जिगर शायरी/दिल के जज़्बातों का अनोखा अंदाज़-जिगर यानी वो दिल जो मोहब्बत में टूटता है, बिखरता है और फिर भी मुस्कुराता है। जिगर शायरी उन भावनाओं का संगम है जो प्यार, दर्द, और इश्क के दरमियान हम महसूस करते हैं। यहाँ हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ अनमोल जिगर शायरी जो दिल से निकली हैं और सीधे दिल तक पहुँचेंगी। हिंदी और में प्रस्तुत इन शायरी में हर अल्फाज़ एक कहानी कहता है। पढ़ें, महसूस करें और अपने जज़्बातों को बयाँ करें!
जिगर शायरी
दोस्ती जिगर शायरी
जिगर शायरी इन हिंदी
लख्ते जिगर शायरी
प्यार जिगर शायरी
दिल जिगर शायरी
जिगर शायरी रेख़्ता
जिगर शायरी/दिल के जज़्बातों का अनोखा अंदाज़
1.
जिगर तो हम भी रखते हैं,
मोहब्बत में फना होने का हुनर रखते हैं।
Dard is baat ka hai koi mila nahi humsa,
Warna hum bhi kisi ka sab kuch ban ke रहते हैं।
2.
टूटे जिगर की आवाज़ को पहचानो,
इश्क के दरिया में तुम भी उतर जाओ।
Waqt ke saath sabko mil jata hai sahara,
Mera jigar ab tak bas tere liye तड़पता है।
3.
जिगर में जो तूने आग लगाई है,
वो बस तेरी यादों की परछाई है।
Mitti se jud kar bhi phool khilte hain,
Humne jigar se tujhe हर लम्हा चाहा है।
4.
जिगर जला कर रोशनी की,
इश्क में हमने जुदाई की।
Tumhe paane ki zid kab ka chhod di,
Ab toh har dhadkan tere नाम की चढ़ाई की।
5.
प्यार किया है तो जिगर की बात मत कर,
इश्क में हर दर्द की शुरुआत मत कर।
Dil to diya humne tere hawale,
Bas tu is mohabbat ko khatm mat कर।
6.
जिगर से हमने तेरा नाम मिटाया नहीं,
वो बात और है तुझे भुला पाया नहीं।
Koi toh hai jo de raha hai dard mujhe,
Par tere siwa koi aur पाया नहीं।
7.
जिगर के टुकड़े को सहेजा बहुत है,
तेरी यादों को अब तक सँभाला बहुत है।
Mohabbat ka junoon tha us din tak,
Jab pata चला ki tu kisi aur का हिस्सा है।
8.
हमने जिगर के टुकड़े किए,
तेरे लिए सब दर्द सहे।
Tere khayalon mein din dhalte rahe,
Aur hum mohabbat ke jakhmon ko सीते रहे।
9.
जिगर वाले लोग दर्द छुपा जाते हैं,
हँसते हुए भी जख्म दिखा जाते हैं।
Ishq ke safar mein dil roya hai mera,
Par tera naam कभी किसी से बताया नहीं।
10.
मेरा जिगर टूटा था तेरी मोहब्बत में,
एक बार भी न सोचा तूने मेरी हालत में।
Kya kahun kaise jee raha hoon tere bina,
Par aaj bhi tu hai meri इबादत में।
11.
जिगर में बसा था एक नाम तेरा,
उसकी खुशबू से महका था ये जहाँ मेरा।
Tere bina tanha ho gaya dil mera,
Ab mohabbat ka raaz samajh aaya सारा।
12.
जिगर का लहू इश्क में बहा दिया,
तूने कहा, मैंने हर दर्द सहा लिया।
Ishq mein faasle ka junoon kyun tha,
Tere khayalon mein dil maine गवा दिया।
13.
वो जिगर था जो तुझे संभाल न सका,
मोहब्बत का हर इम्तिहान पास न सका।
Tere bina hum toh zinda hain bas,
Par khushi ka ek pal wo पा न सका।
14.
जिगर जलता रहा तेरी यादों के चिराग से,
ख्वाब बुनते रहे हम मोहब्बत की आग से।
Chhod kar tu chali gayi jahan se mujhe,
Par hum jiyenge tere wade ke धागे से।
15.
जिगर की गहराइयों में तेरा अक्स रहता है,
तेरी खुशबू में अब भी मेरा दिल बहता है।
Humne mohabbat ko apna sab kuch maana,
Aur tu hai jo apna rang बदलता रहता है।
16.
हमारे जिगर को तुमने आईना बना दिया,
खुद टूटे और तुझे हँसता हुआ बना दिया।
Ishq ka junoon kabhi kam na hua,
Par tune apna jahan alag बसा लिया।
17.
जिगर में वो दर्द जो बयान नहीं होता,
मोहब्बत वो जहर जो आसान नहीं होता।
Tere khayalon mein jee raha hoon main,
Jo hai tera, wo kisi ka भी जान नहीं होता।
18.
जिगर रो रहा है पर आवाज नहीं आती,
तेरी चाहत में मेरे आँखें नम हो जाती।
Tumne jo diya wo toh sirf khamoshi thi,
Aur humne apna sab kuch लुटा दी।
19.
मोहब्बत का जिगर तो पक्का होना चाहिए,
हर जख्म पे हौसला रखा होना चाहिए।
Tere khushi mein hi meri khushi thi,
Par tu samjhe toh सही… ये सच्चा होना चाहिए।
20.
जिगर का टुकड़ा तुझे सौंपा था,
तेरी राह में खुद को खाक किया था।
Dil mein bas tu thi aur tu hi rahegi,
Mohabbat ka silsila कभी खत्म नहीं होता था।
21.
तू जिगर का सुकून है, दर्द भी तू ही है,
इश्क में हारा हूँ मैं, जीत भी तू ही है।
Tere hone ka ehsaas liye फिरता हूँ,
Zindagi ke इस सफर में हर खुशी तू ही है।
22.
जिगर की राहों में तेरा इंतजार था,
हर धड़कन में तेरा इश्क बेशुमार था।
Khushnaseeb होंगे वो जो tujhe pa lenge,
Mera toh bas tere ख्वाबों में प्यार था।
23.
हमने जिगर का हर टुकड़ा तेरे नाम किया,
तेरी राहों में खुद को फना कर दिया।
Tere wade mein ab bhi jee रहा hoon,
Mohabbat ke liye toh मैंने खुदा से भी लड़ लिया।
24.
इश्क में जिगर के टुकड़े-टुकड़े हुए हैं,
मोहब्बत में कभी-कभी हम अकेले हुए हैं।
Tu khushi thi meri, tu hi mera gham bhi,
Tere bina hum तो जिंदा ही मरे हुए हैं।
25.
जिगर का चैन भी तू, सुकून भी तू,
दिल की राहों में बसा जुनून भी तू।
Mera har jigar tujhe hi सलाम करता है,
Meri मोहब्बत का हर लम्हा तेरा कर्जदार है।
दोस्ती जिगर शायरी
25.
दोस्ती का जिगर जब बोलता है,
हर दर्द में एक दोस्त डोलता है।
Saath nibhane ka jo waada kiya hai,
Yeh dil uske लिए har haal mein रोता है।
26.
जिगर की दोस्ती में मजबूरी नहीं होती,
सच्चे दोस्त की यारी में दूरी नहीं होती।
Tu chahe jitni door चला जाए यार,
Meri duaon से तेरी कमी पूरी नहीं होती।
27.
जिगर वाले दोस्त हर दर्द को चुपाते हैं,
अपनी हँसी से दुनिया को सजाते हैं।
Kabhi tu udaas ho toh yaad कर लेना,
Tere लिए hum जान तक लगाते हैं।
28.
दोस्ती का जिगर जब साथ चलता है,
तो अंधेरे में भी दीप जलता है।
Tu meri जिंदगी ka ek hissa hai,
Tere बिना yeh दिल अधूरा सा लगता है।
29.
जिगर के रिश्ते को दुनिया समझ न पाएगी,
ये वो दौलत है जो हर कोई पा न पाएगी।
Dost ke लिए jo जिगर से लड़ा दे,
Wahi दोस्ती सच्ची और पक्की कहलाएगी।
30.
सच्चे दोस्त की यारी में जान होती है,
इस रिश्ते में हर मुस्कान की पहचान होती है।
Tu jahan bhi rahe khushiyan teri हों,
Yeh dua दोस्ती की सबसे बड़ी शान होती है।
31.
जिगर का रिश्ता हर हाल में निभाते हैं,
सच्चे दोस्त अपने वादे को निभाते हैं।
Duniya ki har मुश्किल आसान हो जाती है,
Jab dost ek दूसरे के साथ मुस्कुराते हैं।
32.
जिगर से जुड़ी है हमारी ये दोस्ती,
खुशियों से सजी है हमारी ये मस्ती।
Ek doosre ke लिए हमेशा रहेंगे हम,
Dosti mein ना है कोई कमी और ना सस्ती।
33.
जिगर के दोस्तों का कोई मोल नहीं होता,
इनका रिश्ता कभी कमजोर नहीं होता।
Tu jahan bhi rahe, bas yaad रखना,
Tere लिए मेरा प्यार कभी कम नहीं होता।
34.
जिगर से बनी दोस्ती टूटती नहीं,
वक्त की आँधियाँ इसे छूती नहीं।
Duniya chahe jitna भी बदल जाए,
Teri yaari meri जिंदगी में कभी रूठती नहीं।
35.
जिगर के दोस्तों से रिश्ते पुराने नहीं होते,
वक्त बदलने पर भी वो बेगाने नहीं होते।
Ek बार जो बंध जाए दोस्ती के धागे,
Toh duniya ke koi हाले फसाने नहीं होते।
36.
सच्चे दोस्त का जिगर बहुत गहरा होता है,
दुनिया के दर्द को सहकर भी सच्चा होता है।
Jab duniya dikhave mein उलझी रहती है,
Tab dost jigar se रिश्ते को सवांरा करता है।
37.
जिगर वाले दोस्त ही दुनिया जीतते हैं,
अपनी दोस्ती में जान डालकर जीते हैं।
Jo saath de musibat में, wahi yaar है,
Baaki toh sab बस waqt के शिकार हैं।
38.
जिगर के रिश्ते कभी टूटते नहीं,
सच्चे दोस्त कभी रूठते नहीं।
Duniya ki lakho khushiyan तेरे कदमों में हों,
Yeh dua हम तुझसे कभी मांगते नहीं।
39.
दोस्ती का जिगर सच्चे दिल में बसता है,
हर दर्द को मुस्कान से सहता है।
Teri yaari ne zindagi ko roshan कर दिया,
Warna hum toh बस khud mein ही सिमटा था।
40.
जिगर के दोस्तों से रिश्ता पुराना होता है,
हर मुश्किल में ये साथ निभाना होता है।
Tu chahe कितने ही गम उठा ले,
Meri duaon में तेरा नाम सदा लिखा होता है।
41.
दोस्ती जिगर का वो नशा है,
जो हर दर्द का इकलौता इलाज है।
Saath तेरा बना रहे यार हमेशा,
Kyunki tere बिना सब kuchi बस एक सजा है।
42.
जिगर का रिश्ता बड़ी मुश्किल से बनता है,
सच्चे दोस्त को वक्त का साथ मिलता है।
Teri yaari meri जान है दोस्त,
Jis पर हर दिल कुर्बान होता है।
43.
जिगर वाले दोस्त ही सच्ची पहचान होते हैं,
हर गम में ये हमारे पास होते हैं।
Zindagi ke हर मोड़ पर मुस्कान दी तूने,
Tere बिना hum toh sirf नाम के इंसान होते हैं।
44.
सच्ची दोस्ती में जिगर की जरूरत होती है,
हर हाल में यारी की जरूरत होती है।
Tere जैसे दोस्त का होना किस्मत की बात है,
Warna जिंदगी में अधूरी सी हालत होती है।
45.
जिगर के टुकड़ों से जो दोस्ती सजाई जाती है,
वो हर मुश्किल में जलाई जाती है।
Tere साथ ने मुझे दुनिया में जगह दी,
Tu mera dost nahi, meri जिंदगी की परछाई है।
46.
दोस्ती का जिगर हर घाव सह लेता है,
हर मुश्किल में तेरा नाम कह लेता है।
Jab dunia thokar de toh dost gale लग जाए,
Wahi dosti sachchi aur मुकम्मल कहलाती है।
47.
जिगर का रिश्ता जब सच्चा होता है,
हर दर्द में एक दोस्त सच्चा होता है।
Tere साथ हंसकर जी लेंगे हम यार,
Kyunki तुझमें मेरे दिल का जिगर बसा होता है।
48.
दोस्ती का जिगर कभी छोटा नहीं होता,
यह रिश्ता कभी कमजोर नहीं होता।
Tere साथ जिएंगे, तेरे साथ मरेंगे,
Yeh वादा है जो कभी टूटा नहीं होता।
49.
जिगर की दोस्ती का कोई जवाब नहीं होता,
सच्चे दोस्तों में दिखावा नहीं होता।
Tere जैसा यार मेरे लिए खुदा की देन है,
Tujhse बेहतर रिश्ता कोई और हो नहीं सकता।
50.
जिगर से निभाई जो ये दोस्ती हमने,
तेरे लिए हँसकर जान लुटा देंगे।
Saath chhodकर भी याद तुझे आएगी,
Kyuki tere बिना ये दिल धड़कना छोड़ देगा।
जिगर शायरी इन हिंदी
51.
दोस्तों के लिए की बड़ा जिगर रखते हैं
ये दर्द के रिश्ते रिश्ते कभी मिट न पाएंगे।
doston ke lie kee bada jigar rakhate hain
ye dard ke rishte rishte kabhee mit na paenge.
52.
जिगरी दोस्तों का रिश्ता हर दर्द को छुपा लेता है,
झूठी हंसी के पीछे एक गम छुपा लेता है।
jigaree doston ka rishta har dard ko chhupa leta hai,
jhoothee hansee ke peechhe ek gam chhupa leta hai.
53.
सच्चे जिगर का हर रिश्ता सच्चा होता है,
हर दर्द का मरहम दोस्त का कंधा होता है।
Teri यारी से दुनिया रोशन है मेरी,
Tere बिना ये जिगर अधूरा सा होता है।
54.
जिगर के टुकड़ों का हिसाब क्या देंगे,
इस यारी में कोई जवाब क्या देंगे।
Tu meri जिंदगी का वो हिस्सा है यार,
Jo कभी भी टूटे, ऐसा ख्वाब ना देंगे।
55.
जिगर की शायरी में दर्द छुपा होता है,
हर लफ्ज़ में एक किस्सा बसा होता है।
Yeh दिल भी टूट कर तेरा नाम लेता है,
Tere बिना हर मंजर अधूरा सा होता है।
56.
जिगर की मोहब्बत बेपनाह होती है,
इसमें हर सांस की चाह होती है।
Tu chahe जितना भी दूर हो जाए,
Teri यादों में ही मेरी पनाह होती है।
57.
जिगर से निभाई दोस्त की मोहब्बत का हाल मत पूछो,
हर सांस में तेरा ख्याल मत पूछो।
Duniya की ठोकरों ने बहुत सिखाया है,
Meri वफा पर कोई सवाल मत पूछो।
58.
जिगर की मोहब्बत कोई खेल नहीं होता,
हर सच्चे जज्बात का मोल नहीं होता।
Tu jo मेरे दिल में बस गया है,
Tera कोई दूसरा हमजोली नहीं होता।
59.
जिगर में दर्द तब होता है,
जब सच्चा यार दूर होता है।
Ek आवाज तेरी ही काफी है यार,
Warna ये दिल तन्हाई से मजबूर होता है।
60.
जिगर की दोस्ती में कोई झूठ नहीं होता,
इसमें दिखावा और कोई रूठ नहीं होता।
Duniya chahe जितनी भी बदल जाए,
Tere जैसा दोस्त हमें फिर नहीं मिलता।
61.
जिगर वाले दोस्त हर गम को हल्का कर जाते हैं,
बिना बोले वो हमें समझ जाते हैं।
Ek सच्चा दोस्त अगर पास में हो,
Toh जिंदगी के जख्म खुद-ब-खुद भर जाते हैं।
62.
जिगर का रिश्ता निभाना हर किसी के बस की बात नहीं,
हर गम में साथ देना आसान बात नहीं।
Tu rahe मुस्कान लिए मेरी दुआओं में,
Kyuki तेरे बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है।
63.
जिगर की यारी में वफाओं का खेल है,
हर मोड़ पर खुद को लुटाने का मेल है।
Teri दोस्ती के बिना ये जिंदगी अधूरी है,
Tu ही मेरे दिल का सबसे खूबसूरत फर्ज है।
64.
जिगर की मोहब्बत में एहसास गहरा होता है,
हर धड़कन में एक नाम बसा होता है।
Tere बिना दुनिया सूनी सी लगती है,
Kyuki दिल तेरा इंतजार सदा करता रहता है।
65.
जिगर के रिश्ते में छल-कपट नहीं होता,
यह वो रिश्ता है जिसमें झूठ नहीं होता।
Dosti ka yeh जिगर इतना गहरा है,
Ismein बस इश्क और वफा ही होता है।
66.
जिगर की सच्चाई को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता,
इस रिश्ते की गहराई को नापा नहीं जा सकता।
Jo dost दिल से जुड़े होते हैं,
Unhein कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।
67.
जिगर के लफ्ज़ कभी झूठ नहीं बोलते,
यह वो हैं जो कभी धोखा नहीं देते।
Duniya के तमाम ग़मों से अलग है ये रिश्ता,
Kyuki इसमें दिल से दिल जोड़ते हैं।
68.
जिगर का प्यार नफरत में कभी बदलता नहीं,
यह वो रिश्ता है जो वक्त पे फिसलता नहीं।
Tu jo मेरे साथ हर मोड़ पे खड़ा रहा,
Wahi दोस्ती मेरी जिंदगी का हिस्सा रहा।
69.
जिगर के दोस्तो की पहचान होती है,
हर दर्द में उनकी मुस्कान होती है।
Duniya लाख समझाए हमें दूर जाने को,
Magar तेरी यारी की सदा हमारी जान होती है।
70.
जिगर में तेरे लिए मोहब्बत का एक समंदर है,
हर लहर तेरा नाम पुकारती है।
Tere बिना ये दिल किसी से जुड़ता नहीं,
Kyuki तेरे लिए ये जान हमेशा तरसती है।
लख्ते जिगर शायरी
71.
लख़्ते जिगर से जब तेरा नाम निकला,
हर सांस में बस तेरा ही पैगाम निकला।
Ishq की राहों में मैंने खुद को खो दिया,
Aur तेरी यादों में मेरा अरमान निकला।
72.
लख़्ते जिगर का दर्द बयान नहीं होता,
हर आंसू का कोई पैगाम नहीं होता।
Tere बिना जिंदगी बेजान सी लगती है,
saccchiमोहब्बत का कोई नाम नहीं होता।
73.
लख़्ते जिगर का हर जख्म अधूरा लगता है,
तेरे बिना ये दिल बेसहारा लगता है।
Duniya के हर कोने में तेरा ही नाम है,
Teri यादों के बिना हर लम्हा सूना लगता है।
74.
लख़्ते जिगर को फना कर दिया मोहब्बत ने,
हर लम्हा बर्बाद कर दिया तेरी चाहत ने।
Tu दूर सही पर दिल से कभी गया नहीं,
Zindagi को दर्द दे दिया तेरी रुसवाई ने।
75.
लख़्ते जिगर में तू ही बसा करता है,
हर धड़कन तेरा नाम लिया करता है।
Teri मोहब्बत ही मेरा नसीब बन गई है,
Aur तेरा इश्क ही मेरी जान लिया करता है।
76.
लख़्ते जिगर को तोड़ कर चला गया तू,
हर वादा तेरा झूठा था, जान गया तू।
Duniya कहती है अब मैं तन्हा हूं,
Magar मेरे दिल का हाल कौन समझेगा तू?
77.
लख़्ते जिगर से लफ्ज़ निकलते हैं तन्हाई में,
तेरी यादें ही मेरे साथ हैं इस परछाई में।
Tu दूर जाकर भी कितना पास है मेरे,
Yeh दिल धड़कता है बस तेरी रुसवाई में।
78.
लख़्ते जिगर की हालत को बयान क्या करू,
हर आंसू का किस्सा मैं बयान क्या करू।
Tere बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है,
Is दर्द की दास्तान मैं सुनाऊं किसको?
79.
लख़्ते जिगर को हमने तेरे नाम कर दिया,
हर सांस को तेरी यादों के नाम कर दिया।
Tu चाहे जितना भी दूर चला जाए मुझसे,
Apna इश्क हमने तेरे लिए फना कर दिया।
80.
लख़्ते जिगर से उठती है तन्हाई की सदा,
तेरी मोहब्बत के बिना अधूरा है हर नशा।
Tu समझे या ना समझे मेरे इस दर्द को,
Magar तू ही है मेरी मोहब्बत की वजह।
81.
लख़्ते जिगर का हर दर्द तेरा नाम लेता है,
तेरे बिना मेरा दिल तन्हा सा रहता है।
Tu ही मेरी हर खुशी की वजह है सनम,
Tere बिना ये जिगर तड़पता रहता है।
82.
लख़्ते जिगर में दर्द का समंदर छुपा है,
हर लम्हा तेरा नाम मेरी सांसों में बसा है।
Tu जो लौट आए एक बार मेरे पास,
Mera टूटा हुआ दिल फिर से जुड़ जाएगा।
83.
लख़्ते जिगर की कहानी है ये,
तेरी बेवफाई की निशानी है ये।
Tu जो छोड़ गया मझधार में मुझको,
Yeh दिल बस तेरे इश्क की रवानी है ये।
84.
लख़्ते जिगर का रिश्ता कोई मजाक नहीं होता,
हर टूटे लम्हे का कोई जवाब नहीं होता।
Tu दूर सही मगर इतना यकीन रखना,
Mera इश्क कभी झूठा नहीं होता।
85.
लख़्ते जिगर ने तेरा नाम पुकारा है,
हर आंसू ने बस तेरा नाम दोहराया है।
Tu लौट आ मेरे इन खाली लम्हों में,
Tere बिना ये जिगर बिल्कुल अधूरा है।
86.
लख़्ते जिगर को दर्द में पाला है मैंने,
तेरी यादों को अश्कों में संभाला है मैंने।
Tu सोचता है मैं तुझे भूल गया हूं,
Magar तेरे नाम पे दिल को संभाला है मैंने।
87.
लख़्ते जिगर ने हर दर्द सहा है,
तेरी बेवफाई को भी खुदा कहा है।
Tu खुश रहे चाहे किसी और के साथ,
Meri मोहब्बत ने तुझे सदा चाहा है।
88.
लख़्ते जिगर की तन्हाई अब आदत बन गई है,
तेरी जुदाई मेरे लिए मोहब्बत बन गई है।
Tu रहे दूर लेकिन बस इतना समझ लो,
Teri यादों से मेरी रौनक सज गई है।
89.
लख़्ते जिगर का हर आंसू तेरा नाम लेता है,
तेरी जुदाई में ये दिल तन्हा सा रहता है।
Tu कभी लौट आ मेरे इन अंधेरों में,
Tere बिना ये जिगर अब थम सा गया है।
90.
लख़्ते जिगर का हाल कौन समझेगा,
हर दर्द मेरा सवाल कौन समझेगा।
Tu चाहे जितना भी दूर हो मुझसे,
Magar मेरा इश्क तुझे भुला न सकेगा।
प्यार जिगर शायरी
91.
जिगर को हमने तेरी राहों में रखा है,
हर सांस को तेरी चाहत से भरा है।
मोहब्बत में हारे या जीते हम,
बस तेरा नाम इस दिल ने लिखा है।
92.
प्यार का जिगर चाहिए निभाने के लिए,
हर दर्द सहना पड़ता है मुस्कुराने के लिए।
वफ़ा का मतलब समझ ना सके जो,
उनसे मोहब्बत नहीं होती जमाने के लिए।
93.
जिगर के टुकड़े मोहब्बत में होते हैं,
हर आंसू किसी के नाम होते हैं।
इश्क़ की राहें आसान नहीं होतीं,
यहाँ जख्म भी किस्से तमाम होते हैं।
94.
जिगर के दर्द को मुस्कान में छुपा लिया,
तेरी मोहब्बत में खुद को मिटा लिया।
इश्क़ में खुदा से भी दुआ नहीं मांगी,
बस तुझे पाने की ख्वाहिश को खुदा बना लिया।
95.
जिगर का टुकड़ा बन गया है तेरा इश्क़,
सांसों में घुल गया है तेरा इश्क़।
दर्द कितना भी हो, अब फर्क नहीं पड़ता,
दिल की धड़कन बन गया है तेरा इश्क़।
96.
जिगर के जख्म मोहब्बत में मिले हैं,
हर खुशी छोड़ कर दर्द ही पले हैं।
तेरे बिना ये दुनिया सूनी सी लगती है,
तू ही बता, ये हालात क्यों ऐसे बने हैं?
97.
जिगर को जला कर रोशनी की है,
तेरी मोहब्बत में खुद को फना किया है।
तू लौट आए तो हर ख्वाब पूरा हो,
वरना इस जिंदगी को भी अलविदा किया है।
98.
जिगर में बसता है तेरा नाम सनम,
तेरी यादों से गुलजार है मेरा हर कदम।
तेरी चाहत की राहों में सब कुछ लुटा दिया,
अब बस तुझे पाने की ख्वाहिश है मेरे सनम।
99.
जिगर से निकली आहें भी तेरे नाम हैं,
दिल के अरमान भी तेरे नाम हैं।
चाहे तुझे हासिल ना कर सकूं मैं,
मगर मेरी मोहब्बत के सलाम तेरे नाम हैं।
100.
जिगर की गहराई में तेरा ही वजूद है,
मेरी मोहब्बत का तू ही तो सुरूर है।
दूर जाकर भी क्यों इतना पास है तू,
मेरे हर ख्वाब में तेरा ही दस्तूर है।
101.
जिगर में बसी है तेरी यादों की महक,
तेरे बिना जिंदगी का हर लम्हा है फीका।
मोहब्बत का मतलब तुझसे ही समझा है मैंने,
तू ही है मेरे इश्क़ का हर एक सलीका।
102.
जिगर की ख्वाहिशें तुझसे ही जुड़ी हैं,
तेरे बिना मेरी राहें अधूरी पड़ी हैं।
मोहब्बत में खुद को मिटा दिया हमने,
अब ये जिगर भी तेरे नाम लिखी है।
103.
जिगर को तेरी मोहब्बत की आदत हो गई,
हर सांस में बस तेरी चाहत हो गई।
खुदा से अब कुछ और नहीं मांगते हम,
तेरा इश्क ही मेरी इबादत हो गई।
104.
जिगर के टुकड़ों को जोड़ता रहा हूं,
तेरी यादों में रोज़ रोता रहा हूं।
तू लौट आए तो जिंदगी फिर से बहार हो,
वरना तेरे बिना मैं खुद को खोता रहा हूं।
105.
जिगर की आवाज को कभी सुन के तो देख,
इस दिल के हालातों को समझ के तो देख।
तेरी मोहब्बत ने मुझे कितना सजा दिया है,
एक बार पलट के मुझे देख तो सही।
106.
जिगर के जख्म भी अब मुस्कुरा उठे हैं,
तेरी मोहब्बत में आंसू भी थम से गए हैं।
तू आ भी जाए तो शायद फर्क ना पड़े,
अब इस इश्क ने हमें संभाल ही लिया है।
107.
जिगर को संभाला है तेरी यादों से,
दिल को बहलाया है तेरी बातों से।
दूर जाकर भी तेरा एहसास रहता है,
मेरी मोहब्बत का साया तेरी राहों से।
108.
जिगर की राहें इश्क़ में खो गईं,
तेरी मोहब्बत में उम्मीदें सो गईं।
तू लौट आए तो बहार फिर से होगी,
वरना ये सांसें तन्हाई में खो गईं।
109.
जिगर की दुआओं में तेरा नाम रहता है,
तेरी तस्वीर से मेरा हर काम चलता है।
तू दूर सही, मगर दिल के पास है तू,
मेरी मोहब्बत का जवाब बस तेरा साथ है तू।
110.
जिगर का दर्द, मोहब्बत की कहानी है,
हर सांस में तेरी तस्वीर पुरानी है।
दुनिया कहे इसे बेवफा इश्क़,
पर मेरे लिए ये सबसे प्यारी निशानी है।
दिल जिगर शायरी
111.
दिल का हाल बताना मुश्किल हो गया,
जिगर का दर्द छुपाना मुश्किल हो गया।
मोहब्बत में खोए थे हम कभी,
अब खुद को पाना मुश्किल हो गया।
112.
जिगर में रखा था तुझे एक ख्वाब की तरह,
दिल में बसा लिया तुझे रब की तरह।
तू तो छोड़ चला गया हमें बीच रास्ते,
और हम तुझे चाह रहे हैं हिसाब की तरह।
113.
दिल से जिगर तक मोहब्बत का सफर है,
हर सांस में तेरा नाम ही असर है।
तू चाहे जितना भी दूर हो जाए,
तेरी यादों का ये दिल पर पहरा है।
114.
जिगर का दर्द मोहब्बत की पहचान है,
दिल का सुकून तेरी मुस्कान है।
तू समझे या ना समझे मेरी चाहत को,
तेरे बिना ये जिंदगी बेजान है।
115.
दिल से जिगर तक दर्द बहता रहा,
इश्क़ का क़र्ज़ उम्रभर रहता रहा।
तू छोड़ चला गया हमें तन्हाई में,
और ये दिल तेरा नाम कहता रहा।
116.
दिल की धड़कनों में तेरा ही नाम है,
जिगर की गहराई में तेरा ही काम है।
तू चाहे हज़ार बेवफाई कर ले सनम,
हमारे इश्क़ का तू ही तो अंजाम है।
117.
जिगर के हर जख्म में तेरा ही चेहरा है,
दिल में बसा तेरा हर इक पहरा है।
तू जान ले, हम तुझसे दूर नहीं,
तेरी यादों का ये सिलसिला ही गहरा है।
118.
दिल से जिगर का ये इश्क़ खास है,
तेरे बिना दुनिया कितनी उदास है।
तू लौट आए तो बहार फिर से होगी,
वरना ये जिंदगी भी तेरे पास है।
119.
दिल ने तुझसे मोहब्बत का सौदा किया,
जिगर ने तेरे लिए दर्द को सहा।
तू ही तो है मेरी दुनिया की कहानी,
तुझसे बिछड़कर ये जीवन भी अधूरा रहा।
120.
जिगर ने तुझे दिल की धड़कन बना लिया,
तेरी मोहब्बत में खुद को मिटा लिया।
अब लौट के आएगा तो क्या फर्क पड़ेगा,
हमने तो खुदा से तुझे मांग लिया।
121.
दिल को बिखरने नहीं दिया हमने,
जिगर को रोने नहीं दिया हमने।
तेरी बेवफाई का क्या गिला करें,
इश्क़ को मरने नहीं दिया हमने।
122.
दिल जिगर की मोहब्बत में वफा न मिली,
तेरी राहों में हमें कोई सजा न मिली।
तू दूर जा चुका है हमसे सनम,
अब हमें खुद से भी दवा न मिली।
123.
जिगर ने कहा कि मोहब्बत में जी लूंगा,
दिल ने कहा कि तेरे लिए मर भी जाऊंगा।
तू चाहे जितना भी आजमा ले मुझे,
मैं तेरी राहों में खुद को बिछा दूंगा।
124.
दिल से जिगर तक तेरा नाम चलता है,
तेरी यादों का हर रास्ता सुलगता है।
तू माने या न माने इस इश्क़ को,
मेरा हर लम्हा तेरे लिए धड़कता है।
125.
जिगर में दर्द का तूफान समा गया,
दिल का सुकून भी कहीं खो गया।
तेरी मोहब्बत ने मुझे ऐसा जलाया,
कि मैं राख में भी तेरा नाम रह गया।
126.
दिल से जिगर तक बस तू ही बसा है,
तेरी मोहब्बत में ये दिल कसा है।
तू जान ले कि मेरी हर सांस तेरी है,
अब ये इश्क़ तेरा ही किस्सा है।
127.
जिगर की आवाज तेरे इश्क़ में डूबी है,
दिल की तन्हाई तेरी यादों में खोई है।
तू लौट आए तो बहारें लौट आएं,
वरना ये दुनिया वीरान ही सही है।
128.
दिल ने तुझसे जिगर को सहारा दिया,
तेरी मोहब्बत में हर दर्द को पिया।
तू माने या न माने मेरी मोहब्बत को,
मैंने तुझे खुदा की तरह ही जिया।
129.
जिगर में संभाली हैं तेरी यादें सनम,
दिल ने सजाई हैं तेरी बातें सनम।
तू छोड़ चला गया मुझे तन्हा राहों में,
फिर भी तेरा नाम लिया है हर दम।
130.
दिल और जिगर दोनों रोते रहे,
तेरी मोहब्बत के लिए तड़पते रहे।
तू लौट आ, मेरी दुनिया संवर जाएगी,
तेरे बिना ये लम्हे सिसकते रहे।
जिगर शायरी रेख़्ता
1.
वो भी क्या दिन थे जब जिगर से मोहब्बत करते थे,
अब तो जिगर छलनी हो चूका है
2.
दिल की हालत का बयान जिगर ने किया,
मोहब्बत की राहों पर हम सदा बेकरार रहे।
3.
जिगर से खुद को निकालना आसान नहीं,
कभी इश्क़ का जूनून था, अब दिल का दुख नहीं।
4.
कितनी बार कहा जिगर ने उसे भूल जा,
पर दिल की बात जिगर से कभी कह नहीं पाया।
5.
दिल और जिगर की ये उलझनें,
कभी मोहब्बत से मिलीं, कभी दर्द से जुदा हो गईं।
6.
चाहतों में डूबा जिगर, कभी तन्हाई का मारा,
दिल के किसी कोने में अब भी उसकी यादें हैं सारा।
7.
जिगर ने खुदा से एक दुआ की है,
मोहब्बत भरे दिल को अब राहत मिले।
8.
दिल के जज़्बात और जिगर के दर्द का सफ़र,
हमें अब खुद से ही उम्मीदें टूटने लगी हैं।
9.
तेरा नाम जुबां से निकलते ही जिगर सिहर जाता है,
यादों का साया दिल में हर पल ढल जाता है।
10.
जिगर में बस गए हैं वो यादों के अफसाने,
दिल की किताब को छेड़े बिना रह नहीं पाते।
11.
जिगर का दर्द आकर दिल को समझाता है,
मोहब्बत कभी आसान नहीं होती, ये खुदा बताता है।
12.
दिल और जिगर के बीच ये फासला बड़ा है,
मोहब्बत का ताज महल हमेशा तिनका तिनका बना है।
13.
जिगर की चोटें कभी भर नहीं पातीं,
दिल की धड़कनें हर दर्द को झेलती जाती हैं।
14.1.
वो भी क्या दिन थे जब जिगर से मोहब्बत करते थे,
अब तो जिगर की आवाज़ भी हमें डराती है।
2.
दिल की हालत का बयान जिगर ने किया,
मोहब्बत की राहों पर हम सदा बेकरार रहे।
3.
जिगर से खुद को निकालना आसान नहीं,
कभी इश्क़ का जूनून था, अब दिल का दुख नहीं।
4.
कितनी बार कहा जिगर ने उसे भूल जा,
पर दिल की बात जिगर से कभी कह नहीं पाया।
5.
दिल और जिगर की ये उलझनें,
कभी मोहब्बत से मिलीं, कभी दर्द से जुदा हो गईं।
6.
चाहतों में डूबा जिगर, कभी तन्हाई का मारा,
दिल के किसी कोने में अब भी उसकी यादें हैं सारा।
7.
जिगर ने खुदा से एक दुआ की है,
मोहब्बत भरे दिल को अब राहत मिले।
8.
दिल के जज़्बात और जिगर के दर्द का सफ़र,
हमें अब खुद से ही उम्मीदें टूटने लगी हैं।
9.
तेरा नाम जुबां से निकलते ही जिगर सिहर जाता है,
यादों का साया दिल में हर पल ढल जाता है।
10.
जिगर में बस गए हैं वो यादों के अफसाने,
दिल की किताब को छेड़े बिना रह नहीं पाते।
11.
जिगर का दर्द आकर दिल को समझाता है,
मोहब्बत कभी आसान नहीं होती, ये खुदा बताता है।
12.
दिल और जिगर के बीच ये फासला बड़ा है,
मोहब्बत का ताज महल हमेशा तिनका तिनका बना है।
13.
जिगर की चोटें कभी भर नहीं पातीं,
दिल की धड़कनें हर दर्द को झेलती जाती हैं।
14.
चाहे लाख कह लूँ, दिल जिगर की बातें,
वो क्या समझेगा जो मोहब्बत से अनजान है।
15.
हमने जिगर से मोहब्बत की, पर उसने कुछ नहीं कहा,
अब दिल खामोशी से वो यादें और फिर से हमें तड़पा दिया।
चाहे लाख कह लूँ, दिल जिगर की बातें,
वो क्या समझेगा जो मोहब्बत से अनजान है।
15.
हमने जिगर से मोहब्बत की, पर उसने कुछ नहीं कहा,
अब दिल खामोशी से वो यादें और फिर से हमें तड़पा दिया।