वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी » Dard E Jazbaat वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

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वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी-आज की इस पोस्ट में हम वफ़ा और बेवफ़ाई के जज्बातों को बयां करती शायरी का संग्रह पेश कर रहे हैं। यहाँ आपको ऐसी शायरी मिलेगी जो दिल को छू जाने वाली हो, जो वफ़ा और बेवफ़ाई की गहराइयों को बारीकी से छू सके। हर शेर एक अलग अहसास को व्यक्त करता है और आपके दिल को गहराई से छूने का दावा करता है।हमेशा की तरह ये शायरी आपके दिल को छू जाएंगी यही उम्मीद है

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वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी
वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

1.
तेरी वफ़ा का आशियाना था दिल,
अब बेवफ़ाई ने तोड़ा वो सिलसिला।
न ग़म है, न शिकवा, बस यहीउम्मीद,
वफ़ा की राह पर सच्ची मोहबत्त मिल जाए कहीं।

वफ़ा की उम्मीद और बेवफ़ाई की सच्चाई

2.
दिल से दिल की बात न रही अब कहीं,
वफ़ा की मिठास खो गई बेवफ़ाई के रंग में।
परछाइयों में ढूंढते रहे उन लम्हों को,
जो एक वक़्त थे हमारे, पनाहों में

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी
वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

वफ़ा की मिठास और बेवफ़ाई का जख्म

3.
बेवफ़ाई के दर्द ने दिल को बिखेरा,
वफ़ा की चांदनी को अंधेरे ने घेरा।
साथ चलने का वादा था तुझसे कभी,
अब वो वादा भी है अधूरा है तेरा।

वादा और बेवफ़ाई

4.
वफ़ा की प्यास अब भी तुझसे है,
तेरी बेवफ़ाई की बारिश में भीगते रहे।
दिल के जख्मों को छुपा नहीं सकते,
वफ़ा की उम्मीद में जीते रहे।

वफ़ा के बदले बेवफ़ाई

5.
तेरे बिना जिन्दगी का सफर अधूरा लगता है,
वफ़ा की हर बात अब बेवफ़ाई लगती है।
चाहे कितना भी समझाऊं खुद को,
तेरे बिना ये दिल बेजार सा लगता है।

बेवफ़ाई की वजह

6.
वफ़ा की राह पर अब बेवफ़ाई इनाम है,
सपनों के महल में जिस्म की भूख है।
दिल में जो धड़कनें थीं कभी तेरी,
अब ]इस दिल में बिरानी का पहरा है

वफ़ा की राह

7.
तू ही वो वफ़ा थी, जिसे हम चाहते थे,
तेरी बेवफ़ाई ने हमें बर्बाद किया।
दिल के आँगन में अब खालीपन है,
सपनों की दुनिया अब खंडहर बन गई।

वफ़ा की पहचान और बेवफ़ाई का दुख।

8.
वफ़ा की उम्मीद की लों जलती है,
पर बेवफ़ाई की रातें उसे ढक लेती हैं।
दिल की गहराई में बस यही सवाल है,
क्यों तुझसे वफ़ा की उम्मीद में जिन्दा हैं

वफ़ा और बेवफ़ाई

9.
वफ़ा की चाहत अब भी दिल में बसी है,
बेवफ़ाई की सच्चाई ने दिल तोड़ दिया है।
हर लम्हा तुझ संग गुज़रे यादों का हिस्सा है,
पर तेरी बेवफ़ाई ने सुकून छिना है

वफ़ा की याद

10.
तेरे वफ़ा के की उम्मीद में जिन्दा हैं,
बेवफ़ाई के गम ने दिल तोड़ दिया है।
दिल की वीरानी में तू अब तक है,
वफ़ा की दौलत को बेवफ़ाई ने चुरा लिया है।

वफ़ा की चमक और बेवफ़ाई की धुंध।

11.
तेरी बेवफ़ाई की की चाह में,
वफ़ा के फुल बिखर गए हैं।
दिल की धड़कनअब भी तुझे ढूंढती हैं,
पर बेवफ़ाई की ने हमको बदल दिया है।

बेवफ़ाई का असर और वफ़ा

12.
वफ़ा की किरण दिल में छुपी हैं,
बेवफ़ाई ने इन्हें धुंधला किया है।
तेरे बिना हर खुशी अधूरी सी है,
तेरे वफ़ा की यादें दर्द से भरी हैं।

वफ़ा की यादें और बेवफ़ाई का दर्द।

13.
दिल की धड़कन में वफ़ा की उम्मीद है,
बेवफ़ाई के ख्याल ने इसे तोड़ दिया है।
तुझसे मिले वादे अब भी याद हैं,
तेरी बेवफ़ाई ने सब बेरंग कर दिया है।

वफ़ा की उम्मीद और बेवफ़ाई का असर।

14.
वफ़ा की राह पर हर कदम है तेरा,चाहिए था
बेवफ़ाई की आंधी में सब बर्बाद हुआ ।
दिल की गहराई में बस तेरा ही नाम है,
बेवफ़ाई ने मोहबत्त को अधूरी दास्तान बना दिया है।

वफ़ा का रास्ता

15.
तेरे बिना दिल का कोना सूना है,
वफ़ा की यादें अब भी दिल के नज़दीक हैं।
बेवफ़ाई ने छीन लि है हर खुशी,
अब बसयादें ही दिल के पास हैं।

वफ़ा की यादें और बेवफ़ाई का सूना दिल।

16.
वफ़ा की क़ीमत अब समझ आई,
बेवफ़ाई की सज़ा ने हमें रुलाया
दिल की खाली किताब पर अब भी तेरा नाम है,
पर बेवफ़ाई के घाव ने इसे छीन लिया है।

वफ़ा की क़ीमत और बेवफ़ाई की सज़ा।

17.
वफ़ा की आहात अब भी सुनाई देती है,
बेवफ़ाई की ने उसे छुपा दिया है।
दिल की हर धड़कन में बस तेरा ही नाम है,
पर बेवफ़ाई इसे मिटा रही है।

वफ़ा की लोरी

18.
तेरी वफ़ा अब भी दिल में हैं,
बेवफ़ाई की रातें उन्हें ढक लेती हैं।
हर ख्वाब अब भी तुझसे जुड़ा है,
पर बेवफ़ाई ने ख्वाब तोड़ा है।

वफ़ा के साए और बेवफ़ाई की रातें।

19.
वफ़ा की राह पर अब भी तेरे जख्मों के निशान हैं,
बेवफ़ाई के जख्मों ने उन्हें तोड़ दिया है।
दिल की धड़कन में तेरा ही नाम है,
पर बेवफ़ाई ने दिल तोड़ दिया है।

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी
वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

वफ़ा के निशान और बेवफ़ाई की धुंध।

20.
तेरे बिना दिल की हर धड़कन बेजान है,
वफ़ा की यादें अब भी तुझसे जुड़ी हैं।
बेवफ़ाई की राह ने सब कुछ बदल दिया,
अब दिल की गहराई में बस तुझसे मिली यादें हैं।

दिल की बेजान धड़कन और वफ़ा की यादें।

21.
वफ़ा की निशानियों को अब बेवफ़ाई ने छुपाया,
दिल के हर कोने में बस तेरा ही साया था।
तुझसे मिली यादें अब भी दिल में बसती हैं,
पर बेवफ़ाई के बाद सब कुछ धुंधला हो गया है।

वफ़ा की निशानियाँ और बेवफ़ाई की छुपाई।

22.
वफ़ा की चिंगारी अब भी दिल में जलती है,
बेवफ़ाई की ठंडी हवाओं ने इसे बुझाया।
हर लम्हा तुझसे जुड़ा था, पर अब वही लम्हे,
बेवफ़ाई के गहरे अंधेरों में खो गए हैं।

वफ़ा की चिंगारी और बेवफ़ाई की हवाएँ।

23.
तेरे वफ़ा का सफर अब अधूरा है,
बेवफ़ाई की रातें तुझसे ही जुड़ी हैं।
दिल की राह पर अब बस तेरा ही नाम है,
पर बेवफ़ाई ने उसे अंधेरे में ढक लिया है।

वफ़ा का अधूरा सफर और बेवफ़ाई की रातें।

24.
वफ़ा की उम्मीद अब भी दिल में छुपी है,
बेवफ़ाई की सच्चाई ने इसे मटियामेट किया।
तेरे बिना हर पल अधूरा सा लगता है,
वफ़ा की चिंगारी अब भी

25.
दिल की हर धड़कन में था तेरा नाम,
वफ़ा की राह पर रखा था मेरा क़दम।
बेवफ़ाई की सूरत जब सामने आई,
दिल के आईने में अब बस है धुंधलापन।

वफ़ा की राह पर चले दिल का बेवफ़ाई से सामना।

26.
वफ़ा के नाम पर किया तुझसे इकरार,
बेवफ़ाई ने दिल को दिया बस ग़म का वार।
तू ही था जो मेरा सब कुछ था,
अब दिल तन्हा है, तेरे इंतज़ार का शिकार।

वफ़ा की कसमें और बेवफ़ाई का वार।

27.
तेरे हर वादे पर हमने किया यकीन,
दिल में बसाया तुझे अपना मसीह।
बेवफ़ाई ने हर सपना तोड़ दिया,
अब दिल में बचा बस दर्द और हसीं।

दिल की उम्मीदें और बेवफ़ाई की चोट।

28.
तेरी वफ़ा का था दिल में बसेरा,
पर बेवफ़ाई ने उसे कर दिया अंधेरा।
अब हर ख्वाब धुंधला है तेरे बिना,
दिल की दुनिया में छाया है सन्नाटा घना।

वफ़ा का बसेरा और बेवफ़ाई का अंधेरा।

29.
वफ़ा का सागर था जो दिल में भरा,
बेवफ़ाई की हवा ने सब कुछ उड़ा दिया।
अब दिल की किश्ती बेगानी है,
इस समंदर में बस तेरा ही नाम रह गया।

वफ़ा के सागर और बेवफ़ाई की हवा का जिक्र।

30.
दिल की गहराई में था तेरा ख्वाब,
वफ़ा की राह पर चला था हर सवाल।
बेवफ़ाई ने सब कुछ बदल दिया,
अब दिल में सिर्फ तेरा ही जवाब है हलाल।

वफ़ा की राह और बेवफ़ाई की उलझन।

31.
तेरी वफ़ा का था हमपे ऐतबार,
दिल ने किया तुझसे सच्चा इज़हार।
बेवफ़ाई की दास्तान ने सब कुछ मिटाया,
अब दिल में बसता है दर्द का संसार।

वफ़ा का ऐतबार और बेवफ़ाई का दर्द।

32.
वफ़ा की राह पर जब चले थे हम,
दिल में थी तेरे प्यार की कसमें।
बेवफ़ाई की ठोकर से सब कुछ बिखरा,
अब दिल में बस है ग़म की राहें।

वफ़ा की राह और बेवफ़ाई की ठोकर।

33.
तेरे प्यार की वफ़ा ने दिल को सजाया,
हर लम्हा तुझसे गुज़रा था सुहाना।
बेवफ़ाई की खबर जब दिल तक आई,
हर खुशी अब है वीराना।

वफ़ा का प्यार और बेवफ़ाई का वीराना।

34.
वफ़ा की उम्मीद में दिल ने किया था इंतज़ार,
हर घड़ी तुझसे मिलने का था ख़ुमार।
बेवफ़ाई ने तोड़ा हर सपना मेरा,
अब दिल में बसते हैं आंसू हर बार।

वफ़ा की उम्मीद और बेवफ़ाई की चोट

35.
दिल की गहराई में तेरा नाम था लिखा,
वफ़ा के रिश्ते ने इसे और पक्का किया।
बेवफ़ाई ने जब इसे मिटाने की कोशिश की,
अब दिल पर बस दर्द का दस्तक दिया।

वफ़ा का रिश्ता और बेवफ़ाई की चोट।

36.
तेरी वफ़ा का था दिल से इंतज़ार,
पर बेवफ़ाई ने उसे दिया करार।
अब दिल के आंगन में है बस सूनी शाम,
तू बन गया है हर लम्हे का सवाल।

वफ़ा का इंतज़ार और बेवफ़ाई का करार।

37.
तेरे प्यार की मिठास थी हर लम्हा,
दिल ने किया तुझसे वफ़ा का वादा।
बेवफ़ाई ने जब दरवाज़ा खटखटाया,
हर खुशी अब धुंध में खोया पाया।

वफ़ा का वादा और बेवफ़ाई का असर।

38.
वफ़ा की बातें दिल से कही थीं हमने,
तेरी हर हंसी में खोए थे हम।
बेवफ़ाई की साजिश ने सब कुछ छीना,
अब दिल में है सिर्फ यादों का गम।

वफ़ा की बातें और बेवफ़ाई का गम।

39.
दिल के दरवाज़े पर थी तेरी तस्वीर,
वफ़ा की कसमें थीं उसपे लिखी।
बेवफ़ाई ने जब इसे तोड़ डाला,
अब दिल में बस है खामोशी की नदी।

वफ़ा की कसमें और बेवफ़ाई का सन्नाटा।

40.
तेरे प्यार की वफ़ा ने दिल को जीता,
हर धड़कन तुझसे ही जुड़ी थी प्यारी।
बेवफ़ाई की ठंडी हवाओं ने सब कुछ छीना,
अब दिल है सूना और आँखें हैं भारी।

वफ़ा का प्यार और बेवफ़ाई का सूनापन।

41.
दिल की गहराई में तेरा नाम था बसा,
वफ़ा की राह में तुझसे धोखा मिला
बेवफ़ाई ने इसे दिल का चैन छिना
दिल में बचा है एकअधूरा प्यार का सपना।

वफ़ा का किस्सा

42.
तेरी वफ़ा की उम्नेमीद ने दिल तोड़ दिया
हमने तुझे प्यार का ताज पहनाया
मोहब्ब में बेवफाई ने सब कुछ मिटाया,
अब दिल में है बस तेरे धोखे का साया।

वफ़ा की कसमें और बेवफ़ाई का धोखा।

43.
वफ़ा की कहानियाँ अब भी दिल में हैं,
तेरी बेवफ़ाई ने उन्हें तोड़ा है
अब हर पल तुझसे जुड़ा है,
पर दिल में तेरे झूठ का साया है।

वफ़ा की कहानियाँ और बेवफ़ाई की सच्चाई।

44.
तेरी वफ़ा का हर रंग था दिल में बसा,
तुझसे जुड़े थे हर ख्वाब के जज़्बात।
बेवफ़ाई की कहानियों ने सब कुछ बदला,
अब दिल में बसते हैं तन्हाई के हालात।

वफ़ा के रंग और बेवफ़ाई के हालात।

45.
वफ़ा की राह पर जब हमने क़दम रखा,
तेरी हंसी में खोए थे हम सदा।
बेवफ़ाई की आंधी ने सब कुछ मिटाया,
अब दिल में बचा है बस सन्नाटा।

वफ़ा की राह और बेवफ़ाई का सन्नाटा।

46.
दिल की धड़कन में बसी थी तेरी याद,
वफ़ा की चाह में किया तुझसे प्यार का इज़हार।
बेवफ़ाई ने जब इसे बदल दिया,
अब दिल को है अकेलेपन से प्यार।

वफ़ा का इज़हार और बेवफ़ाई की बदलाहट।

47.
तेरे हर वादे पर किया हमने यकीन,
दिल में बसाया तुझे तेरी वफा पर था यकीन
बेवफ़ाई की आग ने इसे जला दिया,
मुझे दुनिया में तन्हा किया

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी
वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी


बेवफ़ाई का असर।

48.
वफ़ा की आस अब भी दिल में है,
तेरी बेवफ़ाई दिल तोड़ दिया।है
अब दिल मेंख़ालीपन है

वफ़ा की कहानी और बेवफ़ाई

49.
तेरे प्यार और वफ़ा थी दिल का सरमाया,
हर ख्वाब तुझसे ही जुड़ा था।
बेवफ़ाई की सर्द हवाओं ने इसे छीना,
अब दिल में बस है गहरा साया।

वफ़ा का सरमाया और बेवफ़ाई का साया।

50.
दिल की गहराई में था तेरा प्यार बसा,
वफ़ा की राह पर था हर सपना तुझसे जुड़ा।
बेवफ़ाई की आंधी ने इसे तोड़ा,
अब दिल में है बस सूनी राहों तन्हा है खड़ा

वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी
वफ़ा और बेवफ़ाई पर दिल को छू जाने वाली शायरी

दिलकोछूजानेवाली_शायरी

51

तुझसे मिलकर हुआ यकी
मैं अधूरा था पहले कभी।

दिलकोछूजानेवाली_शायरी
दिलकोछूजानेवाली_शायरी

52

तेरे बिना जीना अब मुश्किल है,
हालात कहते हैं तुझे पाना नामुमकिन है

53

तेरी हंसी में है मेरी खुशियाँ
तुझमें है मेरी पूरी दुनियां

54

तू पास हो तो बहारों का मौसम है,
तू दूर हो तो वीरानी आलम है।

56

दिल ने तुझसे वफा की उम्मीद रखी,
तेरा दिल था पत्थर तू बेवफा निकली

57

तेरे बिना हर खुशी अधूरी है,
दिल की धड़कन को तू जरूरी है।

58

तू मिले तो ज़िंदगी हो जाए हसीन,
तेरे बिना ये दिल उदास, गमगीन।

59

तेरे बिना मेरा दिल कहाँ चैन पाता,है
हर वक्त तुझे याद करता, है

60

प्यार में धोखा मिला, किसी से क्या गिला
खतामेरी थी जो तेरा ऐतबार किया।

61

तेरे बिना तो सारा जहाँ सूना लगे,
दिल को हर पल तेरा ही नशा चढ़े।

62

दिल कहे कि तुझसे बस प्यार ही हो,
तेरे बिना ये जीवन बेकार ही हो।

63

तुझसे मिलने की उम्मीद रखी है,
दिल में बस तेरा ख्वाब रखा है।

64

दिल की बातों को अनसुना न कर,
दर्द दिया तूने मेरी चाहत को ठुकरा कर।

65

तेरे बिना दिल का हाल कैसे कहूँ,
बता तेरे बिना जिन्दा केसे रहूँ

66

तू जहाँ हो, वहीं दिल मेरा रहता है,
तेरे बिना ये सफर अधूरा सा लगता है।

67

दिल की धड़कन तुझसे है,
तू ही मेरी दुआओं में है।

68

तू है जहाँ, वहीं मेरी दिल की बस्ती है,
तेरे बिना ये दुनिया बिन मांझी की कश्ती है।

69

दिल की बातें समझ न पाया तू,
तेरे बिना ये दिल तनहा, है

70

तेरे बिना कुछ भी नहीं अच्छा लगता,
दिल अब सिर्फ तुझे ही ढूंढता

71

तू हो पास तो दिल बहल जाता है,
तेरे बिना ये दिल तन्हा हो जाता है।

#प्यार_और_बेवफ़ाई

72

दिल ने चाहा था तुझे बेइंतहा,
तूने चुनी बेवफ़ाई की राह।

#प्यार_और_बेवफ़ाई
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७३

वफ़ा की उम्मीद थी तुझसे हमको,
पर तूने तोड़ा बेदर्दी से हमको।

74

तेरी आँखों में बसते थे ख्वाब मेरे,
अब उन ख्वाबों में छलकते हैं आंसू मेरे

75

प्यार किया था तुझसे सच्चा,
पर तूने किया बेवफ़ाई का धोखा

74

दिल की लगी को समझ न पाया,
बेवफ़ा बनकर तू दिल से जुदा हो गया।

75

वफ़ा का नाम लेते थे जो कभी,
आज वही कर गए दिल को खाली।

76

तेरी हंसी में छिपी थी ख़ुशी मेरी,
अब तेरे दर्द में खो गई जिंदगी मेरी।

77

प्यार में हार गए हम,
बेवफ़ाई में जीत गए तुम।

78

दिल की बातें छुपा गए,
बेवफ़ा बनकर मुस्कुरा गए।

79

वफ़ा का ग़ुरूर किया था तुझपे,
पर तूने दिखाया बेवफ़ाई का चेहरा अपने।

80

रातों में जगते थे तेरे ख्यालों में,
अब बेवफ़ाई के सपनों में खो जाते हैं।

#प्यार_और_बेवफ़ाई
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81

तूने कहा था साथ न छोड़ेंगे,
पर बेवफ़ाई में हमें रुला गए।

82

तुझसे दिल की लगन थी,
और तुझे सिर्फ बेवफ़ाई की चाहत थी।

83

दिल को बहलाया था तेरी बातों से,
अब जलता है तेरी बेवफ़ाई के हाथों से।

84

तू कहता था वफ़ा की बातें,
पर दिल में छिपी थी बेवफ़ाई की रातें।

85

वफ़ा की राहों में था एक मोड़,
जहाँ बेवफ़ाई ने तेरा दिल तोड़ दिया।

86

दिल ने चाहा था बस तुझको,
तूने बेवफ़ाई से दूर किया मुझको।

#प्यार_और_बेवफ़ाई
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87

वफ़ा की मूरत समझे थे तुझको,
पर तूने बेवफ़ाई से गिराया मुझको।

88

प्यार की लहरों में डूब गए थे,
पर बेवफ़ाई की आग में जल गए थे।

89

दिल के टुकड़े कर गए,
बेवफ़ा होकर हमें छोड़ गए।

#इश्क़_की_शायरी

#इश्क़_की_शायरी
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90

दिल से निकली दुआ है ये, तेरा साथ मिले हर लम्हा
तेरी मोहब्बत से सजते रहें, मेरे इश्क़ का लम्हा

91

तुझसे मिलकर जाना हमने, क्या होता हैसच्चा प्यार,
तेरी मुस्कान से बसा है दिल में प्यार बेशुमार

92

इश्क़ का ये रंग प्यारा, जो दिलों को रंग देता है,
दिल की बात कहने का अंदाज़ सिखा देता है

#इश्क़_की_शायरी
#इश्क़_की_शायरी

93

दिल के हर कोने में बसा है, तेरा नाम सुहाना,
इश्क़ का ये सफर है, जो न कभी थमा न हारा।

94

तेरी यादों में खो जाता हूँ, जैसे कोई ख्वाब हो,
इश्क़ की ये मस्ती ऐसी, जैसे दिल का कोई शरार हो।

95

तू मेरा और मैं तेरा, ये वादा हर जन्म का है,
इश्क़ की ये राह है वो, जिसमें हर पल का मज़ा है।

96

दिल से दिल की ये दूरी, एक दिन जरूर मिट जाएगी,
इश्क़ की इस मोहब्बत से, दुनिया भी झुक जाएगी।

97

तेरी निगाहों से मिलती है, मेरी धड़कनों को रफ्तार,
इश्क़ की ये बाजी हम जीतेंगे, चाहे हो कितनी भी हार।

98

दिल में छुपा है जो तूफ़ान, उसे बयां करना है मुश्किल,
इश्क़ की ये राहें हमेशा, होती हैं सबसे मुश्किल।

99

तेरी चाहत में खोकर, दुनिया को भुला दिया,
इश्क़ की इस दास्तां को, हमने खुदा बना दिया।

100

दिल से दिल की दूरी को, कैसे मिटा पाऊं मैं,
तेरी मोहब्बत का रंग, कैसे दिखा पाऊं मैं।

101

इश्क़ का ये आलम है, हर पल बस तुझसे है,
तेरी हंसी की खनक में, मेरी ज़िन्दगी बसती है।

102

तेरी सांसों की खुशबू में, मेरा हर ख्वाब सजे,
इश्क़ की इस दुनिया में, मेरे दिल का हर राज़ बहे।

103

तू मिले तो जैसे कोई चांद, दिल की रातों में,
तेरी हर एक बात है, मेरे दिल की बारातों में।

104

तेरी हंसी की झलक में, जैसे कोई सवेरा हो,
इश्क़ का ये ख्वाब मेरा, बस तुझी से पूरा हो।

105

दिल की आवाज़, अब छुपाई नहीं जाती,
इश्क़ की इस राह में, मंज़िल नज़र नहीं आती।

#इश्क़_की_शायरी
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106

तेरी नजरों में छुपा है, इश्क़ का कोई पैग़ाम,
दिल में छुपा के रखा है, बस तेरा ही नाम।

107

दिल की बात को, अब लफ़्ज़ों में कैसे कहूँ,
इश्क़ की ये कहानी, अब ख़ामोशी में बयाँ करूँ।

108

तेरे साथ बिताए लम्हे, दिल में बसा कर रखूंगा,
इश्क़ की इस दास्तां को, सदियों तक जिंदा रखूंगा।

#इश्क़_की_शायरी
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109

तू है मेरे ख्वाबों की, वो हसीन तस्वीर,
इश्क़ का ये सफर है, और तू मेरी तक़दीर।

#हिंदी_शायरी

110

दिल में, बसा के रखा है तेरा ही नाम ,
इश्क़ का भेज कोई प्यारा पैग़ाम

#इश्क़_की_शायरी
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111

तेरे बिना अधूरी है, ये जिंदगी की राहें,
इश्क़ का ये फसाना है, जो सुनाता रहे दिल की बातें।

112

तेरे बिना ये जिंदगी, जैसे कोई अधूरी किताब,
इश्क़ की हर सतर में, बस तेरा ही ख्वाब।

113

तेरी हंसी से रोशन है, मेरे दिल का हर कोना,
इश्क़ की इस दुनिया में, तू है मेरा सपना सोना।

114

तेरी बातों का जादू, दिल को बहलाता है,
इश्क़ का ये जाम, हर घड़ी में छलकता है।

115

तू है वो चांद जो, हर रात में चमकता है,
फखत तेरे दीदार से दिल बहलता है

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116

तेरी मोहब्बत का जादू, दिल को हर पल सता रहा है,
इश्क़ का ये सफर है, जो मुझे हर कदम बढ़ा रहा है।

117

तेरी आंखों में बसी है, मेरी हर ख्वाहिश,
इश्क़ की इस दुनिया में, तुझसे ही है मेरी आशा।

118

तू है वो सितारा, जो हर रात में चमकता है,
इश्क़ की इस दुनिया में, तू ही सबसे प्यारा लगता है।

119

तेरे बिना ये जिंदगी, एक सूना रास्ता है,
इश्क़ का ये मंजर है, जो हर पल मेरा सहारा है।

120

दिल के हर धड़कन में, तेरा ही एहसास है,
इश्क़ की ये मिठास, जैसे कोई खास बात है।

121

तेरी मोहब्बत में, दिल का ये हाल है,
इश्क़ का ये मौसम, हमेशा मेरे साथ है।

122

तेरे बिना ये दुनिया, एक अधूरी कहानी है,
इश्क़ की ये रहनुमाई, बस तेरी ही दीवानी है।

123

तेरी आंखों में छुपा है, मेरे दिल का पैग़ाम,
इश्क़ की ये बात है, जो हर दिल को दे आराम।

124

दिल में बसी है तेरी तस्वीर, जैसे कोई खास ख्वाब,
इश्क़ का ये जादू है, जो दिल को रखता है आब।

125

तेरे साथ बिताए लम्हों को, कभी न भूल पाऊंगा,
इश्क़ की इस राह में, तुझे हर कदम पर याद करूंगा

#हिंदी_शायरी
#हिंदी_शायरी

126

तेरी मोहब्बत में खोकर, दुनिया को भूल जाता हूँ,
इश्क़ की इस हसीन दुनिया में, तुझसे मिलने की चाह रखता हूँ।

127

तेरी हंसी की चमक में, दिल का हर ख्वाब बसता है,
इश्क़ का ये सागर है, जो हर दिल में मचलता है।

128

दिल की गहराई में बसा है, तेरा ही नाम,
इश्क़ की इस दुनिया में, तू है मेरा अरमान।

129

तेरे बिना ये जिंदगी, जैसे कोई सूनी किताब,
इश्क की राह में दिल तुझ बिन बेताब

#हिंदी_शायरी
#हिंदी_शायरी

130

तेरी आंखों में दिखती है, मेरे दिल की हर ख्वाहिश,
इश्क़ की ये कहानी, तेरे बिना अधूरी सी लगती है।

132

तेरे साथ बिताए लम्हों को, कभी भूल नहीं पाऊंगा,
इश्क़ की इस राह में, तुझे हमेशा पाऊंगा।

133

दिल की धड़कनों में छुपा है, तेरे प्यार का एहसास,
इश्क़ की इस राह में, तू है मेरे दिल का खास।

134

तेरी मोहब्बत में खोकर, दिल का ये हाल है,
इश्क़ की इस दुनिया में, तेरा ही ख्याल है।

135

तेरी हंसी की चमक में, दिल का हर ख्वाब बसता है,
इश्क़ का ये सागर है, जो हर दिल में मचलता है।

136

तेरे साथ बिताए लम्हों को, कभी न भूल पाऊंगा,
इश्क़ की इस राह में, तुझे हर कदम पर पाऊंगा।

137

दिल की गहराई में बसा है, तेरा ही नाम,
इश्क़ की इस दुनिया में, तू मेरा अरमान।

#हिंदी_शायरी
#हिंदी_शायरी

138

तेरे बिना ये दुनिया, जैसे कोई सूनी किताब,
इश्क़ की हर सतर में, तुझसे ही है मेरा हिसाब।

#दर्द_भरी_शायरी

139

हर साँस में इक दर्द छुपा होता है,
हंसते हुए भी दिल रोता होता है।
जाने क्यूँ सज़ा दी ज़िंदगी ने,
हर शख़्स यहाँ टूटा हुआ है।

#दर्द_भरी_शायरी
#दर्द_भरी_शायरी

140

दिल की आवाज़ों को नज़रंदाज़ किया,
हर ख्वाब को मैंने ख़ुद से दूर किया।
चाहा था जिसे, उसी ने तोड़ा,
फिर भी हर ग़म को मैंने कबूल किया।

141

गम की चादर ओढ़े हैं हम,
सपनों की बस्ती छोड़ें हैं हम।
ज़िंदगी से हर उम्मीद टूटी,
खुशियों के रास्ते मोड़े हैं हम।

142

क्यों तन्हाई में याद आती हो तुम,
क्यों हर पल दिल को तड़पाती हो तुम।
जाना ही था तो भूल जाते हमें,
क्यों हर रात रुलाती हो तुम।

143

हर आहट पे दिल तड़प जाता है,
तेरा नाम सुनते ही सब कुछ रुक जाता है।
इतनी दूर हो कर भी पास हो तुम,
इसलिए हर ग़म अब खास हो जाता है।

144

आँखों में आंसू, दिल में सवाल है,
जीने की आरज़ू, पर मौत का ख्याल है।
हर धड़कन में है तेरी कमी,
फिर भी ये दिल तुझसे बेहाल है।

145

ज़ख़्मों की दरिया में बहा हूँ मैं,
हर दर्द को अब सहा हूँ मैं।
तेरी यादों का क़ैदी बन गया हूँ,
पर तुझसे अब ख़ुद को बचा हूँ मैं।

146

तूफ़ानों से दोस्ती कर ली है,
अब दर्द की गहराई समझ ली है।
मुस्कुराते चेहरों के पीछे छुपी,
हर तन्हाई मैंने अब पढ़ ली है।

147

वो जो कह कर गए थे लौट आएंगे,
उन्हीं से अब फासले बढ़ गए हैं।
किसी को खोकर अब जाना हमने,
अजनबी से भी रिश्ते टूट जाते हैं।

148

दिल में दर्द है, पर जुबां खामोश है,
आँखें कहती हैं, पर दुनिया बेहोश है।
किसे सुनाएं अपने दिल का हाल,
यहाँ हर कोई अपने ग़मों में मदहोश है।

149

वो चेहरे पर नक़ाब लेकर आए,
झूठी वफाओं का हिसाब लेकर आए।
दिल के जख़्मों को और गहरा कर गए,
जब भी मुड़कर जवाब लेकर आए।

150

हर सुबह की किरण में अंधेरा ढूंढते हैं,
खुशियों के पीछे अब ग़मों को बुनते हैं।
ज़िंदगी से अब उम्मीदें नहीं बची,
क्योंकि अब सिर्फ़ जख़्मों को गिनते हैं।

151

चाँद से बातें किया करते थे,
दिल की हर ख्वाहिश कहा करते थे।
अब तन्हाई में खुद को खोया है,
ख़ुद से ही जुदा हुआ करते थे।

152

दिल में जो दर्द है, जुबां पर नहीं,
खुश हैं हम, ये हकीकत नहीं।
किसी के लिए खुद को इतना बदल दिया,
कि अब हम, हम नहीं।

153

तेरी बेवफाई का किस्सा पुराना है,
लेकिन दर्द अब भी नया सा है।
जिस दिल ने तुझसे मोहब्बत की थी,
वो अब भी तुझे भुलाने की कोशिश में लगा सा है।

154

दर्द को अब आदत सी हो गई,
हर ख़ुशी मुझसे जुदा हो गई।
जो दिल में थी कभी आरज़ू,
वो अब सिर्फ़ एक ख़ता हो गई।

155

तेरी राहों में इंतज़ार किया,
हर ग़म को अपने दिल से प्यार किया।
तूने जब छोड़ दिया मुझे तन्हा,
तो दर्द को ही अपना यार किया।

156

वो लम्हें जो कभी हमारे थे,
अब ग़ैरों के काफ़िले में जा रहे हैं।
दिल की चाहतें खो गईं कहीं,
हम अब सिर्फ़ ग़मों को गिन रहे हैं।

157

तूने मुझे ऐसे हालात में छोड़ा,
जहाँ ज़िंदगी ने भी मुझे तोड़ा।
अब हर ख़ुशी से दिल भर गया है,
तूफ़ानों से अब रिश्ता जोड़ा।

158

जख़्मों को अब हँसी में छुपा लेते हैं,
दर्द को अब हम अपना बना लेते हैं।
हर ग़म को दिल में बसा लिया है,
तूफ़ानों में अब घर बना लेते हैं।

159

दिल में कुछ टूटा था, एहसास नहीं हुआ,
जिंदगी से अब कोई ख़ास नहीं हुआ।
तूने जो दिया वो ग़म था सच्चा,
तेरे बिना अब कोई आस नहीं हुआ।

160

कहते हैं दर्द छुपाना आसान है,
पर हर आंसू का मतलब इम्तिहान है।
जिनसे हम बेइंतेहा मोहब्बत करते हैं,
वो ही हमारे हर ज़ख़्म की पहचान हैं।

161

हर रात तेरे ख्यालों में खो जाती हूँ,
तेरे नाम से अपनी नींदें खो जाती हूँ।
तूने जो दिया वो दर्द है अनमोल,
अब हर सुबह तेरे बिना जीने की कोशिश में बिताती हूँ।

162

दिल की दुनिया उजड़ी है तेरे बिना,
आँखों से हर ख्वाब टूटा है तेरे बिना।
जी रहे हैं फिर भी तुझसे दूर,
पर सांसों से हर पल रूठा है तेरे बिना।

163

हर आंसू में एक कहानी होती है,
दिल की हालत कुछ बयानी होती है।
जो हंस कर छुपा लेता है दर्द को,
वो ही तो सबसे ज्यादा परेशानी होती है।

164

रातों में नींद नहीं आती अब,
तेरे बिना दिल नहीं बहलता अब।
कितनी मोहब्बत की थी हमने,
अब वो मोहब्बत भी तन्हा लगती है अब।

165

दिल ने तुझे चाहा था दिल से,
पर तुमने दिल तोड़ा है हंस के।
अब तेरी यादों से ही जीते हैं हम,
तू लौटेगा नहीं ये मालूम है अब।

166

हर दिन तुझसे दूर जाना पड़ता है,
तेरे बिना हर रास्ता मुश्किल पड़ता है।
तेरे लौट आने की आस तो है,
पर हर इंतजार अब भारी पड़ता है।

167

तेरी यादों का बोझ अब उठता नहीं,
हर ख़ुशी में अब दिल लगता नहीं।
तेरे बिना अधूरा हूँ मैं,
अब कोई सपना मुझे सजता नहीं।

168

दिल की सदा तेरे लिए है,
ये तन्हाई भी तेरे लिए है।
तू लौट कर आएगा या नहीं,
पर ये इंतज़ार सिर्फ़ तेरे लिए है।

#वफ़ा_बेवफ़ाई_पर_शायरी

#वफ़ा_बेवफ़ाई_पर_शायरी
#वफ़ा_बेवफ़ाई_पर_शायरी

169

तेरी वफ़ा पे ऐतबार किया था,
दिल अपना तुझ पर निसार किया था।

170

वफ़ा के बदले बेवफ़ाई पाई है,
दिल से खेला तुमने, ये कैसी खुदाई है?

171

तेरी राहों में फूल बिछाए थे मैंने,
पर तूने बेवफाई से दिल तोड़ा है

172

वफ़ा की हर उम्मीद तुमसे लगाए बैठे थे,
पर तुमने बेवफाई का नया खेल खेला है।

173

वफ़ा के रंग से हमने तुझको सजाया था,
पर तूने बेवफाई का रंग दिखाया था।

174

तूने वफ़ा को जब बेवफ़ाई में बदला,
दिल ने दर्द को अपने सीने में रखा।

175

दिल का हर कोना तुझसे वफ़ा करता था,
पर बेवफ़ाई ने हर कोना छलनी किया।

176

वफ़ा की कीमत तुमने समझी नहीं,
बेवफ़ाई से दिल मेरा टूटा सही।

177

वफ़ा का सौदा किया दिल ने बेइंतहा,
पर बेवफ़ाई ने दी दिल को सज़ा।

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178

तेरे वादों में वफ़ा का ज़िक्र था,
पर हक़ीकत में तो बस बेवफ़ाई का असर था।

179

दिल को वफ़ा का पैग़ाम दिया था,
पर बेवफ़ाई ने सारा खेल बिगाड़ दिया।

180

तू बेवफ़ा निकला, कोई बात नहीं,
पर वफ़ा का मतलब दिल से मिटा नहीं।

181

वफ़ा की राहों में हमने सफर किया,
पर बेवफ़ाई ने हमें राह से भटका दिया।

182

दिल में वफ़ा थी, तेरी खातिर बहुत,
पर बेवफ़ाई ने उसे जलाया है रौशनी से भी ज्यादा।

183

तूने किया वादा, पर वफ़ा नहीं निभाई,
बेवफ़ाई की राह पर चलने की कसम खाई।

184

दिल ने वफ़ा की परछाईं में तुझसे मोहब्बत की,
पर तेरी बेवफ़ाई ने उसकी हर हसरत बुझा दी।

185

वफ़ा के दर पर खड़े थे हम उम्मीद से,
पर बेवफ़ाई ने सब हसीन ख्वाबों को चूर कर दिया।

186

तेरे वादों ने दिल को दी थी राहत,
पर तेरी बेवफ़ाई ने दी जख्मों की बरसात।

187

दिल ने तेरी वफ़ा पर यकीन किया,
पर तेरी बेवफ़ाई ने सब कुछ बदल दिया।

188

वफ़ा की चादर तुझ पर ओढ़ाई थी,
पर बेवफ़ाई की हवा ने उसे उड़ा दी।

189

वफ़ा की एक उम्मीद थी दिल में,
पर बेवफ़ाई ने हर उम्मीद तोड़ दी।

190

तेरी वफ़ा का क़र्ज़ समझा था दिल,
पर बेवफ़ाई ने हर बंधन को तोड़ दिया।

191

वफ़ा का पैमाना था तेरे हाथों में,
पर तूने बेवफ़ाई का जहर पिला दिया।

192

दिल ने तुझसे वफ़ा की उम्मीद लगाई,
पर बेवफ़ाई की आंधी ने सब बहा दी।

193

वफ़ा की राह पर थे हम साथ साथ,
पर तेरी बेवफ़ाई ने सब कर दिया बरबाद।

194

वफ़ा के हर कदम पर तुझसे था प्यार,
पर बेवफ़ाई ने कर दिया हमें तार-तार।

195

तेरी वफ़ा की लौ जलती रही,
पर बेवफ़ाई ने उस लौ को बुझा दिया।

196

वफ़ा के फूल खिले थे दिल की बगिया में,
तेरी बेवफ़ाई में वफा का मुरझा गया

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शायरी बेवफा इन हिंदी

196.
तेरी हर बात दिल से लगाई थी,
बेवफाई भी तूने दिल से निभाई थी।

197.
हमने चाहा तुझे खुदा की तरह,
और तूने छोड़ा हमें मज़ाक की तरह।

198.
तेरे बाद किसी से दिल नहीं लगाया,
क्योंकि टूटा हुआ दिल दोबारा नहीं मुस्कुराया।

199.
बेवफा भी तुम, और गिला भी हमसे,
क्या खूब निभाया रिश्ता तुमने सबसे।

200.
जिसे अपना समझा, वही गैर निकली,
बेवफाई की चादर में सारी दुनिया ही घुली।

201.
दिल से जो रिश्ता निभाए, वही सच्चा होता है,
वरना दिखावे की मोहब्बत तो हर गली में होता है।

202.
तेरे नाम पर जान देने को तैयार थे,
पर तुझको तो हमारी साँसों से भी इनकार थे।

203.
तू हँसता रहा किसी और की बाहों में,
हम रोते रहे तेरे ही ख्यालों में।

204.
जिसे देखकर दिल धड़कता था,
अब उसी का नाम सुनकर आँख भर आती है।

205.
वक़्त ने सिखा दिया क्या होता है धोखा,
अब किसी पर ऐतबार करने से भी डर लगता है।

206.
ख्वाब थे तेरे साथ जीने के,
पर तू तो किसी और के था सीने के।

207.
तेरी खामोशी ने सब कुछ कह दिया,
बेवफाई भी बड़ी मोहब्बत से निभा दी।

208.
जिन्हें हम जान कहते थे,
आज वही हमें अंजान कहते हैं।

209.
बेवफा तेरा दिल नहीं, तेरी फितरत थी,
हम तो सच्चे थे, गलती तो मोहब्बत थी।

210.
तेरे जाने के बाद अब तन्हा जीना सीखा है,
हर दर्द को मुस्कान में छुपाना सीखा है।


शारी बेवफा इन हिंदी फोटो
शायरी बेवफा इन हिंदी copy paste

शायरी बेवफा इन हिंदी love

211.
दिल टूटा है मगर शिकायत नहीं करते,
अब किसी की वफाओं पर ऐतबार नहीं करते।

212.
जिसे टूट कर चाहा, वही तोड़ गया,
वक़्त का खेल था या किस्मत, ये छोड़ गया।

213.
बेवफा कहूं या तुझे अपनी गलती,
जो अपना समझा, वही निकला परछाई सी झूठी।

214.
तेरे हर वादे को सच माना हमने,
और तू हर बात में झूठा निकला।

215.
बिखर गए हैं हम तेरे इश्क़ में,
और तुझे कोई फर्क ही नहीं पड़ा।

216.
तेरे जाने के बाद सीखा हमने,
कि मुस्कान के पीछे भी दर्द छुपा होता है।

217.
हमने तुझसे मोहब्बत निभाई,
और तूने हमें सज़ा दे दी वफाई की।

218.
जिनसे थी उम्मीदें सबसे ज़्यादा,
वही लोग सबसे पहले बेवफा निकले।

219.
तेरा नाम लेते हैं अब भी दुआओं में,
पर अब तेरे लौट आने की कोई उम्मीद नहीं।

220.
जिसे हम समझे सब कुछ,
वो हमें कुछ भी नहीं समझा।

221.
तेरी यादों ने तो हमें रोज़ रुलाया,
पर तुझे कभी हमारी आँखें भी नहीं दिखीं।

222.
हमने खुद को खो दिया तुझे पाने में,
और तू खो गया किसी और को चाहने में।

223.
तेरे साथ की तस्वीरें अब भी हैं पास,
बस तू ही अब नहीं है उस एहसास के आसपास।

224.
अब तुझसे कोई गिला नहीं,
बस खुद से ही सवाल हैं कई।

225.
जिसे हँसाने के लिए जान दे सकते थे,
वो आज किसी और की मुस्कान बन चुका है।

226.
तू मेरा था ये बस मेरा वहम था,
वरना तुझे तो हर कोई अपना समझता था।

227.
तेरे जाने से कुछ तो टूटा है अंदर,
अब हर खुशी अधूरी सी लगती है।

228.
बेवफाई के बाद भी तुझसे मोहब्बत है,
क्या यही इश्क़ की इनायत है?

229.
तू बेवफा निकला, ये अफ़सोस नहीं,
दर्द इस बात का है कि तुझे सच्चा समझ बैठे।

230.
तेरे बाद ना कोई दिल को भाया,
जैसे तू दर्द देकर भी सबसे प्यारा था।


शायरी बेवफा इन हिंदी attitude 2 line

231.
बेवफाओं से अब कोई शिकवा नहीं,
अब तो अपना अन्दाज़ ही काफी है जवाब के लिए।

232.
तू गया तो क्या हुआ,
अब हम मुस्कुराते हैं तेरे नाम पर भी शान से।

233.
जिसे आजमाया वो बेवफा निकला,
अब हम भी नज़रों से गिरा देते हैं बिना बोले।

234.
हमसे दूर जाकर खुश है ना तू?
तो देखना, एक दिन पछताएगा तू भी जरूर!

235.
बेवफाई का जवाब प्यार से नहीं,
अब तो खामोशी से दिया जाएगा।

236.
हम बदल चुके हैं तेरी फितरत देखकर,
अब जो छोड़ जाए, उसे मुड़कर नहीं देखते।

237.
कभी खुद को कमज़ोर मत समझना,
क्योंकि बेवफा के बिना भी जीना आता है।

238.
हमसे जो दूर गया, आज अकेला बैठा है,
Attitude हमारा नहीं, हाल उसका बदला है।

239.
जिसे खोकर भी मुस्कुराएं,
वही तो असली ‘Attitude’ कहलाता है।

240.
बेवफा निकले, कोई ग़म नहीं,
हमारी वफ़ा की कीमत उन्हें समझ ही नहीं आई।

241.
हमसे जलने वाले बहुत हैं,
क्योंकि बेवफा को छोड़कर भी हम Shine करते हैं।

242.
अब किसी से शिकवा नहीं रखते,
क्योंकि जो चला गया, वो लायक ही नहीं था रुकने के।

243.
इश्क़ छोड़ दिया हमने अब किताबों के लिए,
कम से कम वो बेवफा नहीं होतीं!

244.
जिसने धोखा दिया,
अब उसके लिए सिर्फ एक मुस्कान है और कुछ नहीं।

245.
Attitude तो पहले भी था,
पर अब बेवफाओं को जवाब देने के लिए और भी तेज़ है।

246.
तेरी यादों का बोझ भी उठा लिया हमने,
अब वक़्त है अपनी उड़ान का, बेवफाओं से दूर जाने का।

247.
हमसे दूर जाकर खुश रहने वाला,
अब हमारी ख़ामोशी से डरता है।

248.
मोहब्बत में धोखा खा चुके हैं,
अब सिर्फ ‘Respect’ और ‘Peace’ से वास्ता रखते हैं।

249.
बेवफा तुझे भूलना नहीं आता,
पर तेरे नाम पर अब आँसू बहाना भी नहीं आता।

250.
हम वो नहीं जो टूट जाए तेरे जाने से,
अब हम वो हैं जो खुद को और ऊँचाई पर ले जाए तेरे जाने से।


शायरी बेवफा इन हिंदी english

251.
You played me like a game of chance,
Now I dance alone in my own advance.

252.
You thought my heart was yours to break,
Yet here I stand—still proud, awake.

253.
Betrayed by the one I held so dear,
Now I walk on paths you’ll never pierce.

254.
Your lies taught me my worth,
Self‑love rose from all your hurt.

255.
You vanished when I needed you most,
But watch me thrive on this empty coast.

256.
You traded loyalty for a cheap thrill,
I traded tears for newfound will.

257.
Your betrayal lit my inner flame,
Now I burn bright without your name.

258.
You said forever but lived for a day,
My tomorrow’s better now you’re away.

259.
You broke our bond with careless ease,
I rose above on my own breeze.

260.
Your memory once chained my soul,
Nw I’m the master of my own


दर्द भरी शायरी शायरी बेवफा इन हिनदी

261.
जज़्बातों का तीर चलाया तूने बेरहमी से,
अब यादों में भी ख़ुशी नहीं, सिर्फ़ दर्द का बसेरा है।

262.
वो वादे जो तुझसे किए थे मैंने ख़ामोशी से,
आज उनके टूटने का आलम रोने को मजबूर कर देता है।

263.
दिल के आईने में अब तेरा चेहरा धुंधला दिखता है,
हर नया दिन भी बस तेरे नाम का ग़म लिखता है।

264.
तेरी बेवफाई ने सिखाया ये सच दर्द भरा,
कि मोहब्बत में भी इंसान कितना तन्हा रह जाता है।

265.
जो कभी हमारी हँसी का कारण था,
आज उसी के ख़वादों ने दिल को तड़पाया है।

266.
बेकल कर गया तू बेवफाई के उस ज़ख्म से,
जिसकी आंच में अभी तक रूह सुलगती है।

267.
तेरे धोखे का जहर जिस्म से उतरता नहीं,
वक़्त ने भी अब दवा देना बंद कर दिया है।

268.
हर गली, हर मोड़ पे तेरा चेहरा दिख जाता है,
पर तू अब मेरे पास नहीं, बस यादों का साया रहता है।

269.
तेरी बेरुख़ी ने तोड़ दिया सब कुछ ज़माने के बीच,
अब आँखों में नमी रहती है और होंठों पे खामोशी रहती है।

270.
वो पल जो तेरे साथ हँस-हँसकर बिताए थे,
आज उसी में ही दिल दर-ए-दर भटकता है।


दर्द भरी शायरी बेवफा इन हिंदी
attitude status शायरी बेवफा इन हिंदी attitude
शाययरी बेवफा इन हिंदी attitu

for girlfriend शायरी बेवफा इन हिंदी

271.
तू थी मेरी गर्लफ्रेंड, मैं तेरा दीवाना,
पर तेरी बेरुख़ी मेरे जज़्बातों का पानीना।

272.
हर वादा था तेरे नाम का इकरार,
पर तूने तोड़ा वो सब, जैसे कभी कुछ था ही नहीं हमारे प्यार का आधार।

273.
गर्लफ्रेंड बनकर भी तू चल दी बेवफा,
अब तेरे बिना ये दिल है तनहा, खाली हर हवा।

274.
मैंने तुझे संभाला अपने पलों में,
और तूने चलकर छोड़ दिया इन ख्वाबों को रोलों में।

275.
तेरी मुस्कान थी मेरी दुनिया की रौशनी,
पर तूने बुझा दी उसकी चमक मेरी तन्हाई की लौ में।

276.
गर्लफ्रेंड थी पर निकली बेवफा
तेरी यादों का बोझ उठाया है दिल ने साथ।

277.
तेरे इश्क़ की बारिश में भीगते रहे,
और तूने मुझको छोड़ा सूखे मौसम की तरह तन्हा और अजनबी।

278.
उसने कहा “I love you”
फिर बेवफाई की दीवारें खड़ी कर

279.
गर्लफ्रेंड का ख्वाब था इतना ख़ास मेरे लिए,
पर तूने तोड़ा उम्र भर के लिए

280.
तेरा साथ था जैसे गुलाब का फूल,
पर तेरी बेरुख़ी ने कर दिया जज़्बातों का उस पर दस्तूर।

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