांति के बिना कोई भी राष्ट्र समृद्ध नहीं हो सकता। हमें मिलकर शांति के लिए काम करना होगा।
देशों की सरकारों का यह कर्तव्य है कि वे शांति बनाए रखें और युद्धों को रोकें।
हमें एक-दूसरे के मतों और विश्वासों का सम्मान करना चाहिए। यही शांति की नींव है।
शांति को फैलाने के लिए हमें हर सीमा को पार करना होगा - चाहे वह जाति, धर्म या राष्ट्रीयता हो।
ध्यान और साधना से हमें मानसिक शांति मिलती है, जो हमारी आंतरिक शांति को बढ़ाती है।