“कृष्ण जन्माष्टमी शायरी 2025 | Shri Krishna Shayari Collection”)-जय श्री कृष्णा! आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएँ। इस बार भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार15 अगस्त को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है यह पर्व हमें भगवान श्रीकृष्ण के अवतार की महिमा और उनके उपदेशों की स्मृति कराता है।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्माष्टमी भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व हर साल भद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भक्तों ने पूजा, भजन और कीर्तन के माध्यम से भगवान के जन्म की खुशी मनाते हैं।
कृष्ण भगवान के बचपन की किशोरावस्था में उनके लीलाओं और माखन चोरी की गाथाएँ अत्यंत प्रिय हैं। उनके द्वारका में विभूषित राज्य और गीता में दिए गए उपदेश आज भी हमारे जीवन में मार्गदर्शन करते हैं।
इस खास दिन पर, हमें अपने जीवन को भगवान श्रीकृष्ण के उपदेशों के अनुसार जीने का संकल्प लेना चाहिए। हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए और उनके उपदेशों को अपने जीवन में उतारना चाहिए दोस्तों अगर आपको श्री कृष्ण से प्रेम है तो आप श्री गीता जरूर पढ़िए और गीता को अपने जीवन में उतारिये। मैं इस बात को इस देश और समाज का सौभाग्य समझती हुकी हमारे को भगवान ने गीता दी और दुःख होता है की लोगों ने भगवान को कथाओं में केवल इक ग्वाला रास लीला , माखन चोर बना के रख दिया है आपसे हाथ जोड़के प्रार्थना है एक बार गीता जरूर पढ़िए गीता हमें सिखाती है , निष्काम कर्म करना , और जो निष्काम होगा वही तो मेरे भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय होगा राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
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1–
हे कृष्ण हे माधव गिरधारी हे बनवारी ||
निष्काम कर्म के मार्ग पर चलें दो आशीष मुरलीधारी
2–
राधा राधा कहते श्याम
राधा पुकारे श्याम शायाम
दोनो नाम एक एक है राधा
कहो या श्याम
3–
श्री कृष्ण जिनका नाम है बृंदावन जिनका धाम है
कुरुक्षेत्र में गीता सूना कर कर्तब्य सिखाते हैं
धर्मयुद्ध के लिए अर्जुन के सारथि बन जाते हैं
ऐसे श्री कृष्ण को कोटि कोटि प्रणाम है
4–
राधा कृष्ण का पावन नाम
इसलिए पावन कह लाता ये नाम
धर्म पथ पर चलते राधा श्याम
काम को अपना चेला बनाते श्याम
काम को चेला बनाने का तातपर्य उनको कभी काम क्रोध मोह ने परेशान नहीं किया
5–
महारास रचाते श्याम गोपियों को बुलाते श्याम
सत्य ब्रह्म है दुनियां माया बतलाते श्याम
दुनिया में लिप्त मत रहो बताते श्याम
सत्य करुणा, कर्तब्य केवल ब्रह्म इसलिए महारास रचाते श्याम
अर्थात – महारास कोई स्त्री पुरुष का खेल नहीं था ये भक्त और ब्रह्म का मिलन था
6-
घट घट में कण कण में समाए राधे कृष्ण
ह्रदय के आसन में विराज रहे श्री कृष्ण ||राधे राधे 🙏🙏
7-
राधा नाम अनमोल है श्री कृष्ण को प्यारा राधा नाम
करती हैं राधे रानी कृष्ण को प्रेम निष्काम || राधे राधे 🌹🌹🙏🙏🌹🌹
7-
पूजन करवाया गोवर्धन पर्वत की
प्रकृति संरक्षण की शिक्षा दी
गऊ धन संरक्षण की शिक्षा दी
धन्य धन्य गोवर्धन पर्वत की
हमे प्रकृति को मान समानं देते हुए इसकी रक्षा करनी चाहिए ये श्री कृष्ण की आज्ञा है राधे राधे 🌹🌹🙏🙏🌹🌹
8-
कभी कालिया का मर्दन किया
कभी कंस का वध किया
पल पल श्री कृष्ण ने बुराई का अंत किया
बुराई हमारे मन में हैं इन्हे मारने का ज्ञान दिया
राधे राधे 🌹🌹🙏🙏
9
सत्य ही कृष्ण नाम है
सत्य ही उनका धाम है
सत्य के लिए कर्म उनका ज्ञान है
जिसने सत्य को जान लिया यही कृष्ण का ध्यान है
राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
10-
बृषभानु दुलारी राधा रानी
श्री कृष्ण की ह्रदय की पटरानी
श्री श्याम की बंसी राधे रानी का गुण गाती
धन्य हे राधे रानी कृष्ण के ह्रदय में विराजती
11-
नंद बाबा के प्यारे श्री कृष्ण
यशोदा माँ के दुलारे कृष्ण
ब्रजवासियों के प्यारे कृष्ण
पूर्ण ब्रह्म पूर्ण सत्य हैं श्री कृष्ण
राधे राधे 🌹🌹🙏🙏🌹🌹
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12-
ऋषि मुनि जिनका ध्यांन लगाते
वेद पुराण नेति नेति कहते
गीता सुनाकर अज्ञान मिटाते
आओ उन श्री कृष्ण को हम सीस नवाते हैं
राधे राधे🌹🌹🙏🙏🌹🌹
13-
राधा कृष्ण अनमोल नाम
भज लो प्यारे आठों याम
ह्रदय में राधे कृष्ण अधरों परहो नाम
जन्म सफल हो जाएग मिल जाएंगे सारे धाम
राधे राधे 🌹🌹🙏🙏
14-
कष्टों से मत घबरा प्यारे
सत्य को कर्म बना ले प्यारे
बाकि सब कृष्ण पर छोड़ प्यारे
श्री कृष्ण हैं हारों के सहारे
राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
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15
राधा शक्ति हैं राधा भक्ति है
राधा में कृष्ण कृष्ण ही राधा हैं
राधा कृष्ण को जो ध्याते हैं
सत्य की राह जो चलते मुक्ति पाजाते हैं
राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
16-
जहां राधे कृष्ण पूरण नाम है
जहाँ राधे कृष्ण हैं मिट जाते सारे काम हैं
श्री राधे कृष्ण के चरणों में सारे धाम हैं
भक्त उनके वही हैं जो कर्म करते निष्काम हैं
राधे राधे🌹🌹🙏🙏
अर्थात — यहाँ पर काम का तात्पर्य कामना है
17-
राधा जैसी प्रिया हो कृष्ण जेसे प्रेमी हों
इन दोनों की भक्ति जिस ह्रदय मैं रहती हो
राधे श्याम के युगल चरण में
मुक्ति फिर निशिचित है राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
18-
राधा तुम बड़ भागनी तुमको ध्याएँ कृष्ण
तुम्हारे चरणों की रज मिले तो मिल जाएँ कृष्ण
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19-
सत्य सनातन परम ब्रह्म है कृष्ण तू
सब जीवों का मुक्ति दाता है कृष्ण तू
जन्माष्टमी मना रहें हम हैप्पी बर्थडे तू यु
राधे राधे 🌹🌹🙏🙏
20
जन्म लिया काराग्रह में माता पिता बंदी हैं
माता यशोदा नंदी बाबा पालन पोषण करते हैं
नटखट कान्हा बन के व्र्ज्वाशियों के ह्रदय विराजते
धर्म स्थापन कर कंस का वध करते राधे राधे 🙏🙏🌹🌹
21
प्रेम से माता यशोदा के कान्हा तुम
सब भक्तों के ह्रदय विराजते कृष्ण तुम
अवतार दिवस हम मना रहे आओ कृष्ण तुम
हैप्पी बर्थडे की धुन लगा रहे आओ तुम
राधे राधे 🌹🌹🙏🙏
22–
प्रेम करुणा से मिलते कृष्ण
अहंकार से नही मिलते कृष्ण
सुदामा के चावल खाते कृष्ण
विदुर का साग भोग लगाते कृष्ण
23-
सांझ सबेरे ध्यावो कृष्ण
सब जग में देखो कृष्ण
सत्य की राह चलो मिलेंगे कृष्ण
निष्काम कर्म से मिलते कृष्ण
24-
जो नर जपते श्री कृष्ण का नाम
करते हैं कर्म सदा निष्काम
उनको श्री कृष्ण करते हैं निष्पाप
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामना संदेश

24
कन्हैया के नाम से रोशन हर एक सवेरा हो,
उनकी कृपा से जीवन हमेशा सुनहरा हो –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
25
मुरली की तान में छुपा प्रेम का ज्ञान है,
हर भक्त की आंखों में बसी उनकी पहचान है –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
26
घट-घट में जो बसे हैं वो कान्हा का नाम है,
हर दिल में छुपा राधे-श्याम का पैगाम है –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
27
नंदलाल की इस रात में रास की मिठास है,
प्रेम और भक्ति में डूबा हर एक विश्वास है –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
28
गोपियों का श्रृंगार हैं, राधा के प्राण हैं,
नटवर नागर हर दिल की जान हैं –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
29
धूप में जो छांव बने, दुख में जो दवा बने,
वो श्रीकृष्ण ही तो हैं –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
30
बांसुरी की मधुर तान से मन का अंधकार मिट जाए,
श्रीकृष्ण के चरणों में ही जीवन का सार समाए –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
31
राधे-राधे का नाम लेकर हर मन मुस्काए,
श्रीकृष्ण की भक्ति में प्रेम का दीप जलाए –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
32
कान्हा की मुरली से जो प्रेम झरता जाए,
हर दिल उनका नाम प्रेम से गाए –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
33
रास रचैया आया है, जीवन में उजियारा लाया है,
धर्म का दीप फिर से जलाया है –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
34
कृष्ण ने जब जन्म लिया, प्रेम और न्याय का दीप जला दिया,
राधा संग उसका हर गीत अमर हो गया –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
35
बांसुरी की धुन पर हर दिल झूम जाए,
श्रीकृष्ण का प्रेम हर मन को भाए –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
36
प्रेम में राधा और नीति में गीता के ज्ञाता,
वो कन्हैया हैं जग के पालनकर्ता –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
37
कृष्ण की बातें होंठों पर सजी रहें,
भक्ति की रौशनी जीवन में बसी रहें –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
38
नंद के आनंद भये, जय हो यशोदा मैया की,
कृष्ण लला की मुस्कान में छुपी दुनिया सारी –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
39
जहाँ प्रेम है वहाँ श्रीकृष्ण हैं,
जहाँ सच्चाई है वहाँ हरि दर्शन हैं –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
40
श्रीकृष्ण की छवि मन में बसी रहे,
हर जन्म में उनका साथ हमें मिले –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
41
आज धरती पर फिर नटखट नंदलाल आए हैं,
प्रेम और विश्वास के दीप जलाए हैं –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
42
हर दिल में राधा, हर आत्मा में श्याम,
कृष्ण भक्ति से पावन हो यह सारा धाम –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
43
रास रचाया कान्हा ने प्रेम के साथ,
राधा के मन को दिया पवित्र सौगात –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
44
संग मुरली, सिर पर मोर मुकुट की शान,
कन्हैया की छवि लगे सबसे महान –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
45
मटकी फोड़ें, रंग बिखेरे, करे नटखट लीला,
बाल गोपाल की मुस्कान लाए जीवन में झीला –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
46
वो बंसी वाला जब मुस्कुराता है,
हर मन उसका हो जाता है –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
47
सत्य का रक्षक, अधर्म का नाशक,
कृष्ण का जन्म है शुभता का प्रकाशक –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
48
बचपन की लीला हो या गीता का ज्ञान,
हर युग में कृष्ण ही रहे सर्वश्रेष्ठ महान –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
49
राधा के प्रेम से सजता है जिसका जीवन,
वो श्रीकृष्ण हैं सबके आत्मा और मन –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
50
भक्ति में लीन हो जाए हर सांस,
जन्माष्टमी पर रचे फिर रास –
||जन्माष्टमी की शुभकामना||
7–श्री कृष्ण के गीता के उपदेश

1-आत्मा किसी काल में भी न जन्मता है और न मरता है और न यह एक बार होकर फिर अभावरूप होने वाला है। आत्मा अजन्मा, नित्य, शाश्वत और पुरातन है, शरीर के नाश होने पर भी इसका नाश नहीं होता।
-2–आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते और न अग्नि इसे जला सकती है जल इसे गीला नहीं कर सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती।
3–जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है और मरने वाले का जन्म निश्चित है इसलिए जो अटल है अपरिहार्य है उसके विषय में तुमको शोक नहीं करना चाहिये।
4-जो खाने, सोने, आमोद-प्रमोद तथा काम करने की आदतों में नियमित रहता है। वह योगाभ्यास द्वारा समस्त भौतिक क्लेशों को नष्ट कर सकता है।
5–: हे महाबाहो ! नि:सन्देह मन चंचल और कठिनता से वश में होने वाला है। परन्तु, हे कुन्तीपुत्र! उसे अभ्यास और वैराग्य के द्वारा वश में किया जा सकता है।
5 -कोई भी इंसान जन्म से नहीं
बल्कि अपने कर्म से महान बनता है।
6 -अच्छी नीयत से किया गया काम
कभी व्यर्थ नहीं जाता, और उसका फल
आपको ज़रूर मिलता है।
7 -बुराई बड़ी हो या छोटी हमेशा
विनाश का कारण बनती है,
क्योंकि नाव में छेद छोटा हो या बड़ा
नाव को डुबा ही देता है।
8 जो होने वाला है वो होकर ही रहता है,
और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता,
ऐसा निश्चय जिनकी बुद्धि में होता है,
उन्हें चिंता कभी नही सताती है।