नजाकत शायरी हिंदीमे/Nazakat Shayari in Hindi-नजाकत एक ऐसी खूबसूरती है जो किसी शख्स के व्यक्तित्व में बसी होती है। यह वह आभूषण है जो किसी महिला को अत्यधिक आकर्षक और मोहक बनाता है। नजाकत शायरी का उद्देश्य उस खूबसूरत एहसास को व्यक्त करना है, जो किसी प्रिय के भावनात्मक और शारीरिक आकर्षण को दर्शाती है। यह शायरी न सिर्फ प्रेम और आकर्षण, बल्कि दर्द और जुदाई की भी गहरी अभिव्यक्ति हो सकती है, जहां नजाकत से जुड़ी यादें एक साथ मिलकर दिल को छू जाती हैं। इस प्रकार की शायरी में नर्मियत, मोहब्बत, और एक मीठा सा दर्द समाहित होता है, जो दिल को बहुत गहरे तक छूता है।
नजाकत शायरी
वक्त की नजाकत शायरी
नजाकत शायरी रेख़्ता
नजाकत शायरी हिंदीमे/Nazakat Shayari in Hindi
1.
तेरे नाजुक कदमों की आवाज़, दिल की धड़कन है,
तेरी हर अदा, जैसे शबनम की बूँदें हैं।
Tere naajuk kadmon ki awaaz, dil ki dhadkan hai,
Teri har ada, jaise shabnam ki hain.
2.
तुझ में बसी है वो नजाकत, जो शब्दों में नहीं समाती,
तेरी यादों में खोकर, मैं अपने दर्द को भुलाती।
tujh mein basi hai wo naazakat, jo shabdon mein nahi samaati,
teri yaadon mein kho kar, main apne dard ko bhulati.
3.
वो हँसी तेरी, जैसे गुलाब का खिलना,
मेरे दिल को चुपके से अपनी तरफ खींच लाना।
Woh hansi teri, jaise gulaab ka khilna,
Mere dil ko chupke se apni taraf kheench lana.
4.
तू जब पास हो, तो सारा जहाँ खूबसूरत लगता है,
तेरी नजाकत में वो बात है, जो दिल को राहत देती है।
Tu jab paas ho, to saara jahan khoobsurat lagta hai,
Teri naazakat mein wo baat hai, jo dil ko raahat deti hai.
5.
तेरे चेहरे पर मुस्कान का जो असर है,
वो दिल की गहराई तक महसूस होता है।
Tere chehre par muskaan ka jo asar hai,
Woh dil ki gehraai tak mehsoos hota hai.
6.
नजाकत तुझमें कुछ ऐसी है,
दिलों को चुराने वाली, मासूमियत की परछाई है।
Naazakat tujh mein kuch aisi hai,
Dilon ko churaane waali, maasoomiyat ki parchhaai hai.
7.
तेरे बिना, हर पल जैसे एक खाली जगह हो,
तेरी नजाकत की यादें, मेरी धड़कनों में बस गई हों।
Tere bina, har pal jaise ek khaali jagah ho,
Teri naazakat ki yaadein, meri dhadkanon mein bas gayi hon.
8.
तू जब पास हो, दर्द भी हँसी में बदल जाता है,
तेरी नजाकत की हर अदा में, दिल की चुप्पी भी कह जाती है।
Tu jab paas ho, dard bhi hansi mein badal jaata hai,
Teri naazakat ki har ada mein, dil ki chuppi bhi keh jaati hai.
9.
तेरे नाज-नखरे, दिल के गहरे राज़ खोल देते हैं,
तू जो पास हो, तो आँखों में सारे ख्वाब झलकने लगते हैं।
Tere naaz-nakhre, dil ke gehre raaz khol dete hain,
Tu jo paas ho, to aankhon mein saare khwaab jhalakne lagte hain.
10.
तेरी हँसी में वो नजाकत है, जो दिल के दर्द को भी सुकून दे जाती है,
हर शब, तेरे ख्यालों में खोकर, मैं अपने अकेलेपन को भूल जाता हूँ।
Teri hansi mein wo naazakat hai, jo dil ke dard ko bhi sukoon de jaati hai,
Har shab, tere khyaalon mein kho kar, main apne akelapan ko bhool jaata hoon.
11.
तेरी नजाकत में एक खास बात है,
जो दिल को सुकून देती है, जैसे ठंडी हवा का झोंका हो।
12.
तेरे नज़रों में जो ख़ासियत है,
वो किसी और में कहाँ, तेरी हर अदा दिल को बस लेती है।
13.
तेरी नजाकत, तेरे दिल की मासूमियत को दर्शाती है,
वो नज़ाकत ही तो है, जो मेरी दुनिया को रोशन करती है।
14.
तेरी जुल्फों की एक लहर से,
दिल की धड़कनें रुक सी जाती हैं।
15.
तेरे चेहरे पर मुस्कान की जो नजाकत है,
वो किसी रूहानी जादू से कम नहीं लगती।
16.
तेरे नाज़-नखरे दिल को चुराते हैं,
तेरे प्यार की नजाकत हर बात में बयां होती है।
17.
तेरी बातों में वो नजाकत है,
जो दिल को अपना बना लेती है, बिना किसी प्रयास के।
18.
तेरे होंठों की मुस्कान, जैसे फूलों की महक,
वो नजाकत में बसी एक मोहब्बत की हसरत है।
19.
तेरे बिना, मेरी रातें अधूरी सी लगती हैं,
तेरी नजाकत में बसी हर रात चाँदनी सी नज़र आती है।
20.
तेरी नजाकत में वो जादू है, जो दिल की दुनिया बदल देता है,
तेरी हँसी के हर पल में छुपा दर्द भी ख़ुशी में बदल जाता है।
वक्त की नजाकत शायरी
21.
वक्त की नजाकत को समझना है तो,
ज़िंदगी के हर पल को जीने का तरीका सीख लो
Waqt ki naazakat ko samjhna hai toh,
Zindagi ke har pal ko jeene ka tareeka seekh lo
22.
वक्त की नजाकत भी कुछ अजीब है,
हमारे पास होते हुए भी दूर है।
Waqt ki naazakat bhi kuch ajeeb hai,
Kabhi humare paas hote hue bhi door sa lagta hai.
23.
वक्त के साथ नजाकत का खेल चलता है,
जो कल था पास, वो आज दूर सा लगता है।
Waqt ke saath naazakat ka khel chalta hai,
Jo kal tha paas, wo aaj door sa lagta hai.
24.
वक्त के इस खूबसूरत सफर में,
नजाकत से समझ जाना, हर खुशी कितनी अहम है।
Waqt ke is khoobsurat safar mein,
Naazakat se samajh jaana, har khushi kitni ahem hai.
25.
कभी वक्त की नजाकत से मुंह मोड़ लेते हैं,
लेकिन, वक्त के जाने के बाद सब कुछ सिखा देती है।
Kabhi waqt ki naazakat se munh mod lete hain,
Lekin, waqt ke jaane ke baad sab kuch sikha deti hai.
26.
वक्त की नजाकत में बसी है,
हमारे सारे रिश्तों की सच्चाई।
Waqt ki naazakat mein basi hai,
Hamare saare rishton ki sachchai.
27.
वक्त की नजाकत से एक सीख मिली है,
जितनी कीमती चीज़ें हैं, उतनी ही आसानी से खो भी जाती हैं।
Waqt ki naazakat se ek seekh mili hai,
Jitni keemti cheezein hain, utni hi aasani se kho bhi jaati hain.
28.
वक्त की नजाकत को कभी नजरअंदाज मत करना,
क्योंकि वक्त कभी लौट कर नहीं आता।
Waqt ki naazakat ko kabhi nazarandaaz mat karna,
Kyunki wahi waqt baad mein, kabhi laut kar nahi aata.
29.
वक्त की नजाकत में बसी है हर एक मुलाकात,
जिसे खोने का डर हमें हमेशा रहता है।
Waqt ki naazakat mein basi hai har ek mulaqat,
Jise khone ka dar humein hamesha rehta hai.
30.
वक्त की नजाकत से सिखा है मैंने,
जो खो जाता है, वही हमेशा याद आता है।
Waqt ki naazakat se sikha hai maine,
Jo kho jaata hai, wahi hamesha yaad aata hai.
31.
वक्त की नजाकत, सब कुछ बदल देती है,
जो कभी पास था, वो अब दूर सा लगता है।
32.
वक्त की नजाकत में कई राज़ छुपे होते हैं,
जो हमें वक्त गुजरने पर ही समझ में आते हैं।
33.
वक्त की नजाकत यही कहती है,
जिसे हम आज अनमोल समझते हैं, वही कल बेमोल हो जाता है।
34.
वक्त की नजाकत हमें सिखाती है,
कैसे कुछ खोने पर दिल में खालीपन भर जाता है।
35.
वक्त कभी किसी का नहीं होता,
लेकिन उसकी नजाकत से हर एक की जिंदगी में रंग भर जाता है।
36.
वक्त की नजाकत को अगर समझ लिया,
तो फिर कोई भी मुश्किल आसान हो जाती है।
37.
वक्त की नजाकत में इतनी ताकत है,
कि वो हमें बदलकर एक नई पहचान दे देता है।
38.
वक्त के साथ कुछ चीज़ें इतनी नाजुक हो जाती हैं,
कि उन्हें फिर से जोड़ने की कोशिश भी व्यर्थ होती है।
39.
वक्त की नजाकत हर किसी को एहसास कराती है,
कि खोने से पहले हमें हर चीज़ की कीमत समझनी चाहिए।
40.
वक्त की नजाकत में कुछ खास बातें छुपी रहती हैं,
जो हमें वक्त बीतने के बाद ही नजर आती हैं।
41.
वक्त की नजाकत और मोहब्बत दोनों एक जैसी होती हैं,
कभी पास होती हैं, तो कभी बहुत दूर चली जाती हैं।
42.
वक्त की नजाकत से दिल की राहें बदल जाती हैं,
जो कभी हमारी थीं, वो अब किसी और की हो जाती हैं।
43.
वक्त की नजाकत से समझ में आता है,
जो खो जाता है, उसकी यादें कभी धुंधली नहीं होती।
44.
वक्त की नजाकत का असर हर दिल पर होता है,
यह धीरे-धीरे हमें अपनी हकीकत से मिलाता है।
45.
वक्त की नजाकत का अहसास तब होता है,
जब वो हमें छोड़कर बहुत दूर चला जाता है।
46.
वक्त की नजाकत कभी न खोना,
क्योंकि जब यह गुजर जाता है, तो बहुत कुछ पीछे छूट जाता है।
47.
वक्त की नजाकत में कोई कसर नहीं होती,
यह हमें सिखाती है कि हर घड़ी की अहमियत कितनी होती है।
48.
वक्त की नजाकत से समझ में आता है,
जो हमें मिला था, वो कभी हमारा नहीं था।
49.
वक्त की नजाकत में बसी है वो बातें,
जो हम कभी नहीं कहते, लेकिन दिल से महसूस करते हैं।
50.
वक्त की नजाकत हमें यही सिखाती है,
हर पल की कीमत समझो, क्योंकि वो पल फिर वापस नहीं आता।
51.
वक्त की नजाकत का कोई हल नहीं होता,
जो जाता है, वो फिर कभी लौट कर नहीं आता।
52.
वक्त की नजाकत में छुपा एक गहरा राज़ है,
जो हमें केवल बीते समय में ही दिखाई देता है।
53.
वक्त की नजाकत में हमने कुछ खो दिया,
लेकिन उसे खोने के बाद ही उसकी अहमियत समझी।
54.
वक्त की नजाकत का असर अक्सर देर से दिखता है,
जो आज हमें हल्का लगता है, वही कल दिल में गहरी चोट देता है।
55.
वक्त की नजाकत समझने का वक्त अब नहीं मिला,
जिंदगी से बहुत कुछ वो वक्त ले गया, जो कभी हमारा था।
56.
वक्त की नजाकत में इतनी शक्ति है,
वो हमें अपनी आदतें, अपने रिश्ते और अपनी पहचान बदलने पर मजबूर कर देता है।
57.
वक्त की नजाकत ने हमें यही सिखाया है,
जो खो गया, वही सच्चा था और जो पाया, वो झूठा था।
58.
वक्त की नजाकत में बसी है कई यादें,
जो कभी खुशी देती थीं, और कभी ग़म में डुबो देती हैं।
59.
वक्त की नजाकत में हम सिखते हैं,
कि हर चीज़ का सही समय होता है, और जब वो सही समय गुजर जाता है, तो फिर कुछ भी नहीं बचता।
60.
वक्त की नजाकत में जो छुपा होता है,
वो कभी आसानी से समझ में नहीं आता, पर जब यह समझ आता है, तो दिल को सुकून मिल जाता है।